कर्नाटक: भाजपा कार्यकर्ताओं ने कांग्रेस कार्यालय में लगाए वीर सावरकर को पोस्टर
क्या है खबर?
कर्नाटक के विजयपुरा में भाजपा कार्यकर्ताओं के कांग्रेस कार्यालय में वीर सावरकर के पोस्टर चिपकाने पर विवाद खड़ा हो गया है।
भाजपा युवा मोर्चा के जिलाध्यक्ष बसवराज हूगरा ने कांग्रेस के कार्यालय में सावरकर के पोस्टर लगाने की बात स्वीकारी है। उन्होंने कहा कि कांग्रेस कार्यकर्ताओं ने सावरकर के पोस्टर जलाए थे और पोस्टर लगाना पोस्टर जलाने से बुरा नहीं है।
उन्होंने कांग्रेस से सावरकर का सम्मान करने को कहा है।
मामला
कांग्रेस जिला मुख्यालय की दीवारों पर रातोंरात लगाए गए पोस्टर
विजयपुरा स्थित कांग्रेस के स्थानीय मुख्यालय की दीवारों पर रातोंरात सावरकर के पोस्टर लगाए गए। जब स्थानीय कांग्रेस नेताओं ने इन पोस्टर्स को देखा तो उन्होंने पुलिस को सूचित किया और शिकायत दर्ज कराई।
पुलिसकर्मियों ने मौके पर पहुंच कर पोस्टर्स को हटा दिया और वो आरोपियों को ढूढ़ रहे थे। अब खुद भाजपा युवा इकाई के जिलाध्यक्ष ने कार्यकर्ताओं की मदद से पोस्टर लगाने की बात स्वीकार कर ली है।
बयान
बसवराज ने अपने बयान में क्या कहा?
भाजपा यूथ विंग के विजयपुरा अध्यक्ष बसवराज ने अपने बयान में कहा, "हमारे कार्यकर्ताओं और मैंने ये किया। इसके बारे में कोई शक नहीं है। हुबली में कांग्रेस कार्यकर्ताओं ने सावरकर की तस्वीरें जलाईं। हमें उसके बारे में बात करनी चाहिए। कांग्रेस मुद्दों को बार-बार भड़का रही है। पोस्टर लगाना उन्हें जलाने से बुरा नहीं है, जैसा कि उन्होंने किया। कांग्रेस अपनी पब्लिसिटी के लिए सावरकर का इस्तेमाल कर रही है। उनका सम्मान करे। उनके इतिहास के बारे में पढ़े।"
अन्य विवाद
कर्नाटक में स्वतंत्रता दिवस पर भी हुआ था सावरकर के पोस्टर को लेकर विवाद
बता दें कि कर्नाटक में स्वतंत्रता दिवस के दिन भी वीर सावरकर और टीपू सुल्तान के पोस्टर्स को लेकर विवाद हुआ था।
दरअसल, हिंदुत्ववादी संगठनों के एक समूह ने शिवमोगा में अमीर अहमद सर्कल पर बिजली के एक खंभे पर वीर सावरकर का पोस्टर लगाने की कोशिश की थी, जिसका सोशल डेमोक्रेटिक पार्टी ऑफ इंडिया (SDPI) के कार्यकर्ताओं ने विरोध किया जो वहां टीपू सुल्तान को पोस्टर लगाने की कोशिश कर रहे थे।
राजनीति
घटना को लेकर आमने-सामने आ गए थे भाजपा और कांग्रेस
तनाव बढ़ने के बाद हुई हिंसा में एक शख्स को चाकू मार दिया था और स्थिति को काबू में करने के लिए पुलिस को लाठीचार्ज करना पड़ा।
कांग्रेस नेता और पूर्व मुख्यमंत्री सिद्धारमैया ने हिंदुत्ववादी संगठनों पर सवाल उठाते हुए कहा था, "उन्होंने मुस्लिम इलाके में सावरकर का पोस्टर क्यों लगाया और टीपू सुल्तान का पोस्टर क्यों हटाया?"
इसके जवाब में भाजपा विधायक केएस ईश्वरप्पा ने कहा था, "देशभर में कांग्रेस PFI जैसे देशद्रोही संगठनों का समर्थन कर रही है।"
सावरकर पर विवाद
न्यूजबाइट्स प्लस
वीर सावरकर भारतीय स्वतंत्रता संग्राम की सबसे विवादित शख्सियतों में से एक हैं।
उन्हें हिंदुत्व की विचारधारा का जनक माना जाता है और कांग्रेस लगातार उनका विरोध करती रही है।
वहीं हिदुत्व की विचारधारा पर चलने वाली भाजपा के लिए सावरकर वैचारिक गुरू की तरह हैं और प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी भी उनके प्रशंसक हैं।
कांग्रेस के साथ महाराष्ट्र सरकार में शामिल रही शिवसेना भी सावरकर को बहुत मानती हैं और उन्हें भारत रत्न देने की मांग कर चुकी है।