राहुल गांधी का डॉक्टर्ड वीडियो शेयर करने के मामले में भाजपा नेताओं के खिलाफ FIR
कांग्रेस पार्टी ने राहुल गांधी के डॉक्टर्ड वीडियो शेयर करने के मामले में भाजपा सांसद राज्यवर्धन सिंह राठौड़ और सुब्रत पाठक के खिलाफ FIR करवाई है। पार्टी की मीडिया एंड पब्लिसिटी टीम के प्रमुख पवन खेड़ा ने कहा कि सांसदों और तीन अन्य लोगों के खिलाफ छत्तीसगढ़ के बिलासपुर में FIR दर्ज की गई है। इन पर आरोप है कि इन्होंने सांप्रदायिक माहौल बिगाड़ने के उद्देश्य से सोशल मीडिया पर यह वीडियो शेयर किया था।
इन जगहों पर दी गईं शिकायतें
खेड़ा ने यह भी बताया कि इन लोगों के खिलाफ दिल्ली, झारखंड, महाराष्ट्र, मध्य प्रदेश, राजस्थान और उत्तर प्रदेश में शिकायतें दी गई हैं। भाजपा को जवाब देने के लिए 24 घंटे दिए गए थे, लेकिन उनकी तरफ से काई जवाब नहीं मिला। कांग्रेस की तरफ से कहा गया है कि अब राहुल गांधी के बारे में झूठ फैलाए जाने को सहन नहीं किया जाएगा और ऐसा करने वालों के खिलाफ कानूनी कार्रवाई की जाएगी।
इनके खिलाफ दर्ज हुई शिकायतें
कांग्रेस ने सूचना और प्रसारण मंत्री राज्यवर्धन सिंह राठौर, सांसद भोला सिंह, सुब्रत पाठक और भाजपा विधायक सैनी समेत कुछ अन्य के खिलाफ छह राज्यों में शिकायत दी है।
कांग्रेस ने नड्डा को लिखा था पत्र
कांग्रेस ने कहा कि भाजपा नेता धर्मांधता की आग भड़का रहे हैं और राहुल गांधी को आतंकवादियों को जोड़ने की जुर्रत करते हैं। इसे बर्दाश्त नहीं किया जाएगा। इससे पहले कांग्रेस नेता जयराम रमेश ने भाजपा प्रमुख जेपी नड्डा को पत्र लिखकर कहा था कि राहुल गांधी के खिलाफ फर्जी समाचार फैलाने के लिए पार्टी को इन नेताओं के खिलाफ कार्रवाई करनी चाहिए। भाजपा नेता जानबूझकर एक समाचार चैनल पर प्रसारित हुए शरारतपूर्ण वीडियो को शेयर कर रहे हैं।
क्या था वीडियो का मामला?
नड्डा को भेजे पत्र में रमेश ने लिखा कि असली वीडियो में राहुल गांधी अपने वायनाड स्थित अपने ऑफिस में तोड़फोड़ करने वाले स्टूडेंट फेडरेशन ऑफ इंडिया (SFI) के कार्यकर्ताओं के बारे में बात कर रहे थे, लेकिन इसे जानबूझकर और शरारतपूर्ण तरीके से ऐसा दिखाया गया कि वो उदयपुर में कन्हैयालाल की हत्या के बारे में टिप्पणी कर रहे हैं। बता दें कि इस वीडियो के लिए बाद में समाचार चैनल ने भी माफी मांगी थी।
जयपुर में भी दर्ज हो चुका है मामला
राहुल गांधी के इस बयान को तोड़-मरोड़कर पेश करने के मामले में समाचार चैनल के एंकर, राज्यवर्धन राठौड़, सेना के रिटायर मेजर सुरेंद्र पूनिया समेत कई लोगों के खिलाफ अलग-अलग धाराओं में मामला दर्ज हुआ था।