गुजरात: कांग्रेस का हाथ छोड़ने वाले हार्दिक पटेल 2 जून को थामेंगे भाजपा का दामन
गुजरात में हाल ही में कांग्रेस से इस्तीफा देने वाले पाटीदार समाज के युवा नेता हार्दिक पटेल आगामी 2 जून को भाजपा का दामन थामनकर अपनी नई राजनीतिक पारी की शुरुआत करेंगे। हार्दिक ने मंगलवार को खुद इसकी पुष्टि की है। बता दें कि हार्दिक ने 18 मई को कांग्रेस पार्टी की राष्ट्रीय अध्यक्ष सोनिया गांधी को पत्र लिखकर पार्टी के पद और सदस्यता से इस्तीफा दे दिया था। वह गुजरात कांग्रेस का कार्यकारी अध्यक्ष पद संभाल रहे थे।
हार्दिक ने खुद की भाजपा में शामिल होने की पुष्टि
हार्दिक ने समाचार एजेंसी ANI से बातचीत के दौरान 2 जून को भाजपा में शामिल होने की पुष्टि की है। उन्होंने कहा कि वह गुजरात भाजपा के प्रदेशाध्यक्ष सीआर पाटिल की मौजूदगी में भाजपा की सदस्यता ग्रहण करेंगे। इसी तरह भाजपा के प्रदेश प्रवक्ता याग्नेश दवे ने कहा, "यह तय है कि हार्दिक पटेल 2 जून को प्रदेशाध्यक्ष सी आर पाटिल की मौजूदगी में भाजपा में शामिल होंगे। ऐसे में पार्टी इस आयोजन को ग्रैंड इवेंट बनाना चाहती है।"
हार्दिक ने 18 मई को दिया था कांग्रेस से इस्तीफा
बता दें कि हार्दिक ने 18 मई को गुजरात कांग्रेस के कार्यकारी अध्यक्ष और पार्टी की प्राथमिक सदस्यता से इस्तीफा दे दिया था। उस दौरान हार्दिक ने कहा था कि कांग्रेस देशहित और समाजहित के बिल्कुल विपरीत कार्य कर रही है और केवल केंद्र सरकार के विरोध की राजनीति तक सीमित रह गई है। देश के हर राज्य में जनता ने कांग्रेस को इसलिए खारिज कर दिया है क्योंकि वह उनके सामने एक बुनियादी रोडमैप तक नहीं पेश कर पाई।
हार्दिक ने पिता ने कांग्रेस को बताया था 'गलत पार्टी'
इस्तीफा देने के बाद हार्दिक ने कहा था कि कांग्रेस में शामिल होने के बाद उनके पिता कहते थे कि वह 'गलत पार्टी' में शामिल हो गए है। ऐसे में वह अब गलती सुधारते हुए अगले 10 दिनों में भविष्य की योजना पर फैसला करेंगे।
हार्दिक के आने से भाजपा को होगा बड़ा फायदा
कहा जा रहा है कि हार्दिक के साथ 15,000 अन्य लोग भी भाजपा में शामिल होंगे। ऐसे में हार्दिक का भाजपा में शामिल होना पाटीदार राजनीति के लिए अहम माना जा रहा है। गुजरात में 2015 में हुए पाटीदार आरक्षण आंदोलन का हार्दिक प्रमुख चेहरा थे। उनके आने के बाद कांग्रेस को पाटीदार समाज का समर्थन मिलने की उम्मीद थी, लेकिन 2017 विधानसभा चुनाव में बेहतर प्रदर्शन के बाद भी वह सत्ता पर काबिज नहीं हो पाई।
हार्दिक ने की थी भाजपा की कार्यशैली की प्रशंसा
हार्दिक ने भाजपा की निर्णय लेने की क्षमता और कार्यशैली की भी प्रशंसा की थी। उन्होंने भाजपा में शामिल होने के सवाल पर कहा था कि वह आगे बढ़ते हुए वह सब हासिल करेंगे जो कांग्रेस के साथ रहते हुए हासिल नहीं कर पाए थे। वह गुजरात के लोगों की तरह उसी रास्ते पर चलेंगे और उनके हित के लिए काम करेंगे। अब हार्दिक ने काफी चिंतन के बाद 2 जून को भाजपा में शामिल होने का निर्णय किया है।
गुजरात कांग्रेस में किनारे किए जाने से नाराज थे हार्दिक
बता दें कि गुजरात कांग्रेस में आंतरिक कलह के बीच हार्दिक पिछले काफी समय से पार्टी से नाराज थे। उन्होंने आरोप लगाया था कि उन्हें राज्य इकाई में किनारे किया जा रहा है। उन्होंने कांग्रेस शीर्ष नेतृत्व से मिलने का समय मांगा था और हाल ही में राहुल गांधी के गुजरात दौरे के समय उनसे मिलने की कोशिश की थी, हालांकि ऐसा नहीं हो पाया। उन्होंने राहुल गांधी पर पार्टी में अपना स्टैंड नहीं लेने का भी आरोप लगाया था।
न्यूजबाइट्स प्लस (जानकारी)
गुजरात विधासनसभा चुनाव से पहले हार्दिक का भाजपा में शामिल होना कांग्रेस के लिए करारा झटका माना जा रहा है। कांग्रेस पहले ही लगातार नेताओं के पलायन से जूझ रही है। कपिल सिब्बल और सुनील जाखड़ जैसे दिग्गज नेता पार्टी छोड़ चुके हैं। ऐसे में युवा नेता हार्दिक पटेल का भी पार्टी छोड़कर भाजपा में जाना कांग्रेस की उम्मीदों के लिए झटका है। उम्मीद जताई जा रही है कि हार्दिक भाजपा के टिकट पर विधानसभा चुनाव लड़ेंगे।