प्रशांत किशोर ने बताया कांग्रेस के साथ न जुड़ने का कारण, कहा- मेरा रिकॉर्ड खराब किया
क्या है खबर?
चुनावी रणनीतिकार प्रशांत किशोर ने पिछले महीने कांग्रेस के एमपॉवर्ड एक्शन ग्रुप (EAG) में शामिल होने के प्रस्ताव को ठुकरा दिया था।
उसके बाद से सभी के मन में सवाल था कि उन्होंने ऐसा क्यों किया। अब खुद उन्होंने इसका जवाब दिया है।
बिहार के वैशाली में अपनी जन सुराज यात्रा के दौरान उन्होंने कहा कि कांग्रेस ने उनका ट्रैक रिकॉर्ड खराब किया है। ऐसे में उन्होंने पार्टी के साथ काम नहीं करने का निर्णय किया है।
बयान
कांग्रेस के साथ मिली एक मात्र हार- प्रशांत किशोर
प्रशांत किशोर ने पूर्व केंद्रीय मंत्री दिवंगत रघुवंश प्रसाद सिंह के पैतृक आवास पर कहा, "उन्हें यह काम करते 10 साल हो गए। 2015 में बिहार में महागठबंधन का चुनाव जीता, 2017 में पंजाब, 2019 में जगनमोहन रेड्डी के साथ आंध्र प्रदेश, 2020 में केजरीवाल के साथ दिल्ली और 2021 में तमिलनाडु और पश्चिम बंगाल चुनाव जीते, लेकिन 2017 में कांग्रेस के साथ उत्तर प्रदेश हार गए।"
उन्होंने कहा, "इसलिए मैने तय किया कि कांग्रेस के साथ काम नहीं करूंगा।"
ट्विटर पोस्ट
यहां देखें प्रशांत किशोर का वीडियो
#WATCH | From 2011-2021, I was associated with 11 elections and lost only one election that is with Congress in UP. Since then, I've decided that I will not work with them (Congress) as they have spoiled my track record: Poll strategist, Prashant Kishor in Vaishali, Bihar (30.05) pic.twitter.com/rQcoY1pZgq
— ANI (@ANI) May 31, 2022
रिकॉर्ड
"कांग्रेस ने खराब किया मेरा ट्रैक रिकॉर्ड"
प्रशांति किशोर ने कहा, "2017 में उत्तर प्रदेश में मिली हार से कांग्रेस ने मेरा ट्रैक रिकॉर्ड खराब कर दिया। इसलिए उन्होंने फैसला लिया है कि वह इस पार्टी के साथ कभी भी काम नहीं करेंगे। हालांकि, हारने से भी बहुत कुछ सीखने को मिला है।"
उन्होंने कहा, "कांग्रेस ऐसी पार्टी है जो खुद तो सुधरती नहीं है और हमको भी डुबो देगी। वैसे कांग्रेस के प्रति मेरा बहुत सम्मान है, लेकिन कांग्रेस की मौजूदा हालत यही है।"
शर्त
पश्चिम बंगाल में भाजपा से लग गई थी शर्त- प्रशांत किशोर
प्रशांत किशोर ने कहा, "पश्चिम बंगाल विधानसभा चुनाव के दौरान मेरी एक तरह से भाजपा से शर्त लग गई थी। हमने कहा था कि भाजपा न केवल हारेगी बल्कि उसे 100 सीटों से नीचे रोक देंगे। नहीं रोक पाए तो काम छोड़ देंगे।"
उन्होंने कहा, "चुनाव परिणाम आया तो भाजपा को 77 पर ही रोक दिए। भगवान का आशीर्वाद है। जब मेरी बात सही हो गई तो सोचा कि इस फिल्ड में बहुत हो गया, अब कुछ नया करते हैं।"
शुरुआत
रघुवंश प्रसाद सिंह के गांव से की जन सुराज यात्रा की शुरुआत
बता दें कि प्रशांत किशोर जन सुराज यात्रा की शुरुआत करने के लिए पूर्व केंद्रीय मंत्री सिंह के पैतृक निवास पहुंचे थे। वहां उन्होंने सिंह को श्रद्धांजलि अर्पित कर यात्रा की शुरुआत की।
इस दौरान उन्होंने स्थानीय जनप्रतिनिधियों और छात्र छात्राओं के साथ भी संवाद किया और जन सुराज की सोच से अवगत कराया।
इसके अलावा उन्होंने कांग्रेस पार्टी के साथ प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और मुख्यमंत्री नीतीश कुमार पर भी जमकर निशाना साधा।
पृष्ठभूमि
प्रशांत किशोर ने ठुकरा दिया था कांग्रेस का प्रस्ताव
बता दें कि 26 अप्रैल को कांग्रेस ने प्रशांत किशोर को एमपॉवर्ड एक्शन ग्रुप (EAG) में शामिल होने का प्रस्ताव दिया था, लेकिन उन्होंने उसे ठुकरा दिया था।
उस दौरान उन्होंने कहा था कि परिवर्तनकारी सुधारों के जरिए गहरी संगठनात्मक समस्याओं को दूर करने के लिए कांग्रेस पार्टी को उनसे ज्यादा नेतृत्व और सामूहिक इच्छाशक्ति की जरूरत है।
दरअसल, प्रशांत किशोर कांग्रेस में बड़े और प्रभावी सुधारों के लिए खुली छूट चाहते थे, लेकिन पार्टी ने ऐसा नहीं किया।