कांग्रेस में इस्तीफों का सिलसिला जारी, ज्योतिरादित्य सिंधिया समेत तीन नेताओं ने दिया इस्तीफा
कांग्रेस के राष्ट्रीय अध्यक्ष के पद से राहुल गांधी के इस्तीफे के बाद कांग्रेस में एक बार फिर से इस्तीफों की शुरूआत हो गई है। सबसे पहले युवा कांग्रेस के अध्यक्ष केशव चंद यादव ने हार की जिम्मेदारी लेते हुए अपने पद से इस्तीफा दिया। इसके बाद मिलिंद देवड़ा ने मुंबई कांग्रेस के अध्यक्ष पद से इस्तीफा दे दिया। अब ज्योतिरादित्य सिंधिया ने भी हार की जवाबदेही स्वीकार करते हुए कांग्रेस महासचिव के पद से इस्तीफा दे दिया है।
युवा कांग्रेस अध्यक्ष ने कहा, "राहुल से प्रभावित हो राजनीति में आया"
सबसे पहले आज सुबह केशव चंद ने राहुल की लड़ाई में साथ देने की बात कहते हुए अपने पद से इस्तीफा दिया। राहुल को भेजे गए अपने इस्तीफे में उन्होंने लिखा है, "भारत के विकास और भलाई के लिए आपको विचारों से प्रभावित होकर मैं राजनीति से जुड़ा था। ये कांग्रेस में आपको द्वारा लाए गए लोकतांत्रिक सुधारों का ही असर था कि मेरे जैसा एक आम आदमी युवा कांग्रेस अध्यक्ष बन सका।"
उत्तर प्रदेश के देवरिया से आते हैं केशव
उत्तर प्रदेश के देवरिया जिले से आने वाले केशव चंद मई 2018 में युवा कांग्रेस अध्यक्ष बने थे। इससे पहले वह युवा कांग्रेस के राष्ट्रीय महासचिव थे और पंजाब, हरियाणा और चंडीगढ़ का प्रभार संभालते थे।
राष्ट्रीय स्तर पर भूमिका निभाने के लिए मिलिंद देवड़ा का इस्तीफा
इसके बाद दिन में मुंबई कांग्रेस अध्यक्ष मिलिंद देवड़ा ने अपने पद से इस्तीफा दे दिया। अपने बयान में उन्होंने कहा कि वह हालिया लोकसभा चुनाव में पार्टी के खराब प्रदर्शन की नैतिक जिम्मेदारी लेते हुए इस्तीफा दे रहे हैं। उन्होंने पार्टी को स्थिर करने के लिए राष्ट्रीय स्तर पर भूमिका निभाने की इच्छा जताई। देवड़ा ने 26 जून को दिल्ली में राहुल के साथ मुलाकात के बाद भी इस्तीफा देने की इच्छा जताई थी।
दिल्ली जा सकते हैं देवड़ा
देवड़ा ने महाराष्ट्र विधानसभा चुनाव में मुंबई का कार्य संभालने के लिए एक तीन सदस्यीय पैनल बनाने की सिफारिश की है। महाराष्ट्र में इसी साल चुनाव होने हैं। देवड़ा खुद राष्ट्रीय स्तर पर योगदान के लिए दिल्ली जा सकते हैं।
सिंधिया ने भी दिया इस्तीफा
राहुल गांधी के करीबी मित्र और कांग्रेस महासचिव ज्योतिरादित्य सिंधिया ने भी अपने पद से इस्तीफा देने का ऐलान किया है। इस्तीफे के बाद अपने ट्वीट में उन्होंने लिखा, "लोगों के फैसले को स्वीकार करते हुए और जवाबदेही लेते हुए मैंने कांग्रेस के महासचिव के तौर पर अपना इस्तीफा राहुल गांधी को सौंप दिया है। इस जिम्मेदारी के लिए मुझ पर भरोसा करने और पार्टी की सेवा का मौका देने के लिए मैं उनका शुक्रिया अदा करता हूं।"
'जिम्मेदारी के साथ आती है जवाबदेही'
पश्चिमी उत्तर प्रदेश के प्रभारी रहे सिंधिया ने बताया है कि वह 8-10 दिन पहले ही राहुल गांधी को अपना इस्तीफा सौंप चुके हैं। उन्होंने कहा कि जिम्मेदारी के साथ जवाबदेही भी आती है और इसलिए हार के लिए उनकी भी जिम्मेदारी बनती है।
भरोसा करने के लिए सिंधिया ने राहुल को कहा धन्यवाद
गहरे संकट से गुजर रही है कांग्रेस
लोकसभा चुनाव में करारी हार के बाद से कांग्रेस में भूचाल आया हुआ है। अध्यक्ष पद छोड़ने पर अड़े राहुल गांधी ने 3 जुलाई को आधिकारिक तौर पर इस्तीफा दे दिया था। इस्तीफे के बाद एक खत जारी करते हुए उन्होंने कहा था कि भाजपा को हराने के लिए कांग्रेस को पूरी तरह से बदलने की जरूरत है। उन्होंने नए कांग्रेस के चुनाव से खुद को दूर रखने और कांग्रेस को खुद से फैसला लेने को कहा है।