मणिपुर में JDU को लगा झटका, 6 में 5 विधायक भाजपा में शामिल
मणिपुर में जनता दल यूनाइटेड (JDU) के छह में से पांच विधायक सत्तारूढ़ भाजपा में शामिल हो गए हैं। विधानसभा की तरफ से यह जानकारी दी गई है। इससे पहले खबरें आई थीं कि बिहार में भाजपा का साथ छोड़ने के बाद JDU मणिपुर में भी सरकार से समर्थन वापस ले सकती है। इस पर 3-4 सितंबर को होने वाली JDU की राष्ट्रीय कार्यकारिणी में फैसला लिया जाना था, लेकिन उससे पहले ही विधायकों ने पाला बदल लिया।
JDU से भाजपा में गए ये विधायक
मणिपुर विधानसभा के सचिव के मेघजीत सिंह के हस्ताक्षर वाले बयान में कहा गया है कि स्पीकर ने पांच JDU विधायकों का भाजपा में विलय स्वीकार कर लिया है। चूंकि पाला बदलने वाले विधायकों का आंकड़ा कुल संख्या के दो तिहाई से ज्यादा है, इसलिए उनका विलय वैध है। भाजपा में शामिल होने वाले विधायकों के नाम के जॉयकिशन, एन सनाटे, मोहम्मद अचब उद्दीन, पूर्व DGP एलएम खौटे और थंगजम अरुणकुमार है।
बाहर से सरकार को समर्थन दे रही है JDU
इस साल की शुरुआत में हुए विधानसभा चुनाव में भाजपा और JDU ने गठबंधन में चुनाव नहीं लड़ा था और उन्होंने अपने अलग-अलग उम्मीदवार उतारे थे। चूंकि उस समय नीतीश कुमार की पार्टी भाजपा के नेतृत्व वाले राष्ट्रीय लोकतांत्रिक गठबंधन (NDA) का हिस्सा थी, इसलिए JDU के सात विधायकों ने भाजपा सरकार को बाहर से समर्थन दे दिया। अब बिहार में भाजपा का साथ छोड़ने के बाद JDU मणिपुर सरकार से भी समर्थन वापस लेने की योजना बना रही थी।
9 अगस्त को नीतीश ने तोड़ा था भाजपा से गठबंधन
गौरतलब है कि नीतीश कुमार ने पिछले महीने भाजपा से गठबंधन तोड़ दिया था जिसके बाद दोनों के गठबंधन वाली बिहार सरकार गिर गई थी। भाजपा से गठबंधन तोड़ते हुए नीतीश ने 9 अगस्त को मुख्यमंत्री पद से इस्तीफा दिया था और फिर मुख्य विपक्षी पार्टी राष्ट्रीय जनता दल (RJD) के नेतृत्व वाले महागठबंधन के साथ मिलकर सरकार बना ली। उन्होंने 10 अगस्त को रिकॉर्ड आठवीं बार मुख्यमंत्री पद की शपथ ली।
नीतीश ने भाजपा से गठबंधन क्यों तोड़ा?
यूं तो नीतीश और भाजपा के संबंध 2019 लोकसभा चुनाव से ही सहज नहीं रहे हैं, लेकिन मौजूदा घटनाक्रम नीतीश के उत्तराधिकारी रहे आरसीपी सिंह को लेकर पैदा हुआ। JDU का आरोप है कि महाराष्ट्र में शिवसेना की तरह भाजपा सिंह के द्वारा JDU को भी तोड़ने की कोशिश कर रही थी और नीतीश को इसकी भनक लग गई थी। इसके अलावा नीतीश अमित शाह के बिहार को रिमोट कंट्रोल करने की कोशिश करने से भी नाराज थे।
पूर्वोत्तर में JDU को दूसरा झटका
पूर्वोत्तर राज्यों में यह दूसरी बार है, जब भाजपा ने JDU को बड़ा झटका दिया है। 2020 में अरुणाचल प्रदेश में भाजपा के सात में छह विधायक भाजपा में चले गए थे। बीते सप्ताह बाकी बचा एक विधायक भी भाजपा में शामिल हो गया।