
महाराष्ट्र: सत्ता वापसी की ओर भाजपा-शिवसेना गठबंधन, जानें कौन कितनी सीटों पर आगे
क्या है खबर?
महाराष्ट्र में भारतीय जनता पार्टी और शिवसेना का गठबंधन सत्ता में वापसी करने जा रही है।
सभी 288 विधासनभा सीटों के रुझानों में भाजपा-शिवेसना का गठबंधन 164 सीटों पर आगे चल रहा है।
कांग्रेस और राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी (NCP) का गठबंधन 94 सीटों पर आगे चल रहा है।
राज्य में बहुमत का आंकड़ा 145 सीट है और रुझानों को देखते हुए लग रहा है कि भाजपा-शिवसेना की गठबंधन आसानी से इस संख्या को पार कर लेगा।
रुझान
भाजपा 100 और शिवसेना 64 सीटों पर आगे
अगर सभी पार्टियों की अलग-अलग बात करें तो भाजपा 100 सीटों पर आगे चल रही है। वहीं उसकी सहयोगी शिवसेना 64 सीटों पर आगे है।
कांग्रेस 44 और NCP 46 सीटों पर आगे चल रही हैं।
29 सीटों पर अन्य उम्मीदवार आगे चल रहे हैं।
असदुद्दीन ओवैसी की AIMIM एक सीट पर आगे चल रही है। उनकी पार्टी ने राज्य के पिछले विधानसभा चुनाव में दो सीटों पर कब्जा किया था।
मुख्यमंत्री
फडणवीस बन सकते हैं मुख्यमंत्री
महाराष्ट्र के मौजूदा मुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस दक्षिण-पश्चिम नागपुर सीट से आगे चल रहे हैं।
भाजपा-शिवसेना की सरकार बनने पर उनका मुख्यमंत्री बनना लगभग तय है।
हालांकि चुनाव से पहले शिवसेना के पार्टी उद्धव ठाकरे के बेटे आदित्य ठाकरे को मुख्यमंत्री बनाने पर जोर देने की खबरें भी आईं थीं।
लेकिन अब शिवसेना के भाजपा से कम सीटों रहने पर ये संभावना भी पूरी तरह समाप्त हो गई है।
आदित्य खुद वर्ली सीट से आगे चल रहे हैं।
कौन आगे, कौन पीछे?
दिग्गजों का कुछ ऐसा हाल
राज्य के अन्य दिग्गज नेताओं की बात करें तो NCP के अजीत पवार बारामती सीट से आगे चल रहे हैं।
कांग्रेस के पृथ्वीराज चव्हाण कराड़ दक्षिण सीट पर आगे चल रहे हैं।
वहीं कांग्रेस के एक और बड़े नेता अशोक चव्हाण भौकर सीट से आगे चल रहे हैं।
महाराष्ट्र भाजपा प्रमुख चंद्रकांत पाटिल कोथरूड सीट पर आगे चल रहे हैं।
वहीं भाजपा की पंकजा मुंडे अपनी सीट पर पीछे चल रही हैं।
जानकारी
महाराष्ट्र भाजपा ने ऑर्डर किए लड्डू
बता दें कि अपनी जीत को लेकर आश्वस्त नजर आ रही भाजपा की महाराष्ट्र इकाई ने वोटों की गिनती शुरू होने से पहले ही 5000 लड्डू ऑर्डर कर दिए थे। इसके अलावा मालाएं भी मंगाई गई हैं।
2014 महाराष्ट्र विधानसभा चुनाव
पिछले विधानसभा चुनाव में क्या रहा था नतीजा?
बता दें कि 2014 विधानसभा चुनावों में राज्य की 288 सीटों में से भाजपा ने 122 सीटों पर कब्जा किया था। वहीं 63 सीटों के साथ शिवसेना दूसरे नंबर पर रही थी।
कांग्रेस को 43 और NCP को 41 सीटें मिली थीं।
इस चुनाव में 25 सालों में पहली बार बार ऐसा हुआ जब शिवसेना और भाजपा ने अलग-अलग चुनाव लड़ा।
बाद में दोनों पार्टियों ने गठबंधन करके सरकार बनाई थी।