हरियाणा: खादी पहनने और नशे से दूर रहने वाले उम्मीदवारों की तलाश में कांग्रेस
क्या है खबर?
हरियाणा में अगले महीने विधानसभा चुनाव होने हैं। विपक्षी दल कांग्रेस पांच साल बाद फिर से सत्ता में वापसी की कोशिश में है।
इसके लिए कांग्रेस ने हाल में ही कुमारी शैलजा को प्रदेश ईकाई की कमान सौंपी है।
विधानसभा चुनावों के लिए कांग्रेस ऐसे उम्मीदवारों की तलाश में है जो खादी पहनते हैं और खुद को शराब या दूसरे नशों से दूर रखते हैं। जी हां, हरियाणा कांग्रेस उन उम्मीदवारों को टिकट नहीं देगी, जो नशा करते हैं।
योग्यता
टिकट के लिए पार्टी ने रखी ये योग्यताएं
कुमारी शैलजा ने हाल ही में कांग्रेस की सीट से विधानसभा चुनाव लड़ने के इच्छुक उम्मीदवारों के लिए एक आवेदन पत्र जारी किया था।
इसमें इच्छुक उम्मीदवारों को खुद से जुड़ी कुछ घोषणाएं करने को कहा गया है। इसके जरिए पार्टी यह संदेश देने की कोशिश कर रही है कि वह गांधीवादी और पार्टी की विचारधारा से मेल खाते उम्मीदवारों को टिकट देगी।
इसमें कहा गया है कि उम्मीदवार को धर्म निरपेक्षता, समाजवाद जनतंत्रवाद में विश्वास होना चाहिए।
आवेदन
23 सितंबर तक किया जा सकता है आवेदन
हरियाणा में कांग्रेस के सामने भाजपा की पहाड़ जैसी चुनौती है। पार्टी को उम्मीद है कि केवल गंभीर उम्मीदवार ही इन योग्यताओं को पार कर टिकट की दावेदारी पेश करेंगे।
कांग्रेस ने टिकट के आवेदन के लिए सामान्य वर्ग के लिए 5,000 रुपये और अनुसूचित जाति/जनजाति व महिलाओं के लिए 2,000 रुपये निर्धारित की है।
इसके अलावा 25 रुपये की ऐप्लिकेशन फीस रखी गई है। इच्छुक उम्मीदवार 23 सितंबर तक आवेदन कर सकते हैं।
जानकारी
हरियाणा में 21 अक्तूबर को होगा मतदान
चुनाव आयोग ने शनिवार को हरियाणा और महाराष्ट्र में विधानसभा चुनावों का ऐलान कर दिया था। दोनों राज्यों में एक चरण में 21 अक्तूबर को मतदान होगा और 24 अक्तूबर को नतीजे घोषित किए जाएंगे।
कमजोरी
आपसी फूट से जूझ रही कांग्रेस
कांग्रेस हरियाणा में आपसी फूट से जूझ रही है। प्रदेश कांग्रेस का एक धड़ा लंबे समय से प्रदेश अध्यक्ष पद पर बने अशोक तंवर को बदलने की मांग कर रही था।
सोनिया गांधी के कांग्रेस अध्यक्ष बनने के बाद अशोक तंवर की जगह कुमारी शैलजा को कमान सौंपी गई है।
वहीं पूर्व मुख्यमंत्री भूपेंद्र सिंह हुड्डा को भी अहम जिम्मेदारियां दी गई है, लेकिन कांग्रेस अब भी हरियाणा में एक नहीं हो पाई है।
नतीजे
हरियाणा में भाजपा ने पहली बार बनाई थी सरकार
हरियाणा में पिछली बार हुए विधानसभा चुनावों में भारतीय जनता पार्टी को पहली बार बहुमत मिला था।
राज्य की 90 सीटों में से भाजपा के हिस्से में 47 और कांग्रेस के हिस्से में 17 सीटें आई थीं। इनेलो ने 19 सीटें, बसपा ने एक सीट और अकाली दल ने एक सीट पर जीत हासिल की थी। पांच सीटें आजाद उम्मीदवारों के हिस्से में गई थी।
भाजपा इस बार हरियाणा में 75 सीटें जीतने का लक्ष्य लेकर चल रही है।