दिल्ली: भाजपा के नेतृत्व में NDA की बैठक, 38 पार्टियां हुईं शामिल
क्या है खबर?
केंद्र की सत्ता में काबिज भाजपा के नेतृत्व वाले राष्ट्रीय लोकतांत्रिक गठबंधन (NDA) की बैठक शुरू हो गई है। दिल्ली के अशोका होटल में आयोजित हो रही इस बैठक में भाजपा समेत 38 पार्टियां हिस्सा ले रही हैं।
बैठक से पहले सभी पार्टियों के नेताओं ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को माला पहनाकर उनका भव्य स्वागत किया।
गौरतलब है कि NDA की बैठक से पहले आज बेंगलुरू में भी विपक्षी पार्टियों की अहम बैठक हुई।
बयान
राष्ट्रीय प्रगति को आगे बढ़ाना चाहता है NDA- प्रधानमंत्री मोदी
प्रधानमंत्री मोदी ने ट्वीट किया, "यह बेहद खुशी की बात है कि पूरे भारत से हमारे NDA के मूल्यवान साझेदार आज दिल्ली में बैठक में भाग लेंगे। हमारा एक समय-परीक्षणित गठबंधन है, जो राष्ट्रीय प्रगति को आगे बढ़ाना और क्षेत्रीय आकांक्षाओं को पूरा करना चाहता है।"
उन्होंने इससे पहले एक कार्यक्रम में विपक्षी पार्टियों पर परिवारवाद को लेकर निशाना साधते हुए कहा था कि भ्रष्टाचार की दुकान में जुटे हुए यह सभी परिवारवाद के कट्टर समर्थक हैं।
बैठक
NDA की बैठक में कौन-सी पार्टियां हुईं शामिल?
NDA की बैठक में भाजपा समेत 38 पार्टियां शामिल हो रही हैं। इनमें ऑल इंडिया अन्ना द्रविड़ मुनेत्र कड़गम (AIADMK), नेशनल पीपुल्स पार्टी (NPP), नेशनल डेमोक्रेटिक प्रोग्रेसिव पार्टी (NDPP), जननायक जनता पार्टी (JJP) और राष्ट्रीय लोक जनशक्ति पार्टी शामिल हैं।
इसके अलावा सिक्किम क्रांतिकारी मोर्चा, एकनाथ शिंदे के नेतृत्व वाली शिवसेना, जीतनराम मांझी की हिंदुस्तानी अवाम मोर्चा और उपेंद्र कुशवाहा की राष्ट्रीय लोक जनता दल भी बैठक में मौजूद हैं।
निशाना
भाजपा ने विपक्षी गठबंधन INDIA पर साधा निशाना
भाजपा ने विपक्ष के गठबंधन इंडियन नेशनल डेवलपमेंटल इन्क्लूसिव अलायन्स (INDIA) पर निशाना साधा है।
भाजपा ने कांग्रेस के अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे का वीडियो साझा करते हुए ट्वीट किया, 'जिस 'INDIA' को दुनियाभर में बदनाम करते फिरते हैं, अपने अस्तित्व और परिवारों को बचाने के लिए उसके नाम का ही सहारा लेना पड़ा। और तो और, वो नाम भी सही से नहीं ले पा रहे हैं।'
बेंगलुरू में विपक्षी पार्टियों की बैठक में गठबंधन का नया नाम तय किया गया।
गठन
1998 में हुआ था NDA का गठन
NDA का गठन मई, 1998 में लोकसभा चुनाव लड़ने के लिए किया गया था। इसका मुख्य उद्देश्य कांग्रेस विरोधी गठबंधन बनाना था। इसका नेतृत्व भाजपा ने किया था और इसमें समता पार्टी और AIADMK के साथ-साथ शिवसेना सहित कई क्षेत्रीय पार्टियां शामिल थीं।
NDA ने 1999 के लोकसभा चुनाव में बढ़त हासिल की थी और अटल बिहारी वाजपेयी देश के प्रधानमंत्री बने थे। हालांकि, NDA को 2004 और 2009 में हार का सामना करना पड़ा था।
चुनाव
NDA ने 2014 और 2019 में दर्ज की थी प्रचंड जीत
NDA ने 2014 के लोकसभा चुनाव में बहुमत का आकंड़ा पार करते हुए केंद्र में सत्ता हासिल की थी और गुजरात के तत्कालीन मुख्यमंत्री नरेंद्र मोदी देश के प्रधानमंत्री बने थे।
NDA ने इसके बाद 2019 के लोकसभा चुनाव में भी प्रचंड जीत हासिल की थी। इनमें अधिकतर 303 सीटें भाजपा ने जीती थीं।
बता दें कि पिछले लोकसभा चुनाव में भाजपा के साथ रहीं कई पार्टियां NDA से अलग हो चुकी हैं।