कहीं सूजी में मिलावट तो नहीं? इन तरीकों से लगाएं पता

हलवे से लेकर तरह-तरह के पकवानों को बनाते समय सूजी का इस्तेमाल किया जाता है। इसलिए कई लोग इसे अपनी रसोई में जरूर रखते हैं। हालांकि, सूजी के बढ़ते इस्तेमाल के साथ-साथ इसमें मिलावट एक बड़ी समस्या बन गई है। इसी बात को ध्यान में रखकर आज हम आपको सूजी की शुद्धता जांचने के तरीके बताने जा रहे हैं ताकि आप मिलावटी सूजी के सेवन से बच सकें।
यह सबसे महत्वपूर्ण स्टेप है कि जब भी आप पैकेट वाली सूजी खरीदने जाएं तो इसके लेबल को पहले थोड़ा ध्यान से पढ़ें। हम ऐसा इसलिए कह रहे हैं क्योंकि कुछ लोग बिना लेबल पढ़े ही सूजी खरीद लेते हैं और ऐसा करना गलत है। दरअसल, कुछ कंपनियां सूजी में मिलाई जाने वाली सामग्रियों के बारे में जानकारी पैकेट के ऊपर ही बहुत छोटे अक्षरों में दे देती है, इसलिए एक बार लेबल पढ़कर ही सूजी खरीदें।
आप चाहें तो सूजी की शुद्धता का पता लगाने के लिए नींबू के रस का भी इस्तेमाल कर सकते हैं। इसके लिए सबसे पहले एक कटोरी में एक चम्मच सूजी रखकर इसके ऊपर नींबू के रस की कुछ बूंदें डालें, फिर चार से पांच मिनट के लिए इसे ऐसे ही छोड़ दें। समय पूरा होने के बाद अगर सूजी में बुलबुले उठने लगें तो समझ जाइए कि इसमें किसी न किसी चीज की मिलावट जरूर है।
सूजी शुद्ध है या नहीं, इसका पता आप हाइड्रोक्लोरिक एसिड सॉल्यूशन की मदद से लगा सकते हैं। इसके लिए एक टेस्ट ट्यूब में एक चम्मच सूजी और हाइड्रोक्लोरिक एसिड की तीन से चार बूंदें डालें, फिर इस मिश्रण में एक हल्दी पेपर की स्ट्रिप को डुबोकर निकाल लें। अगर स्ट्रिप के रंग में कोई बदलाव नहीं आया तो समझ जाइए कि सूजी शुद्ध है, लेकिन अगर स्ट्रिप लाल रंग की हो जाती है तो सूजी में मिलावट है।
आप चाहें तो सूजी की शुद्धता का पता लगाने के लिए आयोडीन सॉल्यूशन का भी इस्तेमाल कर सकते हैं। इसके लिए सबसे पहले थोडी सी सूजी को एक पैन में पानी के साथ डालें। अब इसे पांच मिनट तक उबालें और फिर ठंडा कर लें। अंत में सूजी में आयोडीन सॉल्यूशन की कुछ बूंदें डालें और देखें कि कहीं इसका रंग नीला तो नहीं पड़ गया। अगर यह नीला पड़ जाए तो समझ जाइए कि सूजी नकली है।