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रोग प्रतिरोधक क्षमता को बढ़ाने के चक्कर में न पीएं ज्यादा काढ़ा, पहुंचा सकता है नुकसान

रोग प्रतिरोधक क्षमता को बढ़ाने के चक्कर में न पीएं ज्यादा काढ़ा, पहुंचा सकता है नुकसान

लेखन अंजली
Aug 04, 2020
03:55 pm

क्या है खबर?

कोरोना वायरस से बचाव के तौर पर स्वास्थ्य विशेषज्ञ रोग प्रतिरोधक क्षमता को मजबूत करने की सलाह दे रहे हैं। ऐसे में इन दिनों इम्यूनिटी बूस्टर काढ़ा खूब चर्चा में हैं। आयुष मंत्रालय भी लोगों को इसके प्रयोग का सुझाव दे चुका है। काढ़ा बेशक असरदार है लेकिन इसका ज्यादा सेवन शरीर को नुकसान पहुंचा सकता है। आइए जानते हैं कि ज्यादा काढ़ा पीने से क्या नुकसान हो सकते हैं।

#1

इसलिए स्वास्थ्य को नुकसान पहुंचाता है काढ़ा

काढ़े को तैयार करने के लिए आमतौर पर काली मिर्च, सोंठ, पीपली, दालचीनी, हल्दी, गिलोय और अश्वगंधा जैसी कई औषधियों का इस्तेमाल किया जाता है। इन सभी चीजों की तासीर बहुत गर्म होती है। अगर कोई व्यक्ति इन चीजों का सेवन बेहिसाब करेगा तो उसके शरीर में गर्मी बढ़ सकती है जिससे स्वास्थ्य बहुत प्रभावित होता है। साफ शब्दों में कहें तो इस स्थिति में संक्रमण से बचाने की बजाय काढ़ा शरीर को नुकसान पहुंचा सकता है।

#2

काढ़ा बनाते समय रखें खास ध्यान

अगर आप रोग प्रतिरोधक क्षमता को बढ़ाने के लिए आयुष मंत्रालय या फिर किसी आयुर्वेदाचार्य द्वारा बताए गए काढ़े का सेवन कर रहे हैं तो आपको कई बातों का खास ध्यान रखने की जरूरत है। उदाहरण के तौर पर काढ़ा बनाते समय सामग्रियों की मात्रा का खास ध्यान रखें और कोई शारीरिक नुकसान दिखने पर सामग्रियों की मात्रा कम कर दें। समस्या कम नहीं होने पर किसी आयुर्वेदाचार्य से सलाह जरूर लें।

#3

इन स्थितियों में भी काढ़े का सेवन हो सकता है नुकसानदायक

अगर आप पहले से ही किसी शारीरिक समस्या से जूझ रहे हैं या आपने उपवास रखा है या आप कोई खास डाइट फॉलो कर रहे हैं तो डॉक्टरी सलाह परामर्श के बाद ही काढ़े का सेवन करें। हम ऐसा सुझाव इसलिए दे रहे हैं क्योंकि इन स्थितियों में काढ़ा शरीर को बेहद अधिक नुकसान पहुंचा सकता है। इसलिए पूरी जानकारी के बाद ही काढ़े का सेवन करें।

#4

इतनी मात्रा में काढ़े का सेवन करना स्वास्थ्य के लिए फायदेमंद

काढ़ा बेशक बेहद फायदेमंद है लेकिन इसका जरूरत से ज्यादा सेवन आपके शरीर को काफी हद तक नुकसान पहुंचा सकता है। आयुष मंत्रालय की सलाह के अनुसार, हमें दिन में दो बार आधा-आधा कप काढ़ा ही पीना चाहिए। अगर आपको काढ़े का नियमित सेवन करने के बाद शरीर में नाक से खून आना, मुंह में छाले पड़ना, पेट में जलन होना, अपच और पेचिश जैसे लक्षण दिखते हैं तो आपको इसका सेवन करना तुरंत बंद कर देना चाहिए।