आयुष मंत्रालय ने बताया शीतली प्राणायाम का महत्व, जानिए इसके अभ्यास का तरीका और अन्य बातें
कोरोना वायरस को हराने के लिए सबको खुद की रोग प्रतिरोधक क्षमता मजबूत करने के साथ-साथ तनावमुक्त रहना भी जरूरी है। हाल ही में आयुष मंत्रालय ने तनावमुक्त रहने के लिए सोशल मीडिया के जरिए शीतली प्राणायाम के अभ्यास की सलाह दी है। इसके नियमित अभ्यास से हर कोई बेहतर तरीके से खुद को तनाव से मुक्त रखने में सक्षम हो सकता है। आइए शीतली प्रणायाम करने का तरीका, फायदे और इससे जुड़ी सावधानियां जानें।
अभ्यास करने से पहले इन सावधानियों पर जरूर दें ध्यान
1) अगर आपको सर्दी, खांसी या टॉन्सिल जैसी समस्याएं हैं तो शीतली प्राणायाम के अभ्यास से बचें। 2) कम रक्तचाप या अस्थमा से ग्रसित लोगों को भी शीतली प्राणायाम का अभ्यास नहीं करना चाहिए, क्योंकि इससे फायदे की बजाए नुकासान ज्यादा हो सकता है। 3) हृदय और पुरानी कब्ज से पीड़ित लोगों को भी इस प्राणायाम का अभ्यास नहीं करना चाहिए।
पहली बार शीतली प्राणायाम कर रहे हैं तो इन बातों पर जरूर गौर फरमाएं
1) अगर आप पहली बार शीतली प्राणायाम का अभ्यास करने वाले हैं तो आपको शुरुआत में गले में खराशा या सांस लेने में समस्या हो सकती है। ऐसे में इस प्राणायाम के अभ्यास से पहले ऐसे प्राणायाम या योगासनों का अभ्यास करें, जो शरीर का तापमान बढ़ाने में मदद कर सकते हैं। 2) शुरुआत में यह प्राणायाम धीरे-धीरे करने की कोशिश करें। ऐसा करने से आपको इस आसान को करने से कोई समस्या नहीं होगी।
इस तरीके करें करें शीतली प्रणायाम
सबसे पहले पद्मासन या किसी भी आरामदायक स्थिति में बैठ जाएं और आंखें बंद कर लें। अब अपने हाथों को ज्ञानमुद्रा में घुटनों पर रखकर अपनी जीभ से नली का आकार बना लें। दोनों किनारों से जिह्वा को मोड़कर पाइप का आकार बना लें, फिर इसी स्थिति में लंबी और गहरी सांस लेकर जीभ को अन्दर करके मुहं को बंद कर लें। इसके बाद अपनी नाक के जरिए धीरे-धीरे सांस निकालें। इस प्रक्रिया को कम से कम 20-25 बार दोहराएं।
नियमित तौर पर शीतली प्राणायाम के अभ्यास से होते हैं ये फायदे
1) इस प्राणायाम के नियमित अभ्यास से काफी हद तक तनाव से दूरी बनी रहती है। 2) इस प्राणायाम से ठंडकपन का अहसास होता है, जिससे शरीर और दिमाग को शांत रखने में मदद मिलती है। 3) उच्च रक्तचाप वालों के लिए यह प्राणायाम बेहद लाभकारी है। 4) शीतली प्राणायाम पित्त में होने वाली बीमारियों से बचाता है। 5) यह प्राणायाम स्वास्थ्य के लिए अत्यंत लाभकारी है। इसका नियमित अभ्यास से आप बहुत सारे परेशानियों से बच सकते हैं।