प्यार के अलग-अलग प्रकारों का हमारे दिमाग पर होता है खास प्रभाव, अध्ययन में हुआ खुलासा
क्या है खबर?
प्यार एक एहसास है, जिसे लोग दिल से महसूस करते हैं। हालांकि, वैज्ञानिकों ने खुलासा किया है कि प्यार न सिर्फ दिल, बल्कि दिमाग पर भी प्रभाव डालता है।
वैज्ञानिकों ने प्यार की तलाश को एक नए स्तर पर ले जाते हुए खुलासा किया है कि विभिन्न प्रकार का प्यार मस्तिष्क के अलग-अलग हिस्सों को प्रभावित करता है।
यह खास अध्ययन फिनलैंड के आल्टो विश्वविद्यालय द्वारा किया गया है। आइए इसके बारे में विस्तार से जानते हैं।
शोध
6 प्रकार के प्रेम के आधार पर हुआ था यह अध्ययन
इस शोध को पूरा करने के लिए शोधकर्ताओं ने कार्यात्मक चुंबकीय अनुनाद इमेजिंग (fMRI) के जरिए प्रतिभागियों के दिमाग की गतिविधियों की जांच की थी।
सभी प्रतिभागियों को 6 तरह के प्यार पर विचार करने को कहा गया था, जिनमें प्रेमी-प्रेमिका, दोस्त, बच्चे, अजनबियों, पालतू जानवर और प्रकृति से प्रेम शामिल था।
एक अभिनेता ने हर तरह के प्रेम से जुड़ी कहानियां सुनाईं, जिसके बाद प्रतिभागियों को 10 सेकंड तक प्रत्येक भावना की कल्पना करनी थी।
परिणाम
दिमाग बच्चों से होने वाले प्रेम पर देता है सबसे अधिक प्रतिक्रिया
लोगों का दिमाग बच्चों के प्रेम पर सबसे अधिक प्रतिक्रिया पेश करता है, जिसके बाद रोमांटिक प्रेम का स्थान आता है।
अध्ययन का समन्वय करने वाले पार्ट्टीली रिने ने बताया, "माता-पिता के प्यार में, प्यार की कल्पना करते समय स्ट्रिएटम क्षेत्र में मस्तिष्क की इनाम प्रणाली में गहरी सक्रियता होती है, जो किसी अन्य प्रकार में नहीं दिखाई दी।"
मस्तिष्क की गतिविधि प्यार की वस्तु की नजदीकी और उसके इंसान या कोई अन्य प्रजाति होने पर निर्भर करती है।
पालतू जानवर
प्रकृति और पालतू जानवरों के प्रेम पर दिमाग की गतिविधि
अजनबियों के लिए दया वाले प्रेम का दिमाग पर कम असर होता है। हालांकि, प्रकृति का प्रेम मस्तिष्क की इनाम प्रणाली और दृश्य क्षेत्रों को सक्रिय करने की क्षमता रखता है।
इस अध्ययन के जरिए मस्तिष्क की गतिविधि और पालतू जानवरों के बीच एक संबंध सामने आया है।
पालतू जानवरों के प्रति प्रेम से संबंधित मस्तिष्क गतिविधि की जांच करते समय दिमाग के खास हिस्से संकेत दे रहे थे कि कोई व्यक्ति पालतू जानवर का मालिक है या नहीं।
अन्य अध्ययन
भावनाओं को समझने के लिए पार्ट्टीली ने पहले भी किए हैं अध्ययन
पार्ट्टीली के लिए यह प्यार को समझने का पहला प्रयास नहीं है। इससे पहले भी वह अपनी टीम के साथ मिलकर कई अध्ययन कर चुके हैं।
उन्होंने एक साल पहले भावनाओं को समझने के लिए एक शोध किया था, जिसमें प्यार के सबसे मजबूत शारीरिक अनुभवों को करीबी संबंधों के साथ जोड़ा गया था।
उनको उम्मीद है कि उनका काम लगाव विकार, अवसाद या रिश्तों के मुद्दों को समझकर मानसिक स्वास्थ्य को मजबूत बना सकता है।