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भीगे बनाम कच्चे: जानिए किस तरह से सूखे मेवे खाने चाहिए? 

भीगे बनाम कच्चे: जानिए किस तरह से सूखे मेवे खाने चाहिए? 

लेखन अंजली
Jul 26, 2024
07:46 am

क्या है खबर?

सूखे मेवे स्नैकिंग के लिए एक स्वास्थ्यवर्धक विकल्प हैं और इनके स्वाद के साथ-साथ कई स्वास्थ्य लाभों के कारण विभिन्न व्यंजनों को बनाते समय इनका इस्तेमाल किया जाता है। हालांकि, कई लोग इस बात को लेकर उलझन में रहते हैं कि सूखे मेवे भिगोकर खाने चाहिए या नहीं। आइए आज हम आपको दोनों तरह से सूखे मेवे खाने के फायदे और नुकसान बताते हैं ताकि आप सही विकल्प आसानी से चुन सकें।

पोषण

सूखे मेवों में मौजूद पोषण सामग्रियां

बादाम, अखरोट, किशमिश और अंजीर जैसे सूखे मेवे विटामिन-E, विटामिन-B कॉम्प्लेक्स, मैग्नीशियम, पोटेशियम और कैल्शियम से भरपूर होते हैं। सूखे मेवों को एंटी-ऑक्सीडेंट का बेहतरीन स्त्रोत भी माना जाता है, जो ऑक्सीडेटिव तनाव और सूजन को दूर करने में मदद कर सकते हैं। इसके अतिरिक्त बादाम और अखरोट में स्वस्थ वसा होती है, जो हृदय स्वास्थ्य के लिए लाभदायक होती है। सूखे मेवों में डाइटरी फाइबर भी होता है, जो पाचन और आंत के स्वास्थ्य को बढ़ावा दे सकते हैं।

बिना भिगोए सूखे मेवे

बिना भिगोए सूखे मेवे खाने के फायदे और नुकसान

फायदे: बिना भिगोए सूखे मेवों को किसी भी समय सीधा खाया जा सकता है। इसके अतिरिक्त इन्हें लंबे समय स्टोर करके रखा जा सकता है। नुकसान: डाइटरी फाइबर की उच्च मात्रा और प्राकृतिक एंजाइम अवरोधकों के कारण कुछ लोगों के लिए कच्चे सूखे मेवों को पचाना मुश्किल हो सकता है। साथ ही कुछ सूखे मेवों में फाइटिक एसिड और टैनिन जैसे तत्व होते हैं, जो पोषक तत्वों के अवशोषण में बाधा डाल सकते हैं।

भीगे सूखे मेवे

भिगोए सूखे मेवों के लाभ और दुष्प्रभाव

फायदे: सूखे मेवों को भिगोकर खाने से उनमें जटिल प्रोटीन टूट जाते हैं, जिससे उनकी पाचन क्षमता बढ़ जाती है। साथ ही भीगे सूखे मेवे नरम हो जाते हैं और उनका सेवन हाइड्रेशन प्रदान करता है। नुकसान: सूखे मेवों को भिगोने के लिए योजना और समय की जरूरत होती है, जो हर किसी के लिए सुविधाजनक नहीं हो सकता है। इसके अतिरिक्त भीगे सूखे मेवों की शेल्फ लाइफ बहुत कम होती है।

चयन

भीगे या कच्चे, किस तरह से सूखे मेवे खाने चाहिए?

कच्चे और भीगे सूखे मेवों के बीच का चयन व्यक्तिगत प्राथमिकताओं और पाचन क्षमता पर निर्भर करता है। हालांकि, भीगे हुए सूखे मेवे पचाने में आसान होते हैं और पाचन संबंधी समस्याओं या संवेदनशील पेट वाले लोगों के लिए ये एक अच्छा विकल्प हैं। वहीं ठीक पाचन वाले लोग बेझिझक सीमित मात्रा में सूखे मेवे खा सकते हैं। यहां जानिए भिगोए और सूखे बादाम में अंतर और इनके फायदे