मीठा खाने के हैं शौकीन? जानिए मीठे व्यंजन खाने का सही समय
जिस तरह पोषक तत्वों से भरपूर खाद्य पदार्थों का सेवन करना सेहत के लिए लाभदायक है, ठीक उसी तरह मीठे का सेवन संतुलित मात्रा में करना बेहतर है। हालांकि, रोजाना या गलत समय पर मीठा खाने से स्वास्थ्य प्रभावित हो सकता है। खासतौर से रात के खाने के बाद मीठे का सेवन करने से मधुमेह या मोटापे जैसी बीमारियों का खतरा बढ़ सकता है। आइए जानते हैं कि मीठा खाने का सही समय और मीठे के स्वास्थ्यवर्धक विकल्प क्या हैं।
मीठा खाने का सही समय क्या है?
स्वास्थ्य लक्ष्यों से समझौता किए बिना मीठे का सेवन सुबह के समय करना अच्छा है। इसका कारण है कि जो भी आप सुबह के समय खाते हैं, उसे पचाने के लिए आपको पूरा दिन मिल जाता है। इसलिए पोषण विशेषज्ञ भी रात के समय मीठा न खाने की सलाह देते हैं क्योंकि खाने के कुछ देर बाद ही हम सोने के लिए चले जाते हैं, जिससे यह ढंग से नहीं पच पाता और कई समस्याओं का खतरा बढ़ जाता है।
दोपहर के समय भी खाया जा सकता है मीठा
दोपहर का समय भी मिठाइयों का आनंद लेने के लिए आदर्श है, लेकिन इसके लिए फल या दही वाले मीठे व्यंजनों का विकल्प चुनें। इससे न सिर्फ आपके मीठे की लालसा दूर होगी, बल्कि मेटाबॉलिज्म भी सही तरह से काम करेगा। हालांकि, गर्भवती महिलाएं दोपहर के समय मीठा खाने से परहेज करें या कम मीठी और पोषक तत्वों से भरपूर चीजों का सेवन करें क्योंकि इससे आपका और आपके बच्चे का स्वास्थ्य प्रभावित नहीं होगा।
रात के समय मीठा खाने के नुकसान
रोजाना रात के समय मीठा खाने से ब्लड शुगर के स्तर में तेजी से बढ़ोतरी होती है। समय के साथ ब्लड शुगर में बार-बार वृद्धि इंसुलिन प्रतिरोध में योगदान कर सकती है, जो मधुमेह और मोटापे जैसी बीमारियों का कारण बन सकता है। रात में मिठाइयां खाने से पाचन प्रक्रिया धीमी हो सकती है। इससे शरीर में असुविधा और सूजन होने लगती है। इसके अतिरिक्त यह नींद न आने और पोषक तत्वों में असंतुलन उत्पन्न कर सकता है।
मीठे के स्वास्थ्यवर्धक विकल्प
घर पर मीठे व्यंजन बनाते समय चीनी की बजाय इसके स्वास्थ्यवर्धक विकल्प जैसे फल, गुड, शहद और मेपल सीरप आदि का इस्तेमाल करें। इस तरीके से मीठे व्यंजन स्वास्थ्यवर्धक बनेंगे और उनके सेवन से आपका स्वास्थ्य भी प्रभावित नहीं होगा। हालांकि, अगर गर्भवती महिला को मधुमेह है तो वह मीठे व्यंजनों का सेवन करने से बचे। इसके अतिरिक्त जब भी आपको मीठा खाने का मन करें तो मीठे का थोड़ा ही हिस्सा खाएं।