'सबसे खुश जीवित व्यक्ति' मैथ्यू रिकार्ड ने साझा किया खुश रहने का मूलमंत्र, जानें
कुछ लोग छोटी-छोटी खुशियों का आनंद लेते हैं, जबकि कई बड़ी खुशियों की तलाश में रहते हैं। ऐसे में यह कहना गलत नहीं होगा कि अभी भी असल खुशी के सार और अनुभव को पूरी तरह से समझना बाकी है। हालांकि, 'सबसे खुश जीवित व्यक्ति' के टैग से सम्मानित फ्रांस के मैथ्यू रिकार्ड के जीवन जीने का तरीका अलग है और हाल ही में उन्होंने इससे जुड़े कुछ रहस्यों का खुलासा किया। आइए इस बारे में जानते हैं।
मैथ्यू ने बौद्ध धर्म को आगे बढ़ाने के लिए छोड़ा अपना करियर
मैथ्यू आज एक फ्रांसीसी लेखक, फोटोग्राफर, अनुवादक और बौद्ध भिक्षु हैं, जिन्होंने 45 साल पहले एक मठवासी जीवन जीने के लिए सेलुलर जेनेटिक्स में अपना करियर छोड़ दिया था। तब से वह एक अंतरराष्ट्रीय बेस्टसेलिंग लेखक और दुनिया के विभिन्न विशिष्ट प्लेटफार्मों पर वक्ता बन गए हैं। वह अपनी किताब 'बियॉन्ड द सेल्फ' के कारण भी लोगों के बीच लोकप्रिय बने हुए हैं, जिसमें उनके जीवन जीने के तरीके और खुशी से जुड़े उपदेश हैं।
विज्ञान से मिला मैथ्यू को 'सबसे खुश जीवित व्यक्ति' का टैग
विज्ञान द्वारा प्रमाणित होने के बाद मैथ्य को 'सबसे खुश जीवित व्यक्ति' के रूप में जाना जाता है। दरअसल, जब विस्कॉन्सिन विश्वविद्यालय के न्यूरो वैज्ञानिकों की एक टीम ने मैथ्यू के दिमाग का स्कैन किया तो वह गहरे ध्यान में थे और टीम ने पूरे अध्ययन के बाद पाया कि उनमें खुशी की उच्चतम क्षमता है। यह सुनने में भले ही अजीब लगे, लेकिन यह अध्ययन 12 सालों तक चला था।
मैथ्यू के दिमाग के गामा तरंगों का स्तर भी किया गया दर्ज
द गार्जियन के अनुसार, साल 2004 में किए गए शोध में मैथ्यू के दिमाग में गामा तरंगों का स्तर भी दर्ज किया गया था। अध्ययन के समय मैथ्यू ने जो ध्यान किया, उससे उनके दिमाग का सकारात्मक भावनाओं से जुड़ा एक हिस्सा सक्रिय हो गया।
मैथ्यू ने इसे बताया अपने सुखी जीवन का राज
स्विट्जरलैंड में स्थित वर्ल्ड इकोनॉमिक फोरम में अपने भाषण के दौरान मैथ्यू ने खुलासा किया कि खुशहाल जीवन जीने के लिए प्रतिदिन केवल 15 मिनट लगते हैं। उन्होंने साझा किया कि यह सब परोपकारी होने के बारे में है। उनका कहना है कि पूरे दिन केवल 'मैं, मैं मैं' करना काफी घुटना भरा और दयनीय है क्योंकि आप पूरी दुनिया को एक खतरे के रूप में देखते हैं।
परोपकार, आंतरिक शक्ति, आंतरिक स्वतंत्रता के गुणों को खुद में विकसित करें- मैथ्यू
मैथ्यू ने भाषण में लोगों से खुद में परोपकार, आंतरिक शक्ति और आंतरिक स्वतंत्रता के गुणों को विकसित करने को कहा। उन्होंने कहा कि व्यक्ति को जीवन की छोटी-छोटी खुशियों का आनंद लेना चाहिए और ध्यान रखना चाहिए कि यह कुछ देर ही रहने वाली हैं। उन्होंने एक उदाहरण देते हुए कहा, "बर्फ में चलने के बाद गर्म पानी से नहाने में कोई बुराई नहीं है, लेकिन अगर आप 24 घंटे शॉवर लेते रहेंगे तो आपको यह पसंद नहीं आएगा।"