गुजरात के वडोदरा में स्थित हैं ये 5 खूबसूरत पर्यटन स्थल, छुट्टियों में जरूर जाएं घूमने
कई वास्तुशिल्प चमत्कारों और प्राकृतिक वैभवों से संपन्न वडोदरा एक खूबसूरत शहर है। गुजरात का यह शहर अपने संग्रहालयों, मंदिरों, प्राचीन महलों और स्वादिष्ट गुजराती व्यंजनों के लिए जाना जाता है। यह सबसे ज्यादा लक्ष्मी विलास पैलेस के लिए प्रसिद्ध है, जिसकी वास्तुकला अद्भुत है। इसके अतिरिक्त वहां और भी खूबसूरत पर्यटन स्थल हैं। अगर आप वडोदरा घूमने का प्लान बना रहे हैं तो इन 5 जगहों का रुख जरूर करें।
लक्ष्मी विलास पैलेस
भारत के प्रसिद्ध और शानदार महलों में से एक लक्ष्मी विलास पैलेस का निर्माण साल 1890 में महाराजा सयाजीराव गायकवाड़ तृतीया ने करवाया था। 170 से अधिक कमरों वाला 500 एकड़ में फैला यह महल भारत के सबसे बड़े निजी आवासों में से एक है। यह लंदन के बकिंघम पैलेस से 4 गुना बड़ा है। इस महल को इंडो-सारसेनिक शैली की वास्तुकला में डिजाइन किया गया है, जिसमें मेहराब और गुंबद हैं।
सूरसागर झील
इस झील को चांद तालाब के नाम से भी जाना जाता है। इसका निर्माण 18वीं शताब्दी में सुरेश्वर देसाई ने करवाया था। शहर के केंद्र में स्थित इस मंत्रमुग्ध कर देने वाली झील में ओवरफ्लो होने की स्थिति में पानी का प्रबंधन करने के लिए कई भूमिगत द्वार हैं। झील के बीच में 120 फुट ऊंची भगवान शिव की मूर्ति स्थापित है। आप इस झील के किनारे बैठकर शांत वातावरण का आनंद लेते हुए आराम कर सकते हैं।
कीर्ति मंदिर
लक्ष्मी विलास पैलेस के अलावा महाराजा सयाजीराव ने साल 1936 में कीर्ति मंदिर का निर्माण करवाया था। यह मंदिर भगवान शिव को समर्पित है। इसे वडोदरा राजपरिवार के सदस्यों की याद में बनवाया गया था। विश्वामित्री ब्रिज के पास स्थित इस मंदिर में गुंबद, छतें और 35 मीटर ऊंचा केंद्रीय शिखर है, जबकि इसके अंदरूनी भाग जटिल नक्काशीदार भित्तिचित्रों से सजाए गए हैं।
श्री अरबिंदो आश्रम
वडोदरा के डांडिया बाजार में स्थित श्री अरबिंदो आश्रम एक बड़ा-सा बंगला है, जिसमें एक अध्ययन कक्ष, एक पुस्तकालय और एक बिक्री एम्पोरियम के साथ लगभग 23 कमरे हैं। प्रसिद्ध भारतीय दार्शनिक, योगी और राष्ट्रवादी श्री अरबिंदो घोष साल 1894 से 1906 तक इस बंगले में रहे थे। अब यह बंगला पर्यटकों के लिए सुबह 9 से शाम 7 बजे तक खुलता है और आपको यहां अरबिंदो द्वारा लिखी गई किताबें उनके अवशेषों के साथ मिलेगीं।
सयाजी गार्डन
वडोदरा में सबसे लोकप्रिय पर्यटन स्थलों में से एक सयाजी गार्डन को महाराजा सयाजीराव ने साल 1879 में बनवाया था। विश्वामित्री नदी के तट पर स्थित इस गार्डन का क्षेत्रफल 113 एकड़ है, जो इसे पश्चिमी भारत के सबसे बड़े सार्वजनिक गार्डन में से एक बनाता है। यह गार्डन अपनी फूलों वाली घड़ी और सयाजी टॉय ट्रेन के लिए लोकप्रिय है। इसलिए आपके बच्चों को भी यह जगह बहुत पसंद आएगी।