जानिए क्या होती है हर्बल चाय और इससे मिलने वाले फायदे
हर्बल चाय का सेवन आज से नहीं बल्कि प्राचीन समय से किया जा रहा है, लेकिन पिछले कुछ दशकों में इसकी मांग काफी तेजी से बढ़ रही है क्योंकि यह चाय की तलब को दूर करने और स्वास्थ्य लिहाज से बहुत फायदेमंद है। हर्बल चाय कई तरह की होती है, जिसमें गुड़हल, पेपरमिंट, रूइबोस, जिंजर, कैमोमाइल और ब्लू टी आदि सबसे ज्यादा लोकप्रिय हैं। आइए आज हम आपको हर्बल चाय के फायदे और इससे जुड़ी अन्य महत्वपूर्ण बातें बताते हैं।
हर्बल चाय क्या है?
हर्बल चाय मुख्य रूप चाय नहीं है क्योंकि यह चाय के पौधे कैमेलिया साइनेंसिस से प्राप्त नहीं होती है। इसे बनाने के लिए जड़ी-बूटियों, बीजों, फलों या जड़ों का इस्तेमाल किया जाता है, लेकिन इससे बनाने की तरीका बिल्कुल चाय की तरह होता है। वहीं, हर्बल चाय में अन्य चायों की तुलना में उच्च एंटी-ऑक्सिडेंट और कैफीन की मात्रा कम होती है। इसके अतिरिक्त, यह कई तरह के जरूरी पोषक तत्वों से भी समृद्ध होती है।
हर्बल चाय में मौजूद कैफीन की मात्रा
हर्बल चाय की अधिकतर किस्में स्वाभाविक रूप से कैफीन मुक्त होती हैं। हालांकि, कैफीन की मात्रा इस बात पर निर्भर करती है कि हर्बल चाय को बानने के लिए किन जड़ी-बूटियों, फूलों, जड़ों और अन्य चीजों का इस्तेमाल किया गया है। उदाहरण के लिए येर्बा मेट नामक पत्तियों से हर्बल चाय बनाई जाती है और इसमें स्वाभाविक रूप से कैफीन होता है। इस जड़ी-बूटी से बने पेय पदार्थों में कॉफी में मौजूद कैफीन की मात्रा के लगभग आधी होती है।
हर्बल चाय के फायदे
कैमोमाइल: यह हर्बल चाय दिमाग को शांत करके बेहतर नींद दे सकती है। इसके अतिरिक्त, यह मधुमेह को नियंत्रित करने में भी कारगर है। अदरक: अदरक की चाय पीने से मांसपेशियों का दर्द कम होता है और पीरियड्स के दौरान होने वाले दर्द और ऐंठन भी कम होती है। गुड़हल: यह लिवर को सुरक्षित रखने, वजन घटाने और रोग प्रतिरोधक क्षमता को मजबूती प्रदान करने में सहायक है। रूइबोस: यह हड्डियों और पाचन क्रिया के स्वास्थ्य के लिए लाभदायक है।
हर्बल चाय के नुकसान
यह जरूरी नहीं है कि हर तरह की हर्बल चाय आपको सूट करें। हो सकता है कि हर्बल चाय पीने से आपको एलर्जी हो जाए या फिर आपको कई तरह की अन्य समस्याओं का सामना करना पड़ जाए। वहीं, फल या फलों के स्वाद वाली हर्बल चाय अम्लीय होती हैं, जो दांतों के इनेमल को प्रभावित करने का कारण बन सकती हैं। इसलिए डायटीशियन की सलाह के बाद ही अपनी डाइट में किसी हर्बल चाय को शामिल करें।