कई शारीरिक और मानसिक बीमारियों से छुटकारा दिलाते हैं ये प्राणायाम, वीडियो देखकर करें अभ्यास
व्यस्त दिनचर्या में अपने शरीर और मन को शांत रखना चाहते हैं तो प्राणायाम से अच्छा विकल्प कोई हो ही नहीं सकता। साथ ही स्वयं को ऊर्जावान बनाए रखने और शरीर को डिटॉक्सीफाई करने के लिए भी प्राणायाम पर विश्वास किया जा सकता है। इसलिए आज हम आपको कुछ ऐसे प्राणायाम के बारे में बताने जा रहे हैं, जिनके नियमित अभ्यास से कई शारीरिक और मानसिक बीमारियों से छुटकारा मिल सकता है। आइए जानें।
उज्जायी प्राणायाम
उज्जायी प्राणायाम का अभ्यास करने के लिए सुखासन की स्थिति में बैंठ जाइए और गले से खराटेदार आवाज़ निकालते हुए समान रूप से श्वास लें। फिर धीरे-धीरे श्वास को गहरा कर लें, ऐसा 10-20 मिनिट तक करने के बाद धीरे-धीरे सामान्य अवस्था में आ जाएं। साथ ही ध्यान रखें कि अगर आपको ज्यादा देर बैठने में परेशानी होती है तो आप यह प्राणायाम लेटकर या कड़े होकर भी कर सकते हैं। इससे थॉयराइड जैसी समस्याओं से छुटकारा मिलता है।
कपालभाति
इस प्राणायाम के अभ्यास से मस्तिष्क और तांत्रिक तंत्र ऊर्जान्वित होता है । कपालभाति का अभ्यास करने के लिए पद्मासन की स्थिति में बैठ जाइए और हाथों को घुटनों पर ज्ञान मुद्रा में रख लें। आंखे बंद कर पूरे शरीर को ढीला छोड़कर नाक से गहरी सांस लें और पेट की मांसपेशियों को सिकोड़ते हुए सांस छोड़ें, लेकिन सांस छोड़ते समय ज्यादा दबाव न डालें। पांच मिनट इस प्रकिया को दोहराते रहें व धीरे-धीरे आंखों को खोलते हुए प्राणायाम छोड़े।
अनुलोम-विलोम
अनुलोम-विलोम के लिए पद्मासन की स्थिति में बैठें, फिर नाक के छिद्र को दाईं ओर से बंद करके बाएं से सांस लें। फिर बाएं छिद्र को बंद करके दाएं छिद्र से सांस लें। कुछ देर इस अवस्था में रहकर धीरे-धीरे आसन छोड़ दें। अनुलोम-विलोम से फेफड़ों में ऑक्सीजन व ब्लड फ्लो सही रहता है, जिससे शरीर की कोशिकाओं और दिमाग को अधिक ऑक्सीजन मिलता है। साथ ही इससे डिप्रेशन, माइग्रेन, सांस संबंधी समस्याएं और ब्लड प्रेशर कंट्रोल में रहता है।