कई बीमारियों को दूर करता है काला जीरा, इन रोगों के लिए है रामबाण उपाय
जीरे का इस्तेमाल तो लगभग हर घर में किया जाता है, क्योंकि ये खाने में स्वाद व सुगंध दोनों उत्पन्न करता है। वहीं, काला जीरा (कलौंजी) अधिकांश घरों में इस्तेमाल होने वाले सामान्य जीरे से स्वाद में थोड़ा अलग और कड़वाहट से पूर्ण होता है। इसके अलावा काला जीरा कई औषधीय गुणों से भी पूर्ण होता है, जो कुछ बीमारियों का रामबाण उपाय बन सकता है। तो आइए जानें कि काला जीरा किन बीमारियों का रामबाण उपाय बन सकता है।
सर्दी-जुकाम और कफ जैसी बीमारियों से निजात दिलाता है काला जीरा
काला जीरा सर्दी-जुकाम और कफ का रामबाण इलाज है। अगर आप सर्दी-जुकाम और कफ से जल्द ही निजात पाना चाहते हैं, तो सबसे पहले काले जीरे को भूनकर रूमाल में बांध लें। फिर बार-बार इसे सूंघते रहिए। ऐसा करने से सर्दी-जुकाम और कफ से जल्द ही राहत मिलेगी। इसके अलावा काला जीरा काली खांसी, अस्थमा और एलर्जी से होने वाली सांस की बीमारी को कम करने में सहायक है। इस वजह से काला जीरा बेहद ही लाभप्रद है।
पाचन संबंधी समस्याओं से निजात पाना है, तो जरुर करें काले जीरे का सेवन
जीरा एक बेहतरीन एंटी-ऑक्सिडेंट है, जो सूजन को कम करने और मांसपेशियों को आराम पहुचांने में कारगर है। काले जीरे में विभिन्न प्रकार के पोषक गुण शामिल होते हैं, जो पेट संबंधी समस्याओं को दूर करने में मदद करते हैं। साथ ही इसमें एंटीमाइक्रोबियल पाया जाता है, जिससे पाचन संबंधी परेशानियां दूर होती हैं। काले जीरे के सेवन से पेट-दर्द, दस्त, पेट में कीड़े होना, गैस्ट्रिक, पेट फूलना आदि परेशानियां कम होने लगती हैं।
वजन घटाने में सहयोगी है काला जीरा
अगर आप अपने बढ़ते वजन से परेशान हैं तो काला जीरा एक ऐसा रामबाण उपाय है, जो वजन घटाने में सहायक होता है। यदि आप लगातार तीन महीने तक काले जीरे का सेवन करते हैं, तो जल्द वजन घटा सकते हैं।
सिर दर्द और दांत दर्द के लिए बेहद ही लाभप्रद है काला जीरा
काला ज़ीरा सिर दर्द और दांत दर्द की समस्या के लिए भी बेहद लाभप्रद है। तेज सिर दर्द में काले जीरे के तेल को गर्म करके माथे पर लगाने से सिर दर्द कम होने लगता है। केवल यही नहीं काला जीरा दांत के दर्द को भी कम करता है। अगर आपके दांत में दर्द हो तो आप काले जीरे के तेल की कुछ बूंद गर्म पानी में डालकर कुल्ला कर लें। इससे आपके दांत दर्द में तुरंत राहत मिलेगी।
नोट!
काला जीरा तासीर में गर्म होता है जिस कारण इसका सेवन एक दिन में तीन ग्राम से ज्यादा नहीं करना चाहिए। इसके अलावा हाई ब्लडप्रेशर के मरीज, गर्भवती महिला व छोटे बच्चे के मामले में डॉक्टर की सलाह के बाद ही इसका सेवन करना चाहिए।