ट्रेकिंग पसंद है तो वयनाड के चेंब्रा पीक की करें यात्रा, काफी खूबसूरत है यह ट्रेक
चेंब्रा पीक केरल के वायनाड में समुद्र तल से 6,890 फीट की ऊंचाई पर मौजूद है। यह पश्चिमी घाट की सबसे ऊंची चोटियों में से एक है। चेंब्रा पीक तक ट्रेकिंग आमतौर पर मेप्पडी शहर से शुरू होती है। इस ट्रेक के प्रकृति नजारें आपको धरती पर ही जन्नत का अहसास करवाएंगे, इसलिए फोटोग्राफरों की फोटोग्राफी के लिए भी यह ट्रेक बेहतरीन जगह है। आइए आज हम आपको इस खूबसूरत ट्रेक से जुड़ी महत्वपूर्ण बातें बताते हैं।
चेंब्रा पीक ट्रेक के शुरुआती बिंदु तक कैसे पहुंचे?
यह ट्रेक केरल के मेप्पाडी शहर के नजदीक है, जहां से ट्रेकिंग की शुरूआत होती है और यह कोझीकोड से लगभग 76 किमी दूर है। यह जगह कोझीकोड रेलवे स्टेशन से 79 किमी दूर है। वहीं, करीपुर अंतरराष्ट्रीय हवाई अड्डा इससे 92 किमी दूर है।
ट्रेक की शुरुआत
इस ट्रेक की शुरूआत में एक वन कार्यालय है, जिससे अनुमति लेने के बाद ही आप अपनी ट्रेकिंग शुरू कर सकते हैं। दक्षिण वायनाड वन विभाग एजेंसी के तहत चेंब्रा पीक VSS अनुमति और एक गाइड प्रदान करता है। 'पहले आओ-पहले पाओ' के आधार पर रोजाना सिर्फ 200 लोगों को अनुमति मिलती है। हालांकि, वन्यजीवों के कारण उच्चतम बिंदु तक ट्रेकिंग की अनुमति नहीं है, लेकिन चोटी के नीचे दिल के आकार वाली झील तक ट्रेकिंग करने की अनुमति है।
इस ट्रेकिंग का मुख्य आकर्षण
यह ट्रेकिंग मार्ग पूरे वायनाड जिले और कोझीकोड, मलप्पुरम और नीलगिरी जिलों के एक हिस्से का मनोरम दृश्य प्रस्तुत करती है। इसके आस-पास की हरियाली और दिल के आकार वाली मशहूर झील इसे साल भर यात्रियों के लिए एक बेहतरीन स्थान बनाती है। दिल के आकार वाली प्राकृतिक झील, जिसे हृदयथडकम झील भी कहा जाता है, इसके बारे में ऐसा माना जाता है कि वह कभी नहीं सूखी। इस छोटी झील को गूगल मैप्स पर भी देखा जा सकता है।
एक दिवसीय ट्रेक बन सकता है यह मार्ग
चेंब्रा पीक के ट्रेक को केरल का सबसे अच्छा ट्रेक कहा जाता है। इसका शुरुआती बिंदु चाय बागानों से घिरा हुआ है। यहां आकर आपको एक किलोमीटर तक चढ़ना है और एक प्रहरीदुर्ग तक पहुंचना होता है। इस ट्रेक में दो किलोमीटर के बाद आप हृदयथडकम झील तक पहुंचते हैं। चेंब्रा पीक यहां से मात्र एक किलोमीटर की दूरी पर है। यह मध्यम ट्रेक एक दिन में आसानी से पूरा किया जा सकता है।
ट्रेकिंग का समय और प्रवेश शुल्क
आप चेंब्रा पीक की ट्रेकिंग मानसून के अलावा पूरे साल कर सकते हैं। ट्रेकिंग सुबह 7 बजे शुरू होती है और शाम 5 बजे बंद हो जाती है। वहीं, अनुमति लेने के लिए दोपहर 2 बजे से पहले पहुंचना होगा। 10 भारतीयों के लिए बुकिंग शुल्क 750 रुपये है, जबकि पांच विदेशियों के लिए इसका शुल्क 1500 रुपये है। शुल्क में ट्रेकिंग परमिट और गाइड सेवाएं शामिल हैं। हालांकि, प्रवेश, कैमरा और पार्किंग के लिए अतिरिक्त शुल्क हैं।