वैश्विक यात्रा और पर्यटन विकास सूचकांक: 54वें स्थान पर फिसला भारत, दक्षिण एशिया में शीर्ष पर
वैश्विक यात्रा और पर्यटन के लिए बेहतर माहौल बनाने और सुविधा मुहैया कराने के मामले में भारत की स्थिति में गिरावट आ रही है। यही कारण है कि विश्व आर्थिक मंच (WEF) की ओर से मंगलवार को जारी किए गए वैश्विक यात्रा और पर्यटन विकास सूचकांक, 2021 में भारत आठ स्थानों की गिरावट के साथ 54वें स्थान पर पहुंच गया है। हालांकि, दक्षिण एशियाई देशों में भारत शीर्ष स्थान पर रहा है, लेकिन वैश्विक स्तर पर प्रदर्शन अच्छा नहीं रहा।
न्यूजबाइट्स प्लस (जानकारी)
बता दें कि WEF की ओर से हर दो साल में वैश्विक यात्रा और पर्यटन विकास सूचकांक जारी किया जाता है। इसमें वैश्विक यात्रा और पर्यटन के मामले में शीर्ष 117 देशों में पर्यटन और यात्रा को बढ़ावा देने के लिए किए जा रहे प्रयास और देशों में उपलब्ध सुविधाओं का आंकलन किया जाता है। इसके अलावा इनका संबंधित देशों की अर्थव्यवस्था पर पड़ने वाले प्रभाव को भी देखते हुए देशों की रैकिंग निर्धारित की जाती है।
जापान ने हासिल किया शीर्ष स्थान
WEF द्वारा जारी किए गए ताजा सूचकांक ने जापान ने शीर्ष स्थान हासिल किया है। इसी तरह अमेरिका ने दूसरा, स्पेन ने तीसरा, फ्रांस ने चौथा, जर्मनी ने पांचवा, स्विट्जरलैंड ने छठा, आस्ट्रेलिया ने सातवां, ब्रिटेन ने आठवां, सिंगापुर ने नौवा और इटली ने दसवां स्थान हासिल किया है। इसी तरह भारत ने साल 2019 के 46वें पायदान से आठ स्थानों की गिरावट के साथ 54वां स्थान हासिल किया है, जो देश की अर्थव्यवस्था के लिए चिंता की बात है।
सबसे फिसड्डी रहा है चाड
सूचकांक में मध्य अफ्रीकी देश चाड सबसे फिसड्डी रहा है। उसे 117वां स्थान मिला है। इसके बाद यमन, सिएरा लियोन, अंगोला, कैमरून, लेसोथो, नाइजीरिया, मालावी और वेनेजुएला का नंबर आया है। इन देशों में पिछले दो सालों में यात्रा और पर्यटन को बढ़ावा देने के लिए कोई विशेष प्रयास नहीं किए गए हैं और वहां उपलब्ध सुविधाओं में भी गिरावट आई है। यही कारण रहा कि इन देशों में यात्रा और पर्यटन का ग्राम बेहद नीचा रहा है।
भारत के पड़ोसी देशों की क्या रही है स्थिति?
इस सूचकांक में चीन (12वां स्थान) ही भारत से आगे रहा हैं। इसके अलावा आर्थिक संकट से जूझ रहे श्रीलंका को (74वां), पाकिस्तान को (84वां), बांग्लादेश ने (100वां) और नेपाल ने (102वां) स्थान हासिल किया है। भारत दक्षिण एशिया में शीर्ष पर रहा है।
महामारी से उबर रहे देशों के सामने है चुनौतियां- लॉरेन
WEF में विमानन, यात्रा और पर्यटन मामलों के प्रमुख लॉरेन अपिंक ने कहा, "117 देशों के अध्ययन में सामने आया है कि सभी देश कोरोना महामारी के संकट से उबर रहे हैं, लेकिन पुनरुद्धार असंतुलित है और चुनौतियां बनी हुई हैं।" उन्होंने कहा, "कोविड-19 महामारी की रोकथाम के लिये लागू पाबंदियों ने यात्रा और पर्यटन के महत्वपूर्ण योगदान को प्रभावित किया है। ऐसे में देशों को यात्रा और पर्यटन अनुभवों को बेहतर बनाने के लिए मजबूत परिवेश तैयार करना होगा।"
अंतरराष्ट्रीय पर्यटन और कारोबारी यात्रा में नहीं हुआ पर्याप्त इजाफा
लॉरेन अपिंक ने कहा कि अंतरराष्ट्रीय पर्यटन और कारोबारी यात्रा अब भी महामारी से पहले के स्तर से नीचे है, लेकिन तेजी से वैक्सीनेशन और घरेलू तथा प्रकृति से जुड़े पर्यटन की मांग से क्षेत्र में गतिविधियां मजबूत हो रही हैं। उन्होंने कहा कि 117 देशों में से केवल 39 देशों में यात्रा और पर्यटन को लेकर एक प्रतिशत से अधिक सुधार हुआ है, जबकि 27 देशों में एक प्रतिशत से अधिक की गिरावट आई है।