एनीमिया से बचाव के लिए इन 5 फलों का करें सेवन
क्या है खबर?
एनीमिया एक ऐसी स्थिति है, जिसमें लाल रक्त कोशिका काउंट या हीमोग्लोबिन का स्तर सामान्य से कम हो जाता है।
हीमोग्लोबिन हमारे शरीर में लाल रक्त कोशिकाओं में पाया जाने वाला एक महत्वपूर्ण प्रोटीन है। यह अंगों तक ऑक्सीजन पहुंचाता है और कार्बनडाइऑक्साइड को शरीर से बाहर निकालने के लिए फेफड़ों तक पहुंचाता है।
हालांकि, अगर किसी कारणवश हीमोग्लोबिन की कमी हो जाती है तो एनीमिया से बचाव के लिए इन 5 फलों का सेवन करें।
#1
संतरे का करें सेवन
बार-बार थकावट महसूस होना, अनिद्रा की समस्या और अक्सर सिर चकराना एनीमिया के लक्षण हो सकते हैं।
यह एक घातक बीमारी है, जो शरीर में आयरन की कमी के कारण भी होती है।
इसके रोकथाम के लिए संतरे का सेवन बेहद लाभदायक साबित हो सकता है क्योंकि इसमें आयरन की मात्रा पाई जाती है।
आयरन शरीर में रक्त के जरिए ऑक्सीजन को सभी अंगों तक पहुंचाने का काम करता है, जिससे एनीमिया से राहत मिल सकती है।
#2
डाइट में शामिल करें अनार
अनार लाल रक्त कोशिकाओं को बढ़ाने के लिए सबसे अच्छे फलों में से एक है।
यह आयरन, विटामिन-A, विटामिन-C और विटामिन-E का एक समृद्ध स्रोत है और इसमें मौजूद एस्कॉर्बिक एसिड शरीर में आयरन की मात्रा को बढ़ाता है।
जैसे ही आप अपनी डाइट में अनार को शामिल करते हैं, आपका हीमोग्लोबिन बढ़ता है।
एनीमिया से बचाव के लिए रोजाना एक गिलास घर का बना अनार का जूस किसी भी प्रोसेस्ड जूस से बेहतर होता है।
#3
केला भी है प्रभावी
आयरन से भरपूर फलों में शामिल केला भी एनीमिया से बचाव करने में काफी मदद कर सकता है। यह खून में हीमोग्लोबिन के उत्पादन को बढ़ाता है।
आयरन के साथ-साथ यह फोलिक एसिड का भी अच्छा स्रोत है, जो एक विटामिन-B कॉम्प्लेक्स है, जो लाल रक्त कोशिकाओं को बनाने के लिए आवश्यक होता है।
इसलिए अपनी डाइट में रोजाना एक केला या फिर इससे बने व्यंजनों को शामिल करें।
#4
सेब कर सकता है मदद
अमेरिकी कृषि विभाग के मुताबिक, एक मध्यम आकार के सेब में 4.8 ग्राम फाइबर, 0.5 ग्राम वसा, 0.6 ग्राम प्रोटीन, 100 मिलीग्राम पोटैशियम, 11.6 ग्राम कार्बोहाइड्रेट और 6 मिलीग्राम विटामिन सी होता है, जो स्वास्थ्य के लिए लाभकारी माने जाते हैं।
यही नहीं, सेब कई अन्य स्वास्थ्य-अनुकूल घटकों के साथ आयरन का एक समृद्ध स्रोत हैं, जो हीमोग्लोबिन का स्तर को बढ़ाने के लिए आवश्यक है।
रोजाना कम से कम एक सेब को उसके छिलके सहित खाएं।
#5
मैग्नीशियम का सेवन भी है लाभदायक
आलूबुखारा विटामिन-C और आयरन से भरपूर होता है, जो हीमोग्लोबिन बढ़ाने के लिए महत्वपूर्ण तत्व हैं।
इसके अलावा आलूबुखारा मैग्नीशियम का एक समृद्ध स्रोत है, जो लाल रक्त कोशिकाओं को बढ़ाने के लिए जाना जाता है। मैग्नीशियम शरीर में ऑक्सीजन को नियंत्रित करने में भी मदद करता है।
एक शोध के अनुसार, आलूबुखारा हाई ब्लड प्रेशर (हाइपरटेंशन) को नियंत्रित करने में भी सहायक है, जिससे हृदय की सुरक्षा होती है।