ग्लोबल रनिंग डे 2023: रोजाना कुछ मिनट दौड़ने से हृदय को मिलते हैं ये फायदे
अमेरिका में न्यूयॉर्क रोड रनर्स (NYRR) जून के पहले बुधवार को 'ग्लोबल रनिंग डे' के रूप में मनाते हैं। इस साल यह दिवस 7 जून को मनाया जाएगा। यह दिवस दौड़ने के आनंद, लाभ और महत्व को उजागर करने के लिए एक वैश्विक मंच के रूप में कार्य करता है। इस साल दिवस की थीम 'दौड़ने की खुशी को गले लगाना' है। आइए इस अवसर पर जानते हैं कि दौड़ने से हृदय को क्या-क्या लाभ मिल सकते हैं।
बढ़ता है अच्छे कोलेस्ट्रॉल का स्तर
अगर आप रोजाना कुछ मिनट दौड़ना शुरू कर देते हैं तो इससे खून में खराब कोलेस्ट्रॉल का स्तर कम और अच्छे कोलेस्ट्रॉल का स्तर बढ़ सकता है। इसे हाई डेंसिटी लिपोप्रोटीन (HDL) के रूप में जाना जाता है। यह रक्त वाहिकाओं में कोलेस्ट्रॉल का जमाव होने से रोकता है। इसके अलावा दौड़ने से रक्त के थक्के जमने की संभावना भी बहुत कम हो सकती है, जो हार्ट ब्लॉकेज का मुख्य कारण मानी जाती है।
कोरोनरी धमनी रोग से रख सकता है सुरक्षित
कोरोनरी धमनी रोग एक प्रकार का हृदय रोग है, जिससे ग्रस्त व्यक्ति के हृदय की धमनियों में एक प्लाक जैसा पदार्थ जमने लगता है और इसकी वजह से ये धमनियां सिकुड़ने लगती हैं। इससे हृदय तक खून का पहुंचना भी बंद हो जाता है। यह गंभीर समस्या है, लेकिन अगर आप रोजाना कुछ मिनट दौड़ना तय कर लेते हैं तो इससे सुरक्षित रह सकते हैं। इसका कारण है कि दौड़ने से हृदय खुलकर पंप करता है।
मानसिक तनाव को करे कम
नियमित रूप से दौड़ने सहित अन्य एक्सरसाइज करने से न केवल शारीरिक क्षमता बढ़ती है, बल्कि इससे मानसिक शक्ति भी बढ़ती है। एक्सरसाइज के दौरान मन दैनिक चिंताओं से हट जाता है, इसलिए यह मानसिक शांति में मदद करता है, जिससे हृदय पर मानसिक तनाव के दुष्प्रभाव कम होते हैं। मानसिक तनाव को कम करने के लिए आप तरह-तरह के मेडिटेशन को भी अपनी रूटीन का हिस्सा बना सकते हैं।
क्या सभी के लिए दौड़ना सुरक्षित है?
जो लोग धावक नहीं हैं या तेजी से की जाने वाली एक्सरसाइज के आदी नहीं हैं, उन्हें डॉक्टरों और फिटनेस प्रशिक्षकों की सलाह पर दौड़ना चाहिए। वैसे ब्रिस्क वॉकिंग, जॉगिंग, स्विमिंग और अन्य एरोबिक एक्सरसाइज भी हृदय रोगों से बचाने में मदद कर सकती हैं। इन एक्सरसाइज को रोजाना 30-40 मिनट और हफ्ते में 4-5 दिन जरूर करना चाहिए। इसके अतिरिक्त, एक्सरसाइज के स्तर को धीरे-धीरे बढ़ाना महत्वपूर्ण है क्योंकि इससे शरीर की सहनशक्ति में सुधार होता है।