धूम्रपान की लत से छुटकारा दिलाने में सक्षम हैं ये योगासन, जानिए अभ्यास का तरीका
आधुनिक जीवनशैली में धूम्रपान करना जैसे एक फैशन बन गया है, लेकिन इसकी लत स्वास्थ्य के लिहाज से ठीक नहीं है। इसकी लत इतनी बुरी होती है कि कई लोग धूम्रपान छोड़ना तो चाहते हैं, लेकिन छोड़ नहीं पाते हैं। ऐसे लोगों के लिए नियमित योगाभ्यास करना लाभदायक हो सकता है। आइए आज हम आपको कुछ ऐसे योगासनों के अभ्यास का तरीका बताते हैं जो धूम्रपान की लत से धीरे-धीरे छुटकारा दिला सकते हैं।
सेतुबंधासन
सेतुबंधासन करने के लिए सबसे पहले योगा मैट पर पीठ के बल सीधे लेट जाएं। अब अपने पैरों को घुटनों से मोड़ें और अपने दोनों हाथों को एड़ियों के करीब लाने की कोशिश करें। इसके बाद अपने कूल्हे और पैरों को धीरे-धीरे ऊपर की ओर उठाएं। अब कुछ सेकंड इसी मुद्रा में रहें और फिर धीरे-धीरे सामान्य अवस्था में आ जाएं। कुछ देर विश्राम के बाद इस योगासन का दोबारा अभ्यास करें।
त्रिकोणासन
इसके लिए सबसे पहले योगा मैट पर सीधे खड़े हो जाएं। अब अपने दोनों पैरों को जितना हो सके उतना खोलें और अपने दोनों हाथों को कंधों की सीध में फैलाएं। इसके बाद एक हाथ की उंगलियों से उसी तरफ के पैर के अंगूठे को छूने की कोशिश करें। इस मुद्रा में दो-तीन मिनट तक बने रहने के बाद धीरे-धीरे आसन छोड़ें। फिर इसी प्रक्रिया को दूसरे हाथ की तरफ से दोहराएं।
नाड़ी शोधन प्राणायाम
सबसे पहले योगा मैट पर पद्मासन में बैठकर अपने दाएं हाथ की पहली दो उंगलियों को माथे के बीचों-बीच रखें। अब अंगूठे से नाक के दाएं छिद्र को बंद करके नाक के बाएं छिद्र से सांस लें। फिर अनामिका उंगली से नाक के बाएं छिद्र को बंद करके दाएं छिद्र से सांस छोड़ें। इस दौरान अपने बाएं हाथ को घुटने पर ज्ञान मुद्रा में रखें और दोनों आंखें बंद करके सांस पर ध्यान दें। कुछ देर बाद प्राणायाम छोड़ दें।
भुजंगासन
भुजंगासन के अभ्यास के लिए सबसे पहले योगा मैट पर अपने हाथों को अपने कंधों के नीचे रखकर पेट के बल लेट जाएं। अब अपने हाथों से दबाव देते हुए अपने शरीर को जहां तक संभव हो सके, उठाने की कोशिश करें। इस दौरान सामान्य तरीके से सांस लेते रहें। इसके बाद कुछ देर इसी मुद्रा में बने रहें और फिर धीरे-धीरे सामान्य हो जाएं। इस योगासन को कुछ बार दोहराएं।