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सावन: उपवास के दौरान किन चीजों को करें डाइट में शामिल और किन से करें परहेज?
सावन के उपवास रखते समय इन बातों का रखें ध्यान

सावन: उपवास के दौरान किन चीजों को करें डाइट में शामिल और किन से करें परहेज?

लेखन अंजली
Jul 04, 2023
06:00 am

क्या है खबर?

हर साल सावन का महीना पूरे देश में बहुत धूमधाम और भव्यता के साथ मनाया जाता है। सावन भारत में मानसून की शुरुआत का प्रतीक है, जो कृषि और फसल के लिए बहुत शुभ और विशेष माना जाता है। यह महीना भगवान शिव को समर्पित है। इस महीने के दौरान भक्त उपवास रखते हैं। ऐसे में आपको उपवास के दौरान कुछ चीजों से परहेज करना चाहिए और हाइड्रेटिंग चीजों का सेवन करना चाहिए।

तामसिक चीजें

तामसिक चीजों के सेवन से बचें 

लहसुन-प्याज और मांसाहारी आहार को तामसिक माना जाता है और हिंदू मान्यताओं के मुताबिक इनका सेवन सावन के दौरान नहीं करना चाहिए। शास्त्रों की मानें तो ये खाद्य पदार्थ शरीर में नकारात्मक ऊर्जा को सक्रिय करते हैं, जो लंबे समय तक तनाव और चिंता जैसी समस्याओं से घेरे रखती है। यही नहीं, सावन के दौरान शराब जैसे पेय का सेवन करना भी गलत माना जाता है, इसलिए बेहतर होगा कि आप इन चीजों के सेवन से दूरी बना लें।

परहेज करने वाली चीजें

सावन में कतई न करें इन खाद्य पदार्थों का सेवन 

सावन में बैंगन और हरी पत्तेदार सब्जियां बिल्कुल नहीं खानी चाहिए। दरअसल, ये पेट संबंधी बीमारियों को बढ़ाती हैं। इसके अलावा मानसून के दिनों में इनमें बैक्टेरिया और कीड़े भी देखे जा सकते हैं, इसलिए सावन में हरी पत्तेदार सब्जियां खाने की मनाही होती है। इसी के साथ सावन के दौरान दूध और डेयरी उत्पाद जैसे दूध, दही और पनीर आदि का भी सेवन नहीं करना चाहिए क्योंकि ये स्वास्थ्य को नुकसान पहुंचा सकते हैं।

खाने वाली चीजें

कुछ ऐसी रखें अपनी डाइट

सुबह की शुरुआत गुनगुने पानी से करें, फिर नहाने के बाद पूजा-पाठ कर साबूदाना की खीर या फल का नाश्ता करें। दोपहर में खाने में कुट्टू के आटे का हलवा या साबूदाने की खिचड़ी या फल ले सकते हैं। शाम को आप चाय पी सकते हैं और साथ में हल्का-फुल्का कोई स्नैक्स ले सकते हैं। रात के खाने में कुट्टू की पूड़ी या सामक के चावल के साथ आलू की सब्जी खाई जा सकती है।

महत्वपूर्ण

इन बातों पर भी जरूर दें ध्यान 

उपवास के दौरान शरीर में पानी की कमी नहीं होनी चाहिए। इससे सुरक्षित रहने के लिए प्रतिदिन 6-8 गिलास पानी जरूर पीएं। डाइट में ऐसे फल शामिल करें, जिनमें पानी की मात्रा अधिक हो, जैसे- अंगूर, लीची, संतरा, मौसमी आदि। पेट खाली रहने से एसिडिटी बढ़ सकती है, इसलिए इससे बचे रहने के लिए थोड़े-थोड़े अंतराल पर कुछ न कुछ फलाहार खाते रहें। उपवास में सूखे मेवे खाए जा सकते हैं, जिनसे एनर्जी मिलेगी और कमजोरी नहीं महसूस होगी।