सावन के दौरान ये पांच गलतियां करने से बचें
क्या है खबर?
सावन का महीना शुरू हो चुका है, जिसके दौरान लोग हर सोमवार व्रत रखकर भगवान शिव की पूजा-अर्चना करते हैं और हर कोई शिव को अपने-अपने तरीकों से रिझाने और प्रसन्न रखने के लिए कई जतन करता है।
हालांकि, कई लोग अंजाने में कई ऐसी गलतियां कर बैठते हैं, जिनके कारण भगवान शिव नाराज हो सकते हैं।
इसलिए आज हम आपको उन्हीं गलतियों के बारे में बताने जा रहे हैं, जिनसे आपको बचना चाहिए ताकि शिव आपसे प्रसन्न रहें।
#1
हल्दी न करें अर्पित
जब भी आप किसी मंदिर या फिर अपने घर में भगवान शिव की पूजा-अर्चना करें तो उस समय हल्दी का इस्तेमाल न करें।
दरअसल, हल्दी महिलाओं से जुड़ी सामग्री है और भगवान शिव को मूल रूप से एक योगी और ऋषि के रूप में जाना जाता है, फिर भले ही उनका विवाह देवी पार्वती से हुआ है, लेकिन उन्हें हल्दी नहीं चढ़ाई जाती है।
कई लोग तो इसी वजह से भगवान शिव को सिंदूर भी नहीं चढ़ाते हैं।
#2
सुबह जल्दी उठें और नहाएं
सावन के दौरान भक्तों को देर से नहीं उठना चाहिए। उन्हें जल्दी उठकर ब्रह्म मुहूर्त में ही नहा लेना चाहिए।
बता दें कि ब्रह्म मुहूर्त सूर्योदय से पहले 4:00 बजे से 6:00 बजे के बीच का समय है। यह वह समय है, जब शरीर सकारात्मक ऊर्जा के लिए सक्रिय हो जाता है और ऐसा माना जाता है कि इस समय हर प्रार्थना सीधे भगवान तक पहुंचती है।
रोजाना सुबह जल्दी नहा-धोकर साफ कपड़े पहनें, फिर भगवान शिव की पूजा करें।
#3
तामसिक चीजों के सेवन से बचें
प्याज-लहसुन और मांसाहारी आहार को तामसिक माना जाता है और हिंदु मान्यताओं के मुताबिक इनका सेवन सावन के दौरान नहीं करना चाहिए।
शास्त्रों की मानें तो ये खाद्य पदार्थ शरीर में नकारात्मक ऊर्जा को सक्रिय करते हैं, जो लंबे समय तक किसी के चरित्र में परिलक्षित होती है।
यही नहीं, सावन के दौरान शराब जैसे पेय का सेवन करना भी गलत माना जाता है। इसलिए बेहतर होगा कि आप इन चीजों के सेवन से दूरी बना लें।
#4
चंपा के फूल, केतकी फूल और तुलसी को न करें अर्पित
प्राचीन हिंदू शास्त्रों के मुताबिक, भगवान शिव के शिवलिंग या फिर प्रतिमा को तुलसी नहीं अर्पित करनी चाहिए क्योंकि तुलसी सिर्फ भगवान विष्णु को अर्पित किया जाने वाला एक शुभ प्रसाद माना जाता है।
इसके अतिरिक्त, भगवान शिव की पूजा-अर्चना के लिए चंपा और केतकी जैसे फूलों का इस्तेमाल करना भी वर्जित है क्योंकि भगवान शिव ने इन फूलों को श्राप दिया था।
इसलिए बेहतर होगा कि आप शिव की अराधना के लिए इनका इस्तेमाल न करें।
#5
काले रंग के कपड़े न पहनें
अक्सर आपने बड़े-बुजुर्गों को यह कहते हुए सुना होगा कि शुभ कार्यों के दौरान काले रंग के कपड़े नहीं पहनने चाहिए क्योंकि इस रंग के कारण नकारात्मकता ऊर्जा जल्दी आकर्षित होती है।
यही वजह है कि बड़े-बुजुर्गं इस रंग के कपड़े पहनने के लिए मना करते हैं, इसलिए सावन के हर सोमवार के दौरान भी इस बात का खास ख्याल रखें और लाल, पीले और हरे रंग के कपड़ों को ही महत्व दें।