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क्रेडल कैप बनाम ड्राई स्कैल्प: जानिए इनके बीच का अंतर
क्रेडल कैप बनाम ड्राई स्कैल्प

क्रेडल कैप बनाम ड्राई स्कैल्प: जानिए इनके बीच का अंतर

लेखन अंजली
Mar 31, 2023
03:58 pm

क्या है खबर?

क्रेडल कैप और ड्राई स्कैल्प शिशुओं को होने वाली सामान्य समस्याएं है, लेकिन अक्सर लोग इन दोनों स्थितियों को समान समझते की गलती कर बैठते हैं। भले ही ये दोनों स्थितियां एक जैसी लगती हैं, लेकिन इनमें काफी अंतर होता है। क्रैडल कैप अतिरिक्त तेल उत्पादन के कारण होता है, जबकि ड्राई स्कैल्प निर्जलीकरण के कारण हो सकता है। आइए आज हम आपको इन बालों की समस्या के बीच के अंतर और इनका उपचार बताते हैं।

ड्राई स्कैल्प

ड्राई स्कैल्प क्या है?

ड्राई स्कैल्प मुख्य रूप से वसामय ग्रंथियों की गतिविधि के कारण होता है, वहीं असंतुलित सीबम उत्पादन, मौसम की स्थिति और अनुचित स्वच्छता जैसे अन्य बाहरी कारक भी ड्राई स्कैल्प का कारण बन सकते हैं। डैंड्रफ या एक्जिमा जैसी त्वचा संबंधित समस्या के कारण भी बच्चे को ड्राई स्कैल्प की समस्या हो सकती है। ड्राई स्कैल्प होने से सिर पर रूखे पैच और खुजली जैसी समस्याएं होने लगती हैं। आप यहां एक्जिमा केे कारण और लक्षण भी जान सकते हैं।

क्रेडल कैप

क्रेडल कैप की समस्या कैसे होती है?

क्रैडल कैप को पिट्रियासिस कैपिटिस के रूप में भी जाना जाता है। यह स्कैल्प की समस्या का एक सामान्य रूप है, जो शिशुओं को प्रभावित करता है। यह आमतौर पर बच्चे में जन्म के तीसरे सप्ताह और कुछ महीनों के बीच देखा जाता है। यह समस्या अतिरिक्त वसामय ग्रंथि गतिविधि वाले क्षेत्रों को प्रभावित करने से उत्पन्न होती है। हालांकि, यह समस्या समय के साथ ठीक भी हो जाती है।

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लक्षण

ड्राई स्कैल्प और क्रेडल कैप के लक्षण

ड्राई स्कैल्प के लक्षणों में सिर पर सफेद रंग की पपड़ी होना, खोपड़ी पर लाल या छोटे पैच और एक्जिमा जैसी स्थिति हो सकती है। वहीं क्रेडल कैप होने पर सूजन के साथ हल्की लालिमा होती है। क्रेडल कैप में अक्सर न तो दर्द होता है और न ही खुजली की समस्या। यह मुख्य रूप से शिशु में जन्म के बाद तीसरे महीने के दौरान होता है और बच्चे के एक वर्ष का होने से पहले कम हो जाता है।

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उपचार

ड्राई स्कैल्प और क्रेडल कैप का उपचार

ड्राई स्कैल्प: इससे बचने के लिए बच्चे के सिर पर तेल या प्राकृचिक मॉइस्चराइजर लगाएं। क्रैडल कैप: क्रैडल कैप का प्रमुख कारण मातृ हार्मोन माना जाता है। हालांकि, कुछ उपचार विधियां स्थिति को कम करने में मदद कर सकती हैं। आप अपने बच्चे के सिर पर तेल लगा सकते हैं और प्रभावित हिस्से पर हल्के हाथों से कंघी फेरकर सिर को माइल्ड और जेंटल शैंपू से धो सकते हैं। हालांकि, तेल मालिश करते समय इन गलतियों से बचें

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