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हेयर डेंसिटी क्या है? जानिए इसे मापने का तरीका और अन्य महत्वपूर्ण बातें
हेयर डेंसिटी से जुड़ी महत्वपूर्ण बातें (तस्वीर: freepik)

हेयर डेंसिटी क्या है? जानिए इसे मापने का तरीका और अन्य महत्वपूर्ण बातें

लेखन अंजली
Feb 07, 2023
12:00 pm

क्या है खबर?

बाल हमारे लुक को निखारने में काफी मदद करते हैं और इसके लिए इनकी डेंसिटी का अच्छा होना महत्वपूर्ण है। हेयर डेंसिटी स्कैल्प पर प्रति वर्ग इंच बढ़ने वाले स्ट्रैंड्स से निर्धारित होती है और आपके पूरे जीवनकाल के दौरान बदलती रहती है। इन स्टैंड्स की संख्या ही बालों को तरह-तरह के प्रकार में बांटती है। अगर आप अपने बालों की डेंसिटी को मापना चाहते हैं या फिर इससे जुड़ी हेयर स्टाइलिंग जानना चाहते हैं तो आइए जानते हैं।

तरीके

दो तरीकों से मापी जा सकती है बालों की डेंसिटी

गिनना: स्कैल्प के एक वर्ग इंच के पैच पर स्ट्रैंड्स की संख्या की गणना करके इसे वर्ग इंच में अपने स्कैल्प के आकार से गुणा करें। स्कैल्प के एक वर्ग इंच पर स्ट्रैंड्स की लगभग संख्या 124-200 के बीच होती है। स्कैल्प देखना: अगर स्कैल्प आसानी से दिखता है तो बालों की डेंसिटी कम है, लेकिन अगर स्कैल्प थोड़ा दिखता है तो डेंसिटी मध्यम है और स्कैल्प न दिखने पर समझ जाइए कि बालों की डेंसिटी अधिक है।

कारण

बालों की डेंसिटी कम होने के कारण

आनुवंशिक: अगर आपके माता-पिता के बाल पतले और कम घने थे तो संभावना है कि आपके भी होंगे। उम्र: कई अध्ययनों में पाया गया है कि बालों की डेंसिटी लगभग 27 साल में अपने चरम पर होती है। हार्मोंन्स: हार्मोनल असंतुलन को भी कम बालों की डेंसिटी का कारण माना जाता है। पोषण: पोषक तत्वों की कमी भी बालों की डेंसिटी को कम कर सकती है। तनाव: इस मानसिक विकार से बालों के विकास पर नकारात्मक प्रभाव पड़ता है।

इलाज

बालों की डेंसिटी को कैसे बढ़ाया जा सकता है?

प्लेटलेट-रिच प्लाज्मा ट्रीटमेंट (PRPT) : इसमें प्लेटलेट प्लाज्मा को स्कैल्प की विभिन्न जगहों में इंजेक्शन के जरिए डाला जाता है। यह बालों के विकास को बढ़ावा देता है और सूजन को कम करता है। लो लाइट ट्रीटमेंट (LLT): इसमें बालों के विकास को बढ़ाने के लिए रेड लाइट थेरेपी और कोल्ड लेजर का उपयोग किया जाता है। सप्लीमेंट्स: विभिन्न पोषक तत्वों और खनिजों से भरपूर खाद्य पदार्थों के साथ-साथ सप्लीमेंट्स लेने से भी बालों का विकास बेहतर हो सकता है।

स्टाइलिंग

बालों की डेंसिटी के अनुसार स्टाइलिंग टिप्स 

कम डेंसिटी: बॉब्स और लेयर्स में हेयरकट करवाएं क्योंकि इससे बालों में ज्यादा वॉल्यूम का भ्रम पैदा होता है। मध्यम डेंसिटी: आप विभिन्न हेयर स्टाइल के साथ प्रयोग कर सकते हैं क्योंकि आपके बालों का वॉल्यूम सही होता है और आप इसे अच्छे से संवारकर भी रख सकते हैं। अधिक डेंसिटी: लो लेयर्स और स्लाइसिंग हेयरकट आपके लिए अच्छा है। ऐसे उत्पादों का उपयोग करें जो आपके बालों का वजन कम करें और उन्हें अच्छी तरह से पोषण दें।