Page Loader
घुटनों के दर्द से आजादी दिलाने में कारगर हैं ये एक्सरसाइज
घुटनों के दर्द को दूर करने वाली स्ट्रेचिंग एक्सरसाइज

घुटनों के दर्द से आजादी दिलाने में कारगर हैं ये एक्सरसाइज

लेखन अंजली
Dec 27, 2021
10:47 pm

क्या है खबर?

आमतौर पर घुटनों में दर्द का कारण चोट को माना जाता है, लेकिन कुछ गतिविधियां और बीमारियां भी इस दर्द की वजह हो सकती हैं। कई लोग इस दर्द से राहत पाने के लिए पेनकिलर दवा का सेवन कर लेते हैं, लेकिन यह स्वास्थ्य के लिए सही नहीं है। आइए आज हम आपको कुछ ऐसी स्ट्रेचिंग एक्सरसाइज के बारे में बताते हैं, जो प्राकृतिक रूप से घुटनों के दर्द को दूर करने में मदद कर सकते हैं।

#1

लंज के साथ स्‍पाइनल ट्व‍िस्‍ट

यह स्ट्रेचिंग एक्सरसाइज करने के लिए सबसे पहले जमीन पर सावधान मुद्रा में खड़े हो जाएं। अब बाएं पैर के पंजे को बाहर की तरफ करके घुटने से मोड़ते हुए बैठें और दाएं पैर को पीछे की तरफ एकदम सीधा कर लें। इस दौरान आपको कूल्हे में खिंचाव सा महसूस होगा। इसके बाद दाएं हाथ को जमीन पर रखें और बाएं हाथ को आसमान की ओर सीधा करें। इस अवस्था में कुछ मिनट रहने के बाद धीरे-धीरे सामान्य हो जाएं।

#2

हैमस्ट्रिंग स्ट्रेचिंग एक्सरसाइज

इसके लिए सबसे पहले एक स्टूल लें और उसके आगे एकदम सीधे खड़े हो जाएं। फिर अपने बाएं पैर की एडी को स्टूल के ऊपर रख लें। अब अपने बाएं हाथ को अपने बाएं पैर की उंगलियों तक पहुंचाएं। ऐसा करते वक्त आपकी पीठ सीधी होनी चाहिए और बट के पीछे हल्‍का स्‍ट्रेच महसूस होना चाहिए। कुछ देर के लिए इसी अवस्था में रहें और फिर सामान्य हो जाएं। दोनों पैरों से 20-30 सेकंड तक इस प्रक्रिया को दोहराएं।

#3

स्‍टैडिंग स्‍ट्रेच क्वाड स्ट्रेचिंग एक्सरसाइज

इसके लिए सबसे पहले सीधे खड़े हो जाएं, फिर अपने दाएं पैर को घुटने से मोड़ते हुए पीछे की तरफ उठाएं और दोनों पैरों से इसका पंजा पकड़ लें। इस दौरान अपने बाएं पैर को एकदम सीधा रखें। अगर जरूरत लगे तो सपोर्ट के लिए कुर्सी या दीवार को पकड़ लें। आपका ध्यान सिर्फ अपने दाएं पैर को स्ट्रेच करने पर होना चाहिए। 20-30 सेकंड के लिए इसी अवस्था में रहें, फिर दूसरे पैर से इस प्रक्रिया को दोहराएं।

#4

साइड लंजेस स्ट्रेचिंग एक्सरसाइज

साइड लंजेस करने के लिए सबसे पहले अपने पैरों को खुला करके खड़े हो जाएं। अब अपने दाएं पैर को 90 डिग्री के कोण पर लाएं और अपने बाएं पैर को जितना हो सके उतना स्ट्रेच करने की कोशिश करें। अब इस मुद्रा को 15 से 20 सेकेंड तक दोहराएं, फिर दूसरी तरफ से इसका अभ्यास करें। बेहतर परिणाम पाने के लिए इसे दोनों तरफ से कम से कम 20 बार करें।