
दिलीप कुमार को याद कर भावुक हुए दोस्त धर्मेंद्र, कहा- आज का दिन कितना मनहूस है
क्या है खबर?
दिग्गज अभिनेता दिलीप कुमार भले ही अब इस दुनिया में न हों, लेकिन प्रशंसकों के जहन में उनकी यादें आज भी जिंदा हैं, वहीं फिल्म इंडस्ट्री से जुड़े उनके दोस्त और साथी कलाकार भी उन्हें याद करने का कोई मौका नहीं छोड़ते। बॉलीवुड के ट्रेजेडी किंग की पुण्यतिथि पर उनके अजीज दोस्त और हिंदी सिनेमा के 'हीमैन' धर्मेंद्र ने उन्हें याद किया। उन्होंने सोशल मीडिया पर एक पोस्ट साझा कर बताया कि दिलीप की कमी उन्हें कितनी खलती है।
पोस्ट
यह सदमा बर्दाश्त तो नहीं होगा- धर्मेंद्र
धर्मेंद्र ने दिलीप संग अपनी एक पुरानी तस्वीर सोशल मीडिया पर साझा कर लिखा, 'आज का दिन कितना गमगीन और मनहूस है। आज के दिन मेरे बहुत ही प्यारे, आप सबके चहिते अदाकार, फिल्म इंडस्ट्री के खुदा, एक नेक और महान इंसान, दिलीप साहब हमें हमेशा-हमेशा के लिए छोड़ कर चले गए। यह सदमा बर्दाश्त तो नहीं होगा, इसलिए तसल्ली दे लेता हूं कि वह कहीं आस-पास हैं।' धर्मेंद्र के इस पोस्ट पर प्रशंसक खूब प्यार लुटा रहे हैं।
ट्विटर पोस्ट
यहां देखिए तस्वीर
धर्मेंद्र को याद आए दिलीप कुमार pic.twitter.com/VnCJlFFzNW
— Nehasharmanewsbytes (@nehuvk) July 7, 2025
फिल्म
इस फिल्म के लिए साथ आए थे धर्मेंद्र और दिलीप
धर्मेंद्र की साल 1966 में आई फिल्म 'पारी' में दिलीप मेहमान भूमिका में थे। दोनों पहली बार इसी फिल्म के लिए साथ आए थे। उनके बीच असल में काफी अच्छी दोस्ती थी। धर्मेंद्र पहले भी कई मौकों पर दिलीप को याद कर उनके प्रति अपनी भावनाएं जाहिर कर चुके हैं। पिछले साल दिलीप की पत्नी सायरा बानो ने धर्मेंद्र और दिलीप की कुछ यादगार मुलाकातों के किस्से सोशल मीडिया पर उनके प्रशंसकों के साथ साझा किए थे।
यादें
सायारा बानो भी दिलीप साहब की यादों में खोईं
सायरा ने भी एक लंबा-चौड़ा पोस्ट साझा कर अपने दिवंगत पति को याद किया। उन्होंने लिखा कि दिलीप साहब की कमी को कोई दूर नहीं कर सकता और उन्होंने उनकी यादों के सहारे चलना सीख लिया है। उन्होंने कहा कि हर साल यह दिन उन्हें दिलीप साहब की यादों को कोमल फूलों की तरह सहलाता हुआ पाता है। उन्होंने आगे लिखा कि अभिनेता सिर्फ उनके लिए ही सबसे बड़े रत्न नहीं थे, बल्कि वो कई पीढ़ियों के लिए प्रेरणा थे
निधन
साल 2021 में इस दुनिया को अलविदा कह गए थे दिलीप
जब दिलीप ने भारत की सरजमीं पर कदम रखा था, तब किसने सोचा होगा कि एक दिन ऐसा आएगा कि लोग उन्हें पलकों पर बिठाएंगे। वो सही मायने में हिंदी सिनेमा के असली फनकार थे। उन्होंने एक से एक बढ़कर फिल्मों के जरिए दर्शकों का भरपूर मनोरंजन किया। 7 जुलाई, 2021 में मुंबई के हिंदूजा अस्पताल में दिलीप ने आखिरी सांस ली थी। दिलीप साहब के निधन के साथ ही फिल्म जगत के एक युग का अंत हो गया था।