
शरीर में पोटैशियम की कमी होने पर मिलते हैं ये शारीरिक संकेत, न करें नजरअंदाज
क्या है खबर?
शरीर के लिए पोटैशियम एक आवश्यक खनिज है। यह मांसपेशियों की मजबूती और स्वस्थ कार्डियोवैस्कुलर प्रणाली के लिए जरूरी है। यह पोषक तत्वों को कोशिकाओं तक पहुंचाने में भी मदद करता है।
शरीर को स्वस्थ रखने के लिए रोजाना 4,700 मिलीग्राम पोटैशियम की जरूरत होती है, लेकिन अगर शरीर में इसकी पर्याप्त मात्रा नहीं है तो कई तरह की गंभीर समस्याएं हो सकती हैं।
आइए आज पोटैशियम की कमी से जुड़े कुछ शारीरिक संकेत जानते हैं।
#1
ब्लड प्रेशर का बढ़ना
यह शरीर में पोटैशियम की कमी का स्पष्ट संकेत है। पोटैशियम रक्त वाहिकाओं को आराम करने में मदद करता है और अगर इसकी शरीर में कमी हो जाती है तो वे सिकुड़ने लगती हैं।
इसके परिणावस्वरूप हाई ब्लड प्रेशर का लगातार सामना करना पड़ सकता है।
बता दें कि हाई ब्लड प्रेशर में ब्लड प्रेशर की रीडिंग 140/90 या इससे ऊपर पहुंच जाती है।
इसकी वजह से हार्ट अटैक, कार्डियक अरेस्ट या अन्य हृदय रोग का खतरा बढ़ सकता है।
#2
मांसपेशियों में दर्द और अकड़न होना
अगर शरीर में पोटैशियम की पर्याप्त मात्रा हो तो इससे मांसपेशियों की मजबूती और लचीलापन बरकरार रहता है।
हालांकि, इस खनिज की कमी मांसपेशियों पर उलट प्रभाव डालती है। इससे मांसपेशियों में दर्द और अकड़न होने लगती है।
अगर आपकी मांसपेशियों में काफी दर्द या अकड़न हो तो समझ जाएं कि आपके शरीर में पोटैशियम की कमी है।
ऐसे में पोटैशियम से भरपूर खाद्य पदार्थों को अपनी डाइट में शामिल करें।
#3
हृदय का सही ढंग से न धड़कना
पोटैशियम के स्तर में एक बड़ी गिरावट हृदय की धड़कन को धीमा कर सकती है, जिससे आपको ऐसा महसूस हो सकता है कि आपको हार्ट अटैक आ रहा हो।
यह सामान्य नहीं है और इसका कारण कुछ भी हो सकता है, इसलिए ऐसा कुछ भी महसूस होने पर तुरंत ही डॉक्टर से संपर्क करें।
डॉक्टर आपको कुछ हेल्थ टेस्ट के बाद इसका असल कारण बता सकते हैं।
#4
ब्लोटिंग होना
कम पोटैशियम का स्तर शारीरिक कार्यों को धीमा कर देता है और इसका पाचन क्रिया पर भी बुरा प्रभाव पड़ता है।
शरीर में पोटैशियम की कमी ब्लोटिंग का कारण बन सकती है। बता दें कि ब्लोटिंग एक ऐसी स्थिति है, जिसमें पेट के अंदर के ऊतक फूल जाते हैं या बढ़ने लगते हैं।
इसके कारण न सिर्फ असहज महसूस होने लगता है, बल्कि यह पेट दर्द, जलन, उलटी, मतली और थकान जैसी समस्याएं होने लगती हैं।
#5
सिर का घूमना भी हो सकता है महसूस
शरीर में पोटैशियम की पर्याप्त मात्रा न होने पर लगातार सिर घूमने की भी शिकायत हो सकती है।
इस स्थिति में सुधार करने के लिए गहरी सांस लेना सबसे अच्छा उपाय है। यह मस्तिष्क के सभी हिस्सों को पर्याप्त ऑक्सीजन पहुंचाता है। इससे तंत्रिका तंत्र को आराम मिलता है और चक्कर आना कम हो सकता है।
इसके अतिरिक्त डॉक्टर से संपर्क करें ताकि वह इसका असल कारण आपको बताकर सही इलाज के लिए आगे बढ़ सके।