ओडिशा घूमने जाएं तो वहां से इन पांच चीजों को खरीदकर जरूर लाएं
सदियों पुराने मंदिरों, खूबसूरत समुद्र तटों, आकर्षक आदिवासी संस्कृति, बौद्ध अवशेषों और स्वादिष्ट व्यंजनों के लिए प्रसिद्ध ओडिशा में एक शानदार पर्यटन स्थल है, इसलिए यहां जीवन में एक बार जाना तो बनता है। खैर, आप चाहें कभी भी ओडिशा जाएं तो वहां से कुछ चीजें खरीदकर अपने घर लाना एक शानदार तरीका है, जो आपको इस पर्यटन स्थल की यात्रा की खूबसूरत यादों का अहसास दिलाती रहेंगी। आइए जानते हैं कि ओडिशा से किन-किन चीजों को खरीदना चाहिए।
पट्टाचित्र या ताड़ के पत्ते की पेंटिंग
अगर आप पारंपरिक चित्रों को इकट्ठा करना पसंद करते हैं तो ओडिशा के पास स्थित रघुराजपुर गांव में पट्टाचित्र या ताड़ के पत्ते की पेंटिंग खरीदने के लिए जाएं। इस कला के लिए अत्यधिक कौशल और धैर्य की आवश्यकता होती है। पट्टाचित्र मूल रूप से ताड़ के पत्तों को छेदकर और रंगों से भरकर किया गया जटिल चित्र है। पेंटिंग में जगन्नाथ मंदिर और इसके देवताओं की आध्यात्मिक कहानियां शामिल होती हैं।
फिलीग्री ज्वेलरी
फिलीग्री के गहने बड़ी ही सावधानी से बनाए जाते हैं और इन्हें देखकर ऐसा लगता है जैसे चांदी के धागे एक साथ बुने हों। आपको इन गहनों की खरीदारी के लिए ओडिशा के कटक में निमचौरी की यात्रा करनी होगी, जहां आप स्मारिका की दुकानों में सबसे जटिल नक्काशीदार फिलीग्री ज्वेलर और चांदी के अन्य सामान आसानी से खरीद सकते हैं। कटक अपनी सदियों पुरानी चंडी तारकसी और चांदी के फिलीग्री के शिल्प के लिए प्रसिद्ध है।
कोणार्क पहिए
पुरी और इसके आस-पास के क्षेत्र अपने खूबसूरत पत्थर शिल्प के लिए प्रसिद्ध हैं और सबसे प्रसिद्ध कोणार्क सूर्य मंदिर का प्रतीक चक्र है, जो यूनेस्को की विश्व धरोहर स्थल है। कोणार्क के पहिए को आमतौर पर पत्थर या लकड़ी पर उकेरा जाता है, जिनकी कीमत 10 से 20 रुपये होती है। आप इनका अपने घर पर सजावटी शोपीस के रूप में इस्तेमाल कर सकते हैं।
निर्मल्या
अगर आप ओडिशा में हैं तो निर्मल्या को खरीदें बिना घर न जाएं। निर्मल्या मूल रूप से पुरी में भगवान जगन्नाथ को चढ़ाए जाने वाले सूखे चावल होते हैं, जिन्हें महाप्रसाद कहा जाता है। इन पवित्र चावल को एक गुलाबी कपड़े में बांधा जाता है और इन्हें देवताओं को चढ़ाया जाता है। भक्त इसे घर भी ले जा सकते हैं और इसे अपने नियमित चावल के साथ मिलाकर उसे पवित्र बना सकते हैं।
पारंपरिक उड़िया साड़ी
अगर आपको साड़ी पसंद है, खासकर हथकरघा तो ओडिशा आपके लिए आदर्श जगह है। आप यहां से पारंपरिक पसपल्ली साड़ी खरीद सकते हैं, जिसमें काले, सफेद और लाल रंग में शतरंज जैसे वर्ग होते हैं। यहां की कोटपाड़ साड़ियां भी काफी लोकप्रिय हैं, जो कोरापुट के आदिवासियों द्वारा हाथ से बुनी जाती हैं। यहां की संबलपुरी इक्कात को भी जरूर खरीदना चाहिए, जहां धागे को रंगने के बाद साड़ियों को बुना जाता है।