मधुमेह और एनीमिया जैसी कई बीमारियों का उपचार कर सकती है जंगल जलेबी, जानिए इसके फायदे
जंगल जलेबी एक कम लोकप्रिय फल है, जिसे मद्रासी इमली या मद्रासी थॉर्न भी कहते हैं। इसका आकार जलेबी की तरह घुमावदार और गोल होता है, इसीलिए इसे जंगल जलेबी कहते हैं। जंगल जलेबी अंदर से सफेद और ऊपर से हरी होती हो, जो पकने के बाद लाल रंग की हो जाती है। इसका स्वाद मीठा होता है और यह अप्रैल-मई के महीने में उगती है। आप इस फल को अपनी डाइट में जोड़कर कई स्वास्थ्य लाभ पा सकते हैं।
बढ़ती है रोग प्रतिरोधक क्षमता
जंगल जलेबी कई तरह के एंटीऑक्सीडेंट्स से भरपूर होती है। इस फल में विटामिन-C मौजूद होता है, जो शरीर की रोग प्रतिरोधक क्षमता को बढ़ाने में मदद कर सकता है। साथ ही एंटीऑक्सीडेंट्स की मौजूदगी के कारण भी हमारी प्रतिरक्षा प्रणाली मजबूत होती है। इसे खान-पान का हिस्सा बनाने से शरीर के हानिकारक मुक्त कण नष्ट हो सकते हैं। जब आपकी प्रतिरक्षा प्रणाली मजबूत होगी, तो आप बीमारियों की चपेट में आने से भी बचेंगे।
कोलेस्ट्रॉल होता है कम
इस दुर्लभ फल में मौजूद विटामिन-C शरीर के खराब कोलेस्ट्रॉल को कम करने में सहायक साबित होता है। इसके अलावा जंगल जलेबी अच्छे कोलेस्ट्रॉल के स्तर को बढ़ाने में भी खासा योगदान देती है। साथ ही इस फल में उच्च मात्रा में पोटैशियम भी मौजूद होता है, जो दिल की बीमारियों से जूझ रहे लोगों के लिए फायदेमंद हो सकता है। हृदय रोग के खतरे को कम करने के लिए आपको जंगल जलेबी का सेवन जरूर करना चाहिए।
एनीमिया के इलाज में मददगार
एनीमिया एक ऐसी बीमारी है, जिसके दौरान शरीर में लाल रक्त कोशिकाओं की संख्या खतरनाक रूप से कम हो जाती है। इसके कारण आपके शरीर के अंगों में सही मात्रा में ऑक्सीजन नहीं पहुंच पाता और चक्कर, उल्टी व बेहोशी आने लगती है। इस बीमारी से निपटने के लिए आप जंगल जलेबी खा सकते हैं। इस स्वादिष्ट और स्वास्थ्यवर्धक फल में आयरन पाया जाता है, जो एनीमिया के इलाज में मददगार होता है।
मधुमेह रोगियों के लिए फायदेमंद
मधुमेह एक सामान्य बीमारी है, जो या तो तब होती है जब अग्न्याशय पर्याप्त इंसुलिन का उत्पादन नहीं करता है या जब शरीर उत्पादित इंसुलिन का प्रभावी ढंग से उपयोग नहीं कर पाता है। इस बीमारी के इलाज के लिए आप अपने आहार में जंगल जलेबी शामिल करने पर विचार कर सकते हैं। इसकी पत्तियों के अर्क में एंटी-डाइबिटिक गुण मौजूद होते हैं। हालांकि, अपने डॉक्टर की सलाह के बाद ही इसका सेवन करें।
जीवाणु संक्रमण से लड़ने में कारगर
आयुर्वेद जीवाणु संक्रमण के प्रबंधन के लिए जंगल जलेबी के सेवन की सलाह देता है। 2019 में मुरुगेसन एट अल में प्रकाशित एक अध्ययन में कहा गया है कि यह फल क्लेबसिएला निमोनिया और बैसिलस सबटिलिस जैसे बैक्टीरिया के विकास को रोकने में मदद कर सकता है। ये हानिकारक बैक्टीरिया निमोनिया, मेनिनजाइटिस और घाव जैसे संक्रमण का कारण बनते हैं। इसमें मौजूद सैपोनिन और फ्लेवोनोइड के कारण जंगल जलेबी संक्रमण को रोकने में कारगर साबित होती है।