रोजमर्रा की ऐसी 5 आदतें, जो बर्बाद कर सकती हैं आपका जीवन
हमारी रोजमर्रा की आदतें हमारे जीवन की दिशा तय करती हैं। जहां कुछ आदतें जीवन में आगे बढ़ाने में मदद करती है, वहीं कुछ स्वास्थ्य पर प्रतिकूल प्रभाव डालकर जीवन को खतरे में डाल सकती हैं। आइए आज हम आपको रोजमर्रा की 5 ऐसी आदतों के बारे में विस्तार से बताते हैं, जिन्हें समय रहते न सुधारा गया तो ये हमारे जीवन को बहुत ज्यादा नुकसान पहुंचा सकती हैं।
एक्सरसाइज न करना
कम सक्रिय जीवनशैली कई तरह से नुकसान पहुंचा सकती है। इसके कारण कमजोर मांसपेशियां, धीमा मेटाबॉलिज्म, हृदय रोग और मधुमेह जैसी गंभीर बीमारियों का खतरा बढ़ सकता है। इसलिए रोजाना कुछ मिनट एक्सरसाइज करें क्योंकि ये आपको शारीरिक रूप से सक्रिय रखने में मदद कर सकती हैं। लाभ के लिए रोजाना टहलना या स्ट्रेचिंग जैसी एक्सरसाइज करें। इन तरीकों के जरिए आपके लिए खुद को सक्रिय रखना आसान हो सकता है।
पर्याप्त मात्रा में पानी का सेवन न करना
शरीर को पोषण प्रदान करने में पानी अहम भूमिका निभाता है, लेकिन आजकल बहुत से लोग व्यस्त दिनचर्या के कारण पर्याप्त मात्रा में पानी के सेवन पर ध्यान ही नहीं दे पाते हैं, जिसके कारण वे कई स्वास्थ्य संबंधी समस्याओं की चपेट में आ सकते हैं। इसलिए रोजाना पर्याप्त मात्रा में पानी पीना सुनिश्चित करें। इसके लिए अपने पास हमेशा एक पानी से भरी बोतल रखें और पानी युक्त चीजों का सेवन करें। यहां जानिए पानी पीने का सही समय।
फ्रोजन और पैकेजिंग वाला खाना
व्यस्तता के कारण अधिकतर लोग फ्रोजन और पैकेजिंग वाली खान-पान की चीजें पर निर्भर हो गए हैं क्योंकि इन्हें तैयार करना कुछ ही मिनट का काम है। हालांकि, इन खाद्य पदार्थों को लंबे समय तक ठीक रखने के लिए रसायन तत्वों का इस्तेमाल किया जाता है। इसके अतिरिक्त इनमें सोडियम और चीनी की मात्रा अधिक होती है, जो सेहत को नुकसान पहुंचा सकती हैं। इनकी बजाय घर के बने पौष्टिक खाने को ही महत्व दें और उसे समय से खाएं।
नकारात्मक विचार और खराब मुद्रा से बचें
सही मानसिकता जीवन के अनुभव को बेहतर आकार दे सकती है और इसे ठीक रखने के लिए ज्यादा सोच-विचार में लगकर नकारात्मक विचारों को जन्म न दें। तनावपूर्ण स्थितियों में भी सकारात्मक सोच को बनाए रखने की कोशिश करें। इसके अतिरिक्त खराब मुद्रा सिर्फ आपकी पीठ को नुकसान नहीं पहुंचाती है, यह आपके मूड, ऊर्जा और आत्मविश्वास को भी प्रभावित कर सकती है इसलिए सही मुद्रा में उठने-बैठने की कोशिश करें।
सोने और उठने का एक समय न होना
स्वस्थ और फिट रहने के लिए सबसे ज्यादा जरूरी है कि सोने और उठने का एक ही समय निर्धारित करें। अगर आप समय पर सोकर उठते हैं तो दिनभर के सभी काम आराम से और ध्यान लगाकर कर सकते हैं। अगर आप रात 10 बजे सोकर सुबह 6 से 7 बजे के बीच उठते हैं तो इससे आपको एक्सरसाइज, नाश्ते और अन्य कामों के लिए पर्याप्त समय मिलेगा। यहां जानिए नींद में सुधार करने वाले प्रभावी तरीके।