काली पूजा: भोग के लिए घर पर बनाएं ये 5 बंगाली मिठाई, आसान हैं इनकी रेसिपी
क्या है खबर?
पश्चिम बंगाल में काली पूजा का त्योहार मनाया जाता है।
यह त्योहार अकसर दिवाली के आसपास ही पड़ता है और इस बार यह दिवाली के दिन यानी 12 नवंबर को ही मनाया जाएगा।
इस दिन भक्त निर्जला व्रत रखकर पूरी रात देवी काली की पूजा-अर्चना करते हैं। साथ ही वे भोग तैयार करके देवी को चढ़ाते हैं और फिर बाद में उसी प्रसाद से व्रत तोड़ते हैं।
चलिए फिर आज भोग के लिए 5 बंगाली मिठाइयों की रेसिपी जानते हैं।
#1
पायेश
इस बंगाली मिठाई को बनाने के लिए सबसे पहले चावल को पानी में एक घंटे के लिए भिगो दें और भीगे हुए चावलों को घी में पकाकर अलग रख दें।
अब एक अलग पैन में दूध उबालें। जब दूध की मात्रा आधी हो जाए तो इसमें घी में भुने चावल डालकर पकाएं।
जब चावल थोड़ा पक जाए तो इसमें नोलन गुड़ या चीनी डालकर थोड़ी देर तक और पका लें।
आखिर में इसमें काजू, बादाम और इलायची डालकर गरमागरम परोसें।
#2
सूजी
बंगाल में सूजी के हलवे को सूजी ही कहते हैं।
इसे बनाने के लिए सबसे पहले एक पैन में घी डालकर सूजी को भूनें। अब अलग एक पैन में चाशनी बनाने के लिए पानी के साथ चीनी डालकर उबाल लें।
इसके बाद भुनी हुई सूजी में चाशनी डालकर चलाते रहें। थोड़ी देर बाद इसमें इलायची डालकर इसे पकने दें।
जब सूजी का हलवा अच्छे से पक जाए तो इसमें ऊपर से घी और सूखे मेवे डालकर गरमागरम परोसें।
#3
नारकेल नारू
सबसे पहले कद्दूकस किए हुए नारियल को दूध में डालकर उबालें। जब दूध अच्छे से सूख जाए तो इसे गैस से उतार लें।
अब एक अलग बर्तन में क्रीम गर्म करके उसमें चीनी और पानी मिलाकर चाशनी तैयार कर लें।
जब चीनी अच्छे से घुल जाए तो इसमें नारियल वाला मिश्रण डालकर इसे थोड़ी देर तक अच्छे से पकाएं।
आखिर में इस मिश्रण में इलायची पाउडर डालकर इससे लड्डू बना लें।
#4
संदेश
इसे बनाने के लिए सबसे पहले पनीर को मैश करें। इसके बाद एक पैन में मैश पनीर और चीनी मिलाकर 5-7 मिनट तक पकाएं।
अब इस मिश्रण से गोल लोइयां बनाकर उन्हें घी से चिकना करें और मोल्ड का उपयोग करके उन्हें डिजाइन दें।
आखिर में इन लोइयों को किशमिश और बादाम से सजाकर 30 मिनट के लिए फ्रिज में रखने के बाद परोसें।
मिठाई के अलावा आप इन बंगाली व्यंजनों की रेसिपी भी ट्राई कर सकते हैं।
#5
रसगुल्ला
सबसे पहले दूध को उबाल लें और इसमें थोड़ा पानी डालकर ठंडा होने दें। इसके बाद इसमें नींबू का रस डालकर दूध को फटने दें।
अब फटे दूध से बने पनीर को पानी से धोकर 30 मिनट के लिए चीजक्लोथ में बांधकर लटका दें।
इसके बाद पनीर को गूंथकर इससे छोटे-छोटे गोले बनाएं और उन्हें उबले हुए नोलन गुड़-पानी की चाशनी में डुबो दें।
आखिर में चाशनी के साथ गरमागरम रसगुल्लों को परोसें।