सुबह खाली पेट एक चम्मच देसी घी खाने से मिल सकते हैं कई स्वास्थ्य लाभ
आजकल लोग ज्यादातर व्यंजनों को बनाते समय रिफाइंड ऑयल का इस्तेमाल करते हैं, लेकिन यह सेहत को नुकसान पहुंचा सकता है। वहीं कुछ लोग जीरो-ऑयल खाद्य पदार्थों का सेवन करना ज्यादा सही समझते हैं। खैर आप चाहें किसी भी तरह से खाना बनाकर खाएं, लेकिन अगर आप रोजाना सुबह खाली पेट एक चम्मच देसी घी का सेवन करते हैं तो इससे कई स्वास्थ्य लाभ मिल सकते हैं। आइए फायदे जानते हैं।
पाचन स्वास्थ्य को बढ़ावा देने में है कारगर
खाली पेट देसी घी का सेवन पाचन क्रिया को ठीक करने में मदद कर सकता है। देसी घी में ब्यूटिरिक एसिड होता है, जो कि एंटी-इंफ्लेमेटरी गुण की तरह काम करके पाचन क्रिया को चिकना कर सकता है। साथ ही पाचन एंजाइमों के स्त्राव में सहायता कर सकता है। साफ शब्दों में कहें तो यह पूरे दिन सुचारू पाचन को बढ़ावा दे सकता है। यहां जानिए पाचन क्रिया को सुधारने वाले अन्य घरेलू नुस्खे।
वजन नियंत्रित करने में है सहायक
रोजाना सुबह खाली पेट एक चम्मच देसी घी खाने से बढ़ते वजन को नियंत्रित करने में भी मदद मिल सकती है। देसी घी स्वस्थ वसा एक स्त्रोत है, जो लंबे समय तक पेट को भरा हुआ महसूस कराने, लालसा को कम करने और आपको पूरे दिन अधिक खाने से रोकने में मदद कर सकता है। इसके अतिरिक्त इसमें मौजूद फैटी एसिड मेटाबॉलिज्म को बढ़ावा दे सकते हैं, जो शरीर की अतिरिक्त चर्बी को कम कर सकता है।
इम्यूनिटी बढ़ाने में है प्रभावी
शरीर को संक्रमण और बीमारियों से सुरक्षित रखने में इम्यूनिटी अहम भूमिका निभाती है, लेकिन अगर यही कमजोर होगी तो आप जल्दी-जल्दी बीमार होने की संभावना बढ़ जाती है। देसी घी में कंजगेटेड लिनोलेनिक नामक एसिड पाया जाता है, जो इम्यूनिटी को बढ़ाने में मदद कर सकता है। यही नहीं, यह एसिड इम्यूनिटी को ठीक करने के साथ ही शारीरिक कमजोरी को दूर करने में मदद कर सकता है।
खराब कोलेस्ट्रॉल के स्तर को कम करने में है सक्षम
खून में 2 तरह के कोलेस्ट्रॉल होते हैं, जिनमें से LDL यानी हानिकारक कोलेस्ट्रॉल का स्तर बढ़ने से कई तरह के हृदय रोग का खतरा बढ़ सकता है। ऐसे में इसको नियंत्रित करने के लिए रोजाना खाली पेट देसी घी खाना फायदेमंद माना जा सकता है। देसी घी में एंटी-ऑक्सीडेंट और एंटी-एथेरोजेनिक गुण पाए जाते हैं, जो खून में मौजूद LDL कोलेस्ट्रॉल को कम करके HDL यानी अच्छे कोलेस्ट्रॉल के स्तर को बेहतर कर सकते हैं।
कैंसर के जोखिम कर सकता है कम
देसी घी में कार्सिनोजन यानी कैंसर के असर को कम करने के गुण पाए जाते हैं, जो कैंसर को बढ़ाने वाले ट्यूमर को पनपने से रोक लेते हैं। हालांकि, अगर कोई इस बीमारी की चपेट में पहले से है तो उसके लिए उचित मेडिकल ट्रीटमेंट को प्राथमिकता देना जरूरी हैं। साथ ही कैंसर की अवस्था में देसी घी का सेवन करना चाहिए या नहीं डॉक्टर से सलाह लेने के बाद ही सुनिश्चित करें।