लॉकडाउन: केरल में शराब बिक्री पर रोक लगाने से दुखी युवक ने की आत्महत्या
देश में बढ़ते कोरोना वारयर के प्रसार को रोकने के लिए 21 दिनों के लिए किए गए लॉकडाउन ने लोगों की परेशानी बढ़ा दी है। परिवहन सेवाओं के बंद होने से जहां दूसरे राज्यों में फंसे लोगों को परेशानी हो रही हैं, वहीं गैर-जरूरी सेवा में शामिल शराब की बिक्री पर रोक से शराब के शौकिनों को खासी दिक्कत हो रही है। केरल में भी शराब बिक्री पर रोक लगाने से दुखी एक युवक ने तो आत्महत्या तक कर ली।
शराब नहीं मिलने से बेहद परेशान था युवक
केरल के त्रिशूर जिले की कुन्नकुलम थाना पुलिस ने बताया कि मृतक युवक सनोज कुलंगरा (38) है। वह शराब पीने का आदी था और नियमित रूप से शराब का सेवन करता था। लॉकडाउन के कारण राज्य में शराब बिक्री पर रोक लगाने से उसे शराब नहीं मिल रही है। इसके चलते वह बहुत परेशान था। उसने दुखी होकर कमरे के पंखें से फंदा बांधकर उस पर झूलते हुए आत्महत्या कर ली। पुलिस ने अप्राकृतिक मौत का मामला दर्ज किया है।
सरकार ने विपक्ष के दबाव में आकर लगाई थी शराब बिक्री पर रोक
बता दें कि लॉकडाउन के बाद केरल सरकार ने शराब को आवश्यक वस्तु की श्रेणी में रखते हुए इसकी बिक्री जारी रखने का निर्णय किया था, लेकिन इसको लेकर विपक्ष ने विरोध करना शुरू कर दिया। उसके बाद सरकार ने रोक लगा दी थी।
राज्य में शराब बिक्री पर प्रतिबंध का बड़ा असर
केरल के पर्यटन मंत्री कडकम्पल्ली सुरेंद्रन ने बताया कि राज्य में शराब बिक्री पर प्रतिबंध का बड़ा असर देखने को मिल रहा है। बुधवार को भी शराब नहीं पीने के कारण चार लोगों की तबीयत बिगड़ गई थी। उन्हें भी अस्पताल में भर्ती कराया गया था। अस्पताल के एक मनोचिकित्सक ने बताया कि केरल में 16 लाख लोग नियमित रूप से शराब पीने के आदी हैं। ऐसे में राज्य में आत्महत्या और अवसाद के मामलों में बढ़ोत्तरी हो सकती है।
सैनेटाइजर को शराब समझकर पीने से कैदी की मौत
जहां शराब नहीं मिलने से एक युवक ने आत्महत्या कर ली, वहीं केरल की ही पलक्कड जेल में रिमांड कैदी के तौर पर बंद रमनकुट्टी नामक व्यक्ति की सैनेटाइजर को शराब समझकर पीने से मौत हो गई। वरिष्ठ जेल अधिकारी ने बताया कि जेल में कैदियों द्वारा आइसोप्रोपिल अल्कोहल (रबिंग अल्कोहल) के जरिए सैनेटाइजर बनाया गया था। कैदी ने उसे शराब समझकर पी लिया। इससे उसकी तबीयत बिगड़ गई। उसे अस्पताल पहुंचाया, जहां उपचार के दौरान उसकी मौत हो गई।
शराब की होम डिलीवरी के लिए हाई कोर्ट पहुंचा शख्स
बता दें कि कोरोनो वायरस प्रकोप के चलते केरल में शराब की होम डिलीवरी की मांग को लेकर एक शख्स ने उच्च न्यायालय का रुख किया था। हाई कोर्ट ने उस समय बेतुकी याचिका के लिए कार्रवाई की थी। अदालत ने उस व्यक्ति को दो सप्ताह की अवधि के भीतर 50 हजार रुपये जुर्माना जमा करने को कहा था। अदालत ने समय पर जुर्माना नहीं चुकाने पर उसे कानूनी कार्रवाई के जरिए ब्याज सहित वसूली की चेतावनी भी दी थी।
भारत और केरल में यह है कोरोना की स्थिति
भारत में कोरोना संक्रमितों की संख्या 724 पहुंच गई है। इसके अलावा 17 लोगों की मौत हो चुकी है। देश में अब तक 66 संक्रमितों को स्वस्थ होने पर अस्पताल से छुट्टी दे दी गई है। केरल में संक्रमितों की संख्या 129 पहुंच चुकी है।