कोरोना वायरस: कैसे लड़ेगा भारत? खाने से पहले केवल 36% लोग धोते हैं साबुन से हाथ
कोरोना वायरस के प्रकोप के बीच चिकित्सा विशेषज्ञ इससे बचाव के लिए साबुन से हाथ धोने की सलाह दे रहे हैं। ये भले ही एक बेहद सामान्य और आसान सलाह लगती हो, लेकिन एक सर्वे के अनुसार ज्यादातर भारतीयों को साबुन से हाथ धोने की आदत नहीं है। राष्ट्रीय सांख्यिकी कार्यालय (NSO) के अनुसार, भारत के मात्र 35.8 प्रतिशत परिवार भोजन करने से पहले साबुन या डिटर्जेंट से अपने हाथ धोते हैं।
99 प्रतिशत परिवार धोते हैं हाथ, लेकिन...
'पेयजल, स्वच्छता और आवास की स्थिति' नामक रिपोर्ट में शामिल इस सर्वे को पिछले साल नवंबर में जारी किया गया था और इसमें 1,06,838 परिवारों से सवाल पूछे गए थे। सर्वे में उन परिवारों को हाथ धोने का अभ्यस्त माना गया जिसके ज्यादातर सदस्य आमतौर पर अपने हाथ धोते हैं। इसमें सामने आया कि जहां 99 प्रतिशत परिवारों में लोग भोजन से पहले हाथ तो धोते हैं, लेकिन मात्र 35.8 प्रतिशत ही ऐसे हैं जो साबुन से हाथ धोते हैं।
शहरों और गांवों में बड़ा अंतर
सर्वे में शहरी और ग्रामीण इलाकों में हाथ धोने की आदत के बीच बड़ा अंतर भी सामने आया है। जहां 56 प्रतिशत शहरी परिवार खाना खाने से पहले अपने हाथ साबुन से धोते हैं, वहीं ग्रामीण इलाकों में ये आंकड़ा मात्र 25.3 प्रतिशत है।
झारखंड की स्थिति सबसे खराब तो सिक्किम की स्थिति सबसे अच्छी
सर्वे में साबुन से हाथ धोने वाले परिवारों की सबसे कम संख्या झारखंड में पाई गई। यहां मात्र 10.6 प्रतिशत लोग खाना खाने से पहले साबुन से हाथ धोते है। झारखंड के बाद बिहार (14.3 प्रतिशत), ओडिशा (15.1 प्रतिशत) और उत्तर प्रदेश (23.8 प्रतिशत) का नंबर आता है। वहीं सिक्किम सबसे अधिक 87.1 प्रतिशत परिवार भोजन करने से पहले साबुन से हाथ धोते हैं। इसके बाद हरियाणा (86.2 प्रतिशत), चंडीगढ़ (81 प्रतिशत) और पंजाब (77.5 प्रतिशत) का नंबर आता है।
इतने प्रतिशत परिवार केवल पानी से धोते हैं हाथ
बड़ी संख्या में ऐसे परिवार भी है जो खाना खाने से पहले हाथ तो धोते हैं, लेकिन केवल पानी से। लगभग 60.4 प्रतिशत परिवार ऐसा करते हैं। इनमें 69.9 प्रतिशत ग्रामीण और 42.1 शहरी परिवार शामिल हैं। वहीं करीब 2.7 प्रतिशत परिवार भोजन करने से पहले पानी और राख या मिट्टी के साथ हाथ धोते हैं। इनमें 3.5 प्रतिशत ग्रामीण और 1.3 प्रतिशत शहरी परिवार शामिल हैं। बाकी एक प्रतिशत खाना खाने से पहले हाथ धोते ही नहीं हैं।
74 प्रतिशत परिवार शौच के बाद धोते हैं साबुन से हाथ
सर्वे में ये भी सामने आया है कि 74.1 प्रतिशत परिवार शौच के बाद साबुन से अपने हाथ जरूर धोते हैं। 68.8 प्रतिशत ग्रामीण परिवार और 88.3 प्रतिशत शहरी परिवार शौच के बाद साबुन से हाथ धोते हैं।
ऐसे कैसे होगी कोरोना वायरस के खिलाफ लड़ाई?
बता दें कि स्वच्छता कोरोना वायरस के खिलाफ लड़ाई में एक अहम हिस्सा है और ये आंकड़े भारत की बहुत आशावादी तस्वीर पेश नहीं करते। चिकित्सा विशेषज्ञों के अनुसार, साबुन से 20 सेकंड तक अच्छी तरह से हाथ धोने से कोरोना वायरस नष्ट हो सकता है। इसलिए केंद्र और राज्य सरकारें लगातार दिन में कई बार हाथ धोने की अपील कर रही हैं। विश्व स्वास्थ्य संगठन (WHO) ने भी यही सलाह दी है।
भारत में कोरोना वायरस के 606 मामले, 10 की मौत
अब तक भारत में कोरोना वायरस के 606 मामले सामने आ चुके हैं, वहीं 10 लोगों को इसकी वजह से अपनी जान गंवानी पड़ी है। वायरस को फैलने से रोकने के लिए प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने 21 दिन के लॉकडाउन का ऐलान किया है।