#NewsBytesExplainer: भारतीय युवा युद्धग्रस्त इजरायल में मजदूरी करने के लिए इतने बेसब्र क्यों हैं?
क्या है खबर?
इजरायल-हमास युद्ध के कारण इजरायल मजदूरों की भारी कमी का सामना कर रहा है। ऐसे में उसने भारत के हरियाणा और उत्तर प्रदेश में भर्ती के लिए एक सप्ताह का अभियान शुरू किया है।
इस कार्यक्रम की जानकारी मिलते ही संबंधित केंद्रों पर हजारों की संख्या में लोग नौकरी के लिए पहुंचने लगे।
आइए जानते हैं कि आखिर इजरायल को अचानक से मजदूरों की कमी क्यों हो गई है और क्यों भारतीय युवा इजरायल जाने के लिए इतने बेताब हैं।
भर्ती
इजरायल क्यों करना चाहता है बड़ी संख्या में भर्ती?
दरअसल, हमास के साथ जंग शुरू होने के बाद इजरायल का निर्माण क्षेत्र बुरी तरह प्रभावित हुआ है। यहां काम करने वाले फिलिस्तीनियों पर इजरायल पाबंदी लगा चुका है। कुल 80,000 फिलिस्तीनी उसके यहां काम कर रहे थे।
अब इजरायल चीन और भारत से करीब 70,000 युवाओं को अपने यहां इस क्षेत्र में नौकरी देना चाहता है। इसके लिए उसने हरियाणा और उत्तर प्रदेश के युवाओं के आवेदन स्वीकार किये हैं।
टेस्ट
इजरायल ने भर्ती के लिए क्या प्रक्रिया अपनाई है?
हरियाणा के रोहतक शहर में मौजूद महर्षि दयानंद युनिवर्सिटी में इजरायल जाने के इच्छुक युवाओं का टेस्ट लिया जा रहा है। इस टेस्ट में हजारों की संख्या में युवा शामिल हो रहे हैं।
उत्तर प्रदेश सरकार के लखनऊ के अलीगंज स्थित औद्योगिक प्रशिक्षण संस्थान (ITI) में भी टेस्ट हो रहे हैं।यहां करीब एक हफ्ते तक इजरायली टीम नौकरियों के लिए कम से कम 4,600 उम्मीदवारों का टेस्ट लेगी।
अनुरोध
भारत और इजरायल के बीच हुआ है समझौता
गाजा पट्टी में युद्ध से पहले भी इजरायली संसद में पूर्व इजरायली विदेश मंत्री एली कोहेन ने कहा था कि इजरायल और भारत ने मई, 2023 में एक समझौते पर हस्ताक्षर किए थे। इसके तहत भारत 42,000 श्रमिकों को निर्माण और नर्सिंग के लिए इजरायल भेजेगा।
बता दें कि अक्टूबर में इजरायली निर्माण कंपनियों ने अपनी सरकार से अनुरोध किया था कि फिलिस्तीनियों की जगह उन्हें एक लाख भारतीय श्रमिकों को काम पर रखने की अनुमति दे।
वेतन स्तर
इजरायल ने क्या वेतन रखा है?
भारत में प्रकाशित किये जा रहे भर्ती विज्ञापनों के अनुसार, इजरायल में मजदूरी के लिए 1.16 लाख से 1.41 लाख रुपये प्रति माह वेतन दिया जाएगा।
इजरायलीअधिकारियों के अनुसार, लगभग 17,000 भारतीय कर्मचारी फिलहाल इजरायल में रहते हैं, जिनमें से ज्यादातर नर्सिंग में कार्यरत हैं।
द वाशिंगटन पोस्ट की रिपोर्ट के अनुसार, इजरायली अधिकारियों का कहना है कि वे आने वाले महीनों में 10,000 से 20,000 भारतीय प्रवासी श्रमिकों के आने की उम्मीद कर रहे हैं।
कारण
भारतीय युवा बड़ी संख्या में आवेदन क्यों कर रहे?
भारत में 25 वर्ष से कम आयु के स्नातकों के बीच बेरोजगारी दर आज भी 40 प्रतिशत से अधिक है। साल 2023 में यह 42 प्रतिशत थी। इसके पीछे का एक कारण कोरोना वायरस लॉकडाउन के कारण आई आर्थिक तंगी भी है।
BBC की रिपोर्ट के अनुसार, रोजगार मिलने पर भी वेतन इतना नहीं होता कि युवा अपने परिवार का भरण-पोषण कर सकें। 12 घंटे काम करने के बाद भी प्रतिमाह 10,000 से भी कम वेतन मिलता है।
कारण
भारत में और किन कारणों से युवा कर रहे इजरायल का रुख?
भारत में डिग्री होने के बाद भी युवा छोटे-मोटे काम कर गुजारा कर रहे।
नौकरी को लेकर असुरक्षा की भावना और महंगाई दर जैसे कई कारण देश के युवाओं को इजरायल का रुख करने को विवश कर रहे हैं।
भारत की तुलना में मजदूरी के लिए इजरायल में लाखों रुपये मिलना न केवल उन्हें आर्थिक तंगी से निकालेगा, बल्कि उनके जीवन के स्तर को भी सुधारेगा।
यही कारण है कि देश के युवा युद्धग्रस्त इजरायल जाने से कतरा नहीं रहे।
रोजगार
भारत में क्या है नौकरियों का हाल?
विश्लेषकों के अनुसार, वास्तविकता यह कि भारत में नौकरियां बढ़ नहीं रही हैं, लेकिन नौकरी की तलाश कर रहे युवाओं की संख्या लगातार बढ़ रही है।
अज़ीम प्रेमजी युनिवर्सिटी की स्टेट ऑफ वर्किंग इंडिया की रिपोर्ट के अनुसार, साल 2019 के बाद से आर्थिक मंदी और महमारी के कारण दैनिक वेतन वाली नौकरियों में कमी आई है।
इसके अलावा सरकारी नौकरियां तो हैं, लेकिन सुस्त भर्ती प्रक्रिया के कारण आज भी लाखों पद खाली हैं।