NewsBytes Hindi
    English Tamil Telugu
    अन्य
    चर्चित विषय
    क्रिकेट समाचार
    नरेंद्र मोदी
    आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस
    राहुल गांधी
    भारत-पाकिस्तान तनाव
    #NewsBytesExplainer
    IPL 2025
    English Tamil Telugu
    NewsBytes Hindi
    User Placeholder

    Hi,

    Logout

    देश
    राजनीति
    दुनिया
    बिज़नेस
    खेलकूद
    मनोरंजन
    टेक्नोलॉजी
    करियर
    अजब-गजब
    लाइफस्टाइल
    ऑटो
    एक्सक्लूसिव
    विज़ुअल खबरें

    एंड्राइड ऐप डाउनलोड

    हमें फॉलो करें
    • Facebook
    • Twitter
    • Linkedin
    होम / खबरें / देश की खबरें / अफगानिस्तान में आए भूकंप के झटके उत्तर भारत में क्यों महसूस किए गए? 
    अगली खबर
    अफगानिस्तान में आए भूकंप के झटके उत्तर भारत में क्यों महसूस किए गए? 
    उत्तर भारत में महसूस किए गए अफगानिस्तान में आए भूकंप के झटके

    अफगानिस्तान में आए भूकंप के झटके उत्तर भारत में क्यों महसूस किए गए? 

    लेखन नवीन
    Mar 22, 2023
    02:28 pm

    क्या है खबर?

    राजधानी दिल्ली समेत उत्तर भारत के कई हिस्सों में मंगलवार रात 6.5 तीव्रता के भूकंप के झटके महसूस किए गए।

    इस भूकंप का केंद्र अफगानिस्तान की राजधानी काबुल से 300 किलोमीटर दूर उत्तर-पूर्व की तरफ जुर्म के पास था, जो ताजिकिस्तान की सीमा के काफी करीब है। अफगानिस्तान और पाकिस्तान में तूफान से जान-माल का नुकसान हुआ है।

    अफगानिस्तान में आए भूकंप के झटके उत्तर भारत में क्यों महसूस किये गए, आइये इस बारे में विस्तार से जानते हैं।

    भूकंप

    क्यों आते हैं भूकंप? 

    धरती के नीचे मौजूद टेक्टोनिकल प्लेटों में हलचल के कारण भूकंप आते हैं। इसके अलावा ज्वालामुखी फटने और परमाणु हथियारों की टेस्टिंग भी भूकंप ला सकती है।

    भूकंप की तीव्रता को रिक्टर स्केल पर मापा जाता है और इसका अंदाजा भूकंप के केंद्र से निकलने वाली तरंगों से लगता है। भूकंप का केंद्र सतह से जितना नीचे होगा, तबाही भी उतनी ही कम होगी।

    दुनिया के कई क्षेत्र संवेदनशील हिस्से में पड़ते हैं और वहां अक्सर भूकंप आते रहते हैं।

    वैज्ञानिक

    अफगानिस्तान के भूकंप के झटके भारत में क्यों आए?

    अमेरिकी भूवैज्ञानिक सर्वेक्षण (USGS) के मुताबिक, अफगानिस्तान में आया यह भूकंप काफी गहरा था और इसकी उत्पत्ति धरती की सतह से 187.6 किलोमीटर नीचे हुई।

    USGS ने कहा कि गहरे भूकंप अधिक दूरी तक महसूस किये जाते हैं और इसी कारण अफगानिस्तान में आए भूकंप के झटके भारत के अधिकांश हिस्सों में महसूस किये गए।

    उन्होंने कहा कि हिमालय अफगानिस्तान की हिंदू कुश पहाड़ियों से लेकर अरुणाचल प्रदेश तक फैला हुआ है और यहां भूकंप आना आम बात है।

    भूकंप

    कितना विनाशकारी हो सकता है भूकंप ? 

    USGC का कहना है कि भूकंप कितना विनाशकारी होगा, यह उसकी गहराई और तीव्रता पर निर्भर करता है।

    वैज्ञानिकों ने कहा कि उथले भूकंप अधिक विनाशकारी होते हैं क्योंकि सतह पर उभरने पर उनमें अधिक ऊर्जा होती है, जबकि इसके मुकाबले गहराई में आए भूकंप जब तक सतह पर आते हैं, तब तक वह अपनी अधिकांश ऊर्जा खो देते हैं।

    इसी वजह से गहराई में आए भूकंप की तरंगें सतह पर पहुंचने से पहले अधिक दूरी तक जाती हैं।

    खतरा

    अफगानिस्तान में आए भूकंपों से भारत को कितना खतरा?

    वैज्ञानिकों का मनाना है कि अफगानिस्तान में आए 6 से अधिक तीव्रता के भूकंपों से भारत में ज्यादा नुकसान होने की संभावना कम है। साल 2018 में भी इसी तरह का 6.1 तीव्रता का भूकंप इस जगह के बहुत करीब आया था और इसे भी उत्तरी भारत के अधिकांश हिस्सों में महसूस किया गया था।

    पिछले साल पूर्वी अफगानिस्तान में 6.1 तीव्रता के भूकंप में 1,000 से अधिक लोग मारे गए थे।

    भूकंप

    पश्चिमी हिमालयी क्षेत्र में भूकंप का अधिक खतरा- वैज्ञानिक 

    पश्चिमी हिमालयी क्षेत्र दुनिया के सबसे खतरनाक भूकंप जोन में से एक है।

    वैज्ञानिकों का कहना है कि हिंदू कुश के पहाड़ों से लेकर अरुणाचल प्रदेश तक 2,500 किलोमीटर तक फैले पश्चिमी हिमालयी क्षेत्र में कभी भी रिक्टर पैमाने पर 8 से अधिक तीव्रता का बड़ा भूकंप आ सकता है।

    बीते सालों में यहां पर धरती के नीचे मौजूद टेक्टोनिकल प्लेटों में काफी हलचल महसूस की गई है, जो कभी भी विनाशकारी भूकंप का कारण बन सकती है।

    भविष्यवाणी

    क्या भूकंप को लेकर हो सकती है भविष्यवाणी? 

    वैज्ञानिकों का कहना है कि भूकंप काफी अप्रत्याशित होते हैं, जिनकी भविष्यवाणी नहीं की जा सकती है और भूकंप की कोई पूर्व चेतावनी देने वाली सिस्टम भी मौजूद नहीं है।

    उन्होंने कहा कि भूकंप की उत्पत्ति के बाद ही चेतावनी जारी होती है क्योंकि सतह तक पहुंचने में इसे कुछ समय लगता है।

    भूकंपीय तरंगों की गति प्रकाश की गति से काफी धीमी होती है और यह 5 से 13 किलोमीटर प्रति सेकंड की रफ्तार से यात्रा करती हैं।

    Facebook
    Whatsapp
    Twitter
    Linkedin
    सम्बंधित खबरें
    ताज़ा खबरें
    उत्तर भारत
    भूकंप
    अफगानिस्तान

    ताज़ा खबरें

    अपने स्मार्टफोन की बैटरी लाइफ कैसे बढ़ाएं? यहां जानिए तरीका स्मार्टफोन
    IPL 2025 में कैसा रहा RR के कप्तान संजू सैमसन का प्रदर्शन? जानिए आंकड़े IPL 2025
    पहलगाम हमले का एक महीना: भारत ने 'ऑपरेशन सिंदूर' और व्यापार रोकने समेत क्या-क्या कदम उठाए? पहलगाम आतंकी हमला
    IPL 2025: RCB ने जैकब बेथेल की जगह टिम सीफर्ट को किया शामिल IPL 2025

    उत्तर भारत

    मूल तौर पर बिहार से संबंध रखता है ठाकरे परिवार, किताब में किया गया दावा बिहार
    पुलिस के 'कफन' में अंतिम यात्रा; पांच सालों में उत्तर भारत में मिले 26,000 अज्ञात शव DNA
    लॉकडाउन: उत्तर भारत में 20 साल के सबसे निचले स्तर पर पहुंचा वायु प्रदूषण- NASA वायु प्रदूषण
    महामारी के साथ-साथ वायु प्रदूषण का भी खतरा, बचाव के लिए कौन सा मास्क बेहतर? भारत की खबरें

    भूकंप

    नीदरलैंड के शोधकर्ता ने 3 दिन पहले कर दी थी तुर्की-सीरिया में आए भूकंप की भविष्यवाणी तुर्की
    तुर्की में पिछले 25 वर्षों में आ चुके हैं कई बड़े भूकंप, जानें कब-कब मची तबाही तुर्की
    तुर्की और सीरिया में आए विनाशकारी भूकंप में मरने वालों की संख्या 5,000 के पार पहुंची तुर्की
    तुर्की में आए भूकंप के बाद से लापता हुआ चेल्सी का पूर्व फुटबॉल खिलाड़ी तुर्की

    अफगानिस्तान

    अफगानिस्तान में पाकिस्तान की बमबारी में मारे गए 40 से अधिक लोग, तालिबान ने दी चेतावनी पाकिस्तान समाचार
    काबुल: स्कूल और ट्यूशन सेंटर के पास तीन बम धमाके, कई लोगों के मरने की आशंका काबुल
    अमृतसर: अटारी चेक पोस्ट पर पकड़ी गई 102 किलोग्राम ड्रग्स, 700 करोड़ रुपये है कीमत पंजाब
    कश्मीर: आतंकी इस्तेमाल कर रहे विशेष गोलियां, सैनिकों को मिलेंगी नई बुलेटप्रूफ जैकेट तालिबान
    पाकिस्तान समाचार क्रिकेट समाचार नरेंद्र मोदी आम आदमी पार्टी समाचार अरविंद केजरीवाल राहुल गांधी फुटबॉल समाचार कांग्रेस समाचार लेटेस्ट स्मार्टफोन्स दक्षिण भारतीय सिनेमा भाजपा समाचार बॉक्स ऑफिस कलेक्शन कोरोना वायरस रेसिपी #NewsBytesExclusive ट्रैवल टिप्स IPL 2025
    हमारे बारे में प्राइवेसी पॉलिसी नियम हमसे संपर्क करें हमारे उसूल शिकायत खबरें समाचार संग्रह विषय संग्रह
    हमें फॉलो करें
    Facebook Twitter Linkedin
    All rights reserved © NewsBytes 2025