कश्मीर: आतंकी इस्तेमाल कर रहे विशेष गोलियां, सैनिकों को मिलेंगी नई बुलेटप्रूफ जैकेट
क्या है खबर?
अफगानिस्तान में छोड़े अमेरिकी हथियारों का अब भारतीय सुरक्षाबलों को सामना करना पड़ रहा है।
दरअसल, कश्मीर घाटी में हुईं मुठभेड़ों में कुछ आतंकवादियों ने अमेरिका में निर्मित विशेष गोलियों का इस्तेमाल किया, जो सैनिकों की बुलेटप्रूफ जैकेट के आर-पार हो गईं।
इसे देखते हुए सेना नई जैकेट खरीदने पर विचार कर रही है ताकि आतंकी अपनी करतूतों में सफल न हो सके। इसके लिए सैनिकों को जल्द ही लेवल 4 जैकेट मुहैया कराई जाएगी।
जानकारी
आतंकियों के पास कहां से आईं ये गोलियां?
तालिबान के कब्जे के बाद जब अमेरिकी सेना अफगानिस्तान से वापस लौटी थी, तब वह बड़ी मात्रा में हथियार छोड़ गई थी। इस बात की पहले से ही आशंका थी कि तालिबान के कब्जे के बाद इन हथियारों का दुरुपयोग हो सकता है।
बयान
अधिकारियों ने क्या बताया?
सरकारी सूत्रों ने समाचार एजेंसी ANI को बताया कि आतंकी सुरक्षाबलों के खिलाफ विशेष गोलियों इस्तेमाल कर रहे हैं, जो बुलेटप्रूफ जैकेट को भेद सकती हैं। आतंकी कनाडा में बने एडवांस्ड नाइट साइट्स भी इस्तेमाल कर रहे हैं, जो अफगानिस्तान में अमेरिकी नेतृत्व वाली सेना छोड़कर गई थी।
पिछले महीने हुई आर्मी कमांडर कॉन्फ्रेंस के दौरान सेना के शीर्ष अधिकारियों ने इस मुद्दे पर विचार-विमर्श किया था। अब इस खतरे को टालने के कदमों की तैयारी शुरू हो गई है।
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सैनिकों को दी जाएगी नई बुलेटप्रूफ जैकेट
चिनार कोर के एक शीर्ष अधिकारी ने कहा, "आतंकियों ने मुठभेड़ों के दौरान इन गोलियां का इस्तेमाल किया है और कई मामलों में इन्होंने बुलेटप्रूफ जैकेट को भेद लिया है। हम अभी तक लेवल 3 जैकेट इस्तेमाल कर रहे थे और अब जल्द ही इन गोलियों से बचाव के लिए लेवल 4 जैकेट मुहैया कराई जाएगी।"
जानकारी के अनुसार, लेवल 4 जैकेट काफी उन्नत होते हैं और इन पर किसी भी तरह की गोली का असर नहीं होता।
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अफगानिस्तान में लाखों हथियार लाई थी अमेरिकी सेना
अमेरिकी सरकार की रिपोर्ट कहती है कि 2003 से 2016 तक अलग-अलग कंपनियों की 3.58 लाख राइफलें, 64,000 से अधिक मशीन गन, 25,000 से अधिक ग्रेनेड लॉन्चर और 22,000 से अधिक हमवी (एक तरह की बख्तरबंद गाड़ियां) अफगानिस्तान पहुंची थीं।
2014 में जब अफगान सेना को देश की सुरक्षा का काम सौंपा गया था तब उसके पास मौजूद पुराने हथियारों को बदलते हुए अमेरिका ने उसे नए हथियार और उपकरण मुहैया करवाए थे।
न्यूजबाइट्स प्लस (जानकारी)
तालिबान के हाथ लगे सारे हथियार
एक रिपोर्ट के अनुसार, अमेरिका ने 2017 में अफगान सेना को 20,000 M16 राइफलें दी थीं। 2017-2021 के बीच के सालों में करीब 3,500 M4 राइफलें और 3,012 हमवी और दूसरे उपकरण अफगान सेना को दिए गए थे।
अफगानिस्तान पर कब्जे के बाद इन सारे हथियारों, अमेरिका के लाए विमानों, वाहनों और उपकरणों पर तालिबान का नियंत्रण हो गया है। अब आशंका जताई जा रही है कि भारत में हिंसा करने के लिए आतंकी इनका इस्तेमाल कर सकते हैं।