अमृतसर: अटारी चेक पोस्ट पर पकड़ी गई 102 किलोग्राम ड्रग्स, 700 करोड़ रुपये है कीमत
क्या है खबर?
पंजाब के अमृतसर की अटारी चेक पोस्ट पर कस्टम अधिकारियों ने 102 किलोग्राम ड्रग्स पकड़ी है।
अंतरराष्ट्रीय बाजार में इसकी कीमत 700 करोड़ रुपये है और दिल्ली स्थित एक कारोबारी द्वारा अफगानिस्तान से मंगवाई मुलेठी के खेप में यह ड्रग्स पकड़ी गई है।
जून, 2019 के बाद अमृतसर कस्टम द्वारा पकड़ी गई ड्रग्स की यह सबसे बड़ी मात्रा है। तब अधिकारियों ने अफगानिस्तान से आई खेप में 532 किलोग्राम ड्रग्स पकड़ी थी।
आइये पूरी खबर जानते हैं।
जानकारी
कैसे चला ड्रग्स का पता?
अटारी इंटीग्रेटेड चेक पोस्ट (IPC) पर खेप में आए सामान की एक्सरे स्क्रीनिंग की जा रही थी। इसी दौरान लकड़ी के बक्सों में कुछ संदिग्ध चीजें देखी गईं।
इसके बाद कस्टम अधिकारियों और पंच (गवाहों) की मौजूदगी में उन बक्सों को खोला गया। कुछ बक्सों में आ रही गंध से अधिकारियों का शक बढ़ गया।
उन्होंने देखा कि कुछ बक्सों में अलग से जगह बनाकर पाउडर जैसी सामग्री भरी गई थी, जो नशीले पदार्थ जैसी दिख रही थी।
जानकारी
जांच में हुई नशीले पदार्थ की पुष्टि
इसके बाद कस्टम और सीमा सुरक्षा बल (BSF) के अधिकारियों ने उस पदार्थ की अलग-अलग जांच की, जिसमें बक्सों में नशीले पदार्थ होने की पुष्टि हो गई। एक अधिकारी ने बताया कि इन बक्सों से 102 किलोग्राम हेरोइन निकली है।
अमृतसर
चेक पोस्ट पर बढ़ी है निगरानी
अटारी के रास्ते में रोजाना बड़ी संख्या में अफगानिस्तान से ड्राई फ्रूट्स, ताजे फलों और औषधियां का आयात होता है। ऐसे में यहां पर तैनात अधिकारी चौकस रहते हैं।
इसके अलावा पिछले साल अफगानिस्तान में हुए सत्ता परिवर्तन के बाद वहां तालिबान का राज आ गया है।
ऐसी संभावना जताई गई थी कि तालिबानी राज में ड्रग्स का कारोबार बढेगा। इसे देखते हुए वहां से आने वाले हर सामान की सीमा पर गहन जांच होती है।
जानकारी
हेरोइन जब्ती में हुआ है इजाफा
बीते 3-4 सालों में देश में जब्त की गई हेरोइन की मात्रा में तेज उछाल देखा गया है।
2018 में जहां डायरेक्टरेट ऑफ रेवेन्यू इंटेलीजेंस (DRI) ने 8 किलोग्राम हेरोइन जब्त की गई थी, वहीं 2021 में यह मात्रा बढ़कर 3,000 किलोग्राम हो गई।
अधिकारियों का कहना है नशे की तस्करी के लिए भारत एक ट्रांजिट प्वाइंट के तौर पर उभर रहा है।
केंद्रीय एजेंसियों के अलावा राज्य स्तरीय एजेंसियों ने भी रिकॉर्ड मात्रा में हेरोइन की जब्ती की है।
कारण
क्या है तस्करी बढ़ने की वजह?
तस्करी बढ़ने के कारण बताते हुए अधिकारियों ने कहा कि इसकी एक वजह अफगानिस्तान में अफीम की फसल की खेती में वृद्धि हो सकती है।
ड्रग्स और अपराध के खिलाफ काम करने वाली संयुक्त राष्ट्र की एक एजेंसी ने बताया कि अफगानिस्तान में अफीम की अवैध खेती के लिए इस्तेमाल होने वाले इलाके में 37 प्रतिशत इजाफा हुआ है, जिसका नियंत्रण अब तालिबान के पास है।
इसके अलावा भारत के रास्ते हेरोइन की तस्करी बढ़ी है।
NDPS कानून
न्यूजबाइट्स प्लस (जानकारी)
देश में नशे से जुड़े मामलों से निपटने के लिए नारकोटिक ड्रग्स एंड साइकोट्रोपिक सब्सटेंस (NDPS) कानून है।
इसका मुख्य उद्देश्य किसी भी नशीले पदार्थ की गैर कानूनी तरीके से खेती, उत्पादन, निर्माण, भंडारण, बिक्री, परिवहन या उपयोग को प्रतिबंधित करना है। इसमें जमानत मुश्किल होती है और इसका उल्लंघन करने पर कठोर कारावास और जुर्माने का प्रावधान है।
इसमें साल 1988, 2001 और 2014 में संशोधन भी किया जा चुका है।