कौन हैं नए मुख्य चुनाव आयुक्त ज्ञानेश कुमार, जिनका जम्मू-कश्मीर के सुधारों से जुड़ा है नाता?
क्या है खबर?
चुनाव आयोग के मुख्य निर्वाचन आयुक्त (CEC) का चुनाव सोमवार देर शाम कर लिया गया। अब राजीव कुमार की जगह 61 वर्षीय ज्ञानेश कुमार 26वें CEC के रूप में कार्यभार संभालेंगे। राजीव सोमवार को सेवानिवृत्त हुए हैं।
वरिष्ठ IAS अधिकारी ज्ञानेश कुमार 26 जनवरी, 2029 तक इस पद पर बने रहेंगे। इसके कुछ दिन बाद 2029 के लोकसभा चुनाव की घोषणा होगी।
CEC बनने से पहले ज्ञानेश कुमार पिछले साल 15 मार्च से चुनाव आयुक्त पद पर कार्यरत थे।
पहचान
ज्ञानेश की जगह डॉ विवेक जोशी बने चुनाव आयुक्त
ज्ञानेश के CEC बनने के बाद चुनाव आयुक्त का पद रिक्त हो गया, जिस पर 58 वर्षीय डॉ विवेक जोशी को तैनात किया गया है।
1989 बैच के हरियाणा कैडर के IAS अधिकारी जोशी 2031 तक चुनाव आयोग में रहेंगे। वे 2019 से केंद्रीय प्रतिनियुक्ति पर थे।
परंपरा के मुताबिक, 3 सदस्यीय चुनाव आयुक्त के पैनल में सबसे वरिष्ठ आयुक्त को CEC बनाया जाता है। राजीव के बाद ज्ञानेश सबसे वरिष्ठ आयुक्त थे। ज्ञानेश का कार्यकाल 6 साल का होगा।
पहचान
कौन हैं ज्ञानेश कुमार?
वर्ष 1988 बैच के केरल कैडर के IAS अधिकारी ज्ञानेश ने IIT कानपुर से सिविल इंजीनियरिंग में BTech, ICFAI से बिजनेस फाइनेंस और हार्वर्ड यूनिवर्सिटी से पर्यावरण अर्थशास्त्र की पढ़ाई की है।
वे एर्नाकुलम के सहायक कलेक्टर, कोचिन के नगर आयुक्त, केरल राज्य सहकारी बैंक के प्रबंध निदेशक और एर्नाकुलम के जिला कलेक्टर रह चुके हैं।
वे त्रिवेंद्रम हवाई अड्डा विकास सोसाइटी के एमडी, केरल परिवहन परियोजना के परियोजना निदेशक और दिल्ली में केरल हाउस के रेजिडेंट कमिश्नर रहे हैं।
सेवा
जम्मू-कश्मीर में सुधार और राम मंदिर मामले से जुड़ा है नाता
ज्ञानेश कुमार चुनाव आयुक्त बनने से पहले गृह मंत्रालय का हिस्सा थे।
उन्होंने मंत्रालय में संयुक्त सचिव (कश्मीर संभाग) रहते हुए 2019 में जम्मू-कश्मीर में अनुच्छेद 370 को खत्म करने वाले विधेयक का मसौदा तैयार किया और पूर्ववर्ती राज्य को 2 केंद्र शासित प्रदेशों में विभाजित किया था।
इसके एक साल बाद ज्ञानेश ने मंत्रालय में अतिरिक्त सचिव का पदभार संभाला और उत्तर प्रदेश के अयोध्या में राम मंदिर मामले में सुप्रीम कोर्ट से संबंधित दस्तावेजों को संभाला था।
पसंद
अमित शाह के करीबी माने जाते हैं ज्ञानेश
ऐसा माना जाता है कि ज्ञानेश गृह मंत्री अमित शाह के काफी करीबी हैं। उनको गृह मंत्रालय में रहते कई महत्वपूर्ण कार्य सौंपे गए थे।
गृह मंत्रालय के बाद उन्होंने संसदीय कार्य मंत्रालय में सचिव का पद संभाला। इसके बाद सहकारिता मंत्रालय में भी सचिव के रूप में तैनात रहे। यह मंत्रालय भी शाह के अंतर्गत आता है।
वे 31 जनवरी, 2024 को सहकारिता मंत्रालय में काम करते हुए सेवानिवृत्त हुए थे, इसके बाद मार्च में चुनाव आयुक्त बनाया गया।
नियुक्ति
ज्ञानेश की नियुक्त पर राहुल गांधी ने उठाए थे सवाल
सोमवार को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की अध्यक्षता वाली 3 सदस्यीय चयन समिति की बैठक साउथ ब्लॉक कार्यालय में हुई थी। इसमें मोदी के अलावा नेता प्रतिपक्ष राहुल गांधी और कैबिनेट मंत्री के रूप में अमित शाह शामिल थे।
बैठक में समिति के सामने 5 नाम रखे गए। बताया जा रहा है कि राहुल ने इन सभी नामों पर असहमति जताई थी।
उनका कहना था कि 19 फरवरी को इस संबंध में सुप्रीम कोर्ट की सुनवाई के बाद फैसला लिया जाए।