जम्मू-कश्मीर: आतंकियों का संभावित लक्ष्य बनने वाले नागरिकों की होगी पहचान, केंद्र के सेना को निर्देश
जम्मू-कश्मीर में आतंकवादियों द्वारा आम नागरिकों को निशाना बनाने की घटनाएं कम नहीं हो रही है। इसको देखते हुए केंद्र सरकार ने उनकी सुरक्षा के लिए ठोस कदम उठाया है। सरकार ने सेना और खुफिया एजेंसियों को केंद्र शासित प्रदेश में आतंकियों का संभावित लक्ष्य होने वाले नागरिकों की सूची तैयार कर उनकी सुरक्षा के इंतजाम करने के निर्देश दिए हैं। इसके बाद सेना और खुफिया एजेंसियों ने इस योजना पर काम भी शुरू कर दिया है।
गृह मंत्री अमित शाह ने सुरक्षा समीक्षा बैठक में दिए थे निर्देश
न्यूज 18 के अनुसार, हाल ही में केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह की अध्यक्षता में हुई सुरक्षा समीक्षा बैठक में जम्मू-कश्मीर में होने वाली लक्षित हत्याओं पर चिंता व्यक्त की गई थी। उस दौरान गृह मंत्री ने सेना और खुफिया एजेंसियों को हत्या के तरीके, डाटा और अन्य सूचनाओं का विश्लेषण करके आतंकियों के संभावित लक्ष्यों की पहचान करने और उनकी सुरक्षा के इंतजाम करने के निर्देश दिए थे। उसके बाद इसकी तैयारी शुरू हो गई है।
किस तरह से बनाई जाएगी संभावित लक्ष्यों की सूची?
बैठक में गृह मंत्री ने खुफिया एजेंसियों को जमीनी स्तर की खुफिया जानकारी जुटाने और स्थानीय प्रशासन को संभावित लक्ष्यों की सुरक्षा के लिए योजना तैयार करने को कहा गया था। सूत्रों के अनुसार, आतंकियों के संभावित लक्ष्यों की सूची तैयार होने के बाद भारतीय सेना को उनकी सुरक्षा की जिम्मेदारी सौंपी जाएगी। हालांकि, सभी लोगों को निजी तौर पर सुरक्षा मुहैया कराने में परेशानी को देखते हुए इस पर विशेष कार्य योजना बनाई जा रही है।
आतंकियों के लक्ष्यों की सुरक्षा के लिए ये उठाए जा सकते हैं कदम
आतंकियों के लक्ष्यों की सुरक्षा की योजना के तहत कथित तौर पर जम्मू-कश्मीर में तैनात केंद्रीय पुलिस बलों के विभिन्न कार्यालयों के मुख्यालयों को कमजोर आबादी वाले इलाकों में शिफ्ट किया जा सकता है। इसी तरह अलग-अलग स्थानों पर स्थित प्रशिक्षण केंद्रों और बलों के अन्य ठिकानों को भी बेहतर सुविधा वाली जगहों पर शिफ्ट किया जा सकता है। इससे आतंकियों की दूर-दराज वाले इलाकों में घुसपैठ पर लगाम कसी जा सकेगी।
अनुच्छेद 370 की वापसी के बाद आतंकियों ने की 118 नागरिकों की हत्या
बता दें कि जम्मू-कश्मीर में आतंकी लगातार कश्मीरी पंडित और आम नागरिकों को अपना निशाना बना रहे हैं। अगस्त 2019 में अनुच्छेद 370 की वापसी के बाद से आतंकियों द्वारा पांच कश्मीर पंडित, 16 अन्य हिंदु और सिखों सहित कुल 118 आम नागरिकों की हत्या की जा चुकी है। पिछले महीने शोपियां के छोटिगम इलाके में भी आतंकियों ने सेब के बाग में कश्मीरी पंडित की गोली मारकर हत्या कर दी गई थी और उसका भाई घायल हो गया था।