
देश के 259 जगहों पर 7 मई को होने वाले नागरिक सुरक्षा पूर्वाभ्यास में क्या-क्या होगा?
क्या है खबर?
जम्मू-कश्मीर के पहलगाम में पर्यटकों पर हुए आतंकवादी हमले के बाद भारत और पाकिस्तान के बीच तनाव उच्च स्तर पर पहुंच गया है।
इस बीच केंद्रीय गृह मंत्रालय ने सोमवार को 35 राज्य और केंद्र शासित प्रदेशों के मुख्य सचिवों को पत्र भेजकर 259 जिलों में नागरिक सुरक्षा तैयारियों को मजबूत करने के लिए बुधवार (7 मई) को मॉक ड्रिल (पूर्वाभ्यास) करने को कहा है।
ऐसे में आइए जानते हैं कि इस पूर्वाभ्यास के दौरान क्या-क्या किया जाना निर्धारित है।
अधिसूचना
गृह मंत्रालय ने पूर्वाभ्यास को लेकर जारी की अधिसूचना
गृह मंत्रालय द्वारा राज्यों को भेजी गई अधिसूचना के अनुसार, यह पूर्वाभ्यास देश के 259 नागरिक सुरक्षा जिलों में ग्रामीण स्तर तक आयोजित किया जाएगा। पूर्वाभ्यास का उद्देश्य देशभर में नागरिक सुरक्षा तंत्र की तैयारी का आकलन करना और उसे मजबूत बनाना है।
अधिसूचना के अनुसार, इस पूर्वाभ्यास में जिला नियंत्रक औन सभी पदाधिकारी, नागरिक सुरक्षा वार्डन/स्वयंसेवकों, होम गार्ड, राष्ट्रीय कैडेट कोर (NCC), राष्ट्रीय सेवा योजना (NSS), NYKS, कॉलेज और स्कूल के छात्रों की भागीदारी बढ़ाने को कहा है।
कार्य
पूर्वाभ्यास में क्या-क्या किया जाएगा?
गृह मंत्रालय की अधिसूचना के अनुसार, पूर्वाभ्यास में हवाई हमले की चेतावनी देने वाले सायरन का संचालन किया जाएगा।
इसी तरह हमले की स्थिति में खुद को बचाने के लिए नागरिकों और छात्रों को नागरिक सुरक्षा का प्रशिक्षण दिया जाएगा।
इसके अलावा, क्षेत्र में पूरी तरह से बिजली गुल (ब्लैक आउट) होने पर किए जाने वाले उपाय बताए जाएंगे, महत्वपूर्ण संयंत्रों/प्रतिष्ठानों को सुरक्षित रखने की तैयारी की जाएगी और लोगों को निकालने की योजना और उसका अभ्यास किया जाएगा।
जगह
कहां-कहां होगा पूर्वाभ्यास?
अधिसूचना के अनुसार, देशभर में स्थित नागरिक सुरक्षा की 3 श्रेणी के 259 जिलों में यह पूर्वाभ्यास आयोजित किया जाएगा।
इन राज्य और केंद्र शासित प्रदेशों में प्रथम श्रेणी के 13, द्वितीय श्रेणी के 201 और तृतीय श्रेणी के 45 नागरिक सुरक्षा जिले शामिल हैं।
राज्यों के मुख्य सचिवों को भेजे गए पत्र में पाकिस्तान के साथ तनाव का कोई उल्लेख नहीं किया गया है, लेकिन यह पूर्वाभ्यास मौजूदा हालातों की व्याख्या करने के लिए पर्याप्त है।
ट्विटर पोस्ट
यहां देखें 259 नागरिक सुरक्षा जिलों की सूची
List of districts where the mock drills will be conducted tomorrow (May 7). #MockDrills #MHA pic.twitter.com/bECh7NYlco
— Siddhant Anand (@JournoSiddhant) May 6, 2025
उद्देश्य
पूर्वाभ्यास आयोजित करने के पीछे क्या है उद्देश्य?
गृह मंत्रालय ने इस पूर्वाभ्यास के 9 प्रमुख उद्देश्य बताए हैं।
इनमें हवाई हमले की चेतावनी देने वाली प्रणालियों की प्रभावशीलता का आकलन करना, हॉटलाइन-रेडियो संचार लाइनों और नियंत्रण कक्षों की कार्य क्षमता जांचना, शत्रुतापूर्ण हमले में खुद को सुरक्षित रखने के लिए प्रशिक्षण देना, बिजली गुल होने के बाद किए जाने वाले उपायों के बारे में बताना, महत्वपूर्ण संयंत्रों और प्रतिष्ठानों (एयरफील्ड, रिफाइनरी और रेल यार्ड) को सुरक्षित रखने के लिए आवश्यक कदमों की जांच करना शामिल है।
जानकारी
ये भी हैं पूर्वाभ्यास के उद्देश्य
पूर्वाभ्यास के उद्देश्यों में हमले के दौरान बचाव दल और अग्निशामकों की तैयारियों और निकासी उपायों की जांच करना, नागरिकों को सुरक्षित क्षेत्रों में ले जाने के प्रयासों की जांच करना और घायल नागरिकों को प्राथमिक चिकित्सा की जांच करना भी शामिल है।
अहमियत
क्यों महत्वपूर्ण मानी जा रहा है यह पूर्वाभ्यास?
गृह मंत्रालय द्वारा राज्यों को दिए गए इस पूर्वाभ्यास के आदेशों को काफी महत्वपूर्ण माना जा रहा है क्योंकि पिछली बार इस तरह का पूर्वाभ्यास 1971 में आयोजित किया गया था।
1971 में भारत और पाकिस्तान के बीच 2 मोर्चों पर युद्ध हुआ था। इस युद्ध के 54 सालों बाद अब देश में इस तरह का भूर्वाभ्यास होने जा रहा है।
यह इस बात का संकेत दे रहा है कि भारत और पाकिस्तान में फिर से युद्ध छिड़ सकता है।
तनाव
पहलगाम हमले के बाद बढ़ा तनाव
बता दें कि 22 अप्रैल को पहलगाम में 4 आतंकियों ने 26 पर्यटकों की गोली मारकर हत्या कर दी थी।
हमले में पाकिस्तान की भूमिका सामने आने के बाद दोनों देशों के बीच तनाव उच्च स्तर पर पहुंच गया है।
हमले के बाद से ही नियंत्रण रेखा (LoC) पर भी तनाव बढ़ गया है। पाकिस्तानी सेना लगातार संघर्ष विराम का उल्लंघन करते हुए गोलीबारी कर रही है।
भारतीय सेना भी पाकिस्तान की इस कार्रवाई का मुंहतोड़ जवाब दे रही है।