LOADING...
पहलगाम आतंकी हमला: महाराष्ट्र सरकार 6 मृतकों के परिवारों को देगी 50-50 लाख रुपये का मुआवजा
महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस ने किया आतंकी हमले में मारे गए राज्य के 6 लोगों के परिजनों को मुआवजा देने का ऐलान

पहलगाम आतंकी हमला: महाराष्ट्र सरकार 6 मृतकों के परिवारों को देगी 50-50 लाख रुपये का मुआवजा

Apr 29, 2025
04:25 pm

क्या है खबर?

महाराष्ट्र सरकार ने जम्मू-कश्मीर के पहलगाम में 22 अप्रैल को हुए आतंकवादी हमले में जान गंवाने वाले राज्य के 6 लोगों के परिवारों को 50-50 लाख रुपये का मुआवजा देगी। मुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस ने मंगलवार को इसका ऐलान किया है। इतना ही नहीं, सरकार ने राज्य के सभी मृतकों के परिवारों के एक-एक सदस्य को सरकारी नौकरी देने की भी घोषणा की है। बता दें कि इस आतंकी हमले में महाराष्ट्र से 6 समेत 26 पर्यटकों की मौत हुई थी।

घोषणा

मुख्यमंत्री फडणवीस ने क्या की है घोषणा?

मुख्यमंत्री फडणवीस ने कहा, "पहलगाम के आतंकवादी हमले में हमारे राज्य के जिन भाइयों की मृत्यु हुई, जिनकी हत्या हुई है। ऐसे भाइयों के परिवारों की मदद करने का निर्णय हमारे मंत्रिमंडल ने लिया है। उनके परिवारों को हमारी सरकार की ओर से 50-50 लाख रुपये का मुआवजा दिया जाएगा। उनके बच्चों की शिक्षा में सहायता दी जाएगी और परिवार के एक प्रत्यक्ष रिश्तेदार को सरकारी नौकरी दी जाएगी।" इससे पहले बैठक में सभी मृतकों को श्रद्धांजलि भी दी गई।

ट्विटर पोस्ट

यहां सुने मंख्यमंत्री फडणवीस का पूरा बयान

ऐलान

जम्मू-कश्मीर सरकार ने की 10-10 लाख रुपये देने की घोषणा

इससे पहले, जम्मू-कश्मीर सरकार ने भी मृतकों और घायलों के लिए सहायता राशि की घोषणा की थी। जम्मू-कश्मीर के मुख्यमंत्री कार्यालय (CMO) ने एक्स पर लिखा, 'कोई भी धनराशि प्रियजनों के नुकसान की भरपाई नहीं कर सकती है, लेकिन समर्थन और एकजुटता के प्रतीक के रूप में जम्मू-कश्मीर सरकार प्रत्येक मृतक के परिवारों के लिए 10-10 लाख रुपये, गंभीर घायलों को 2-2 लाख और मामूली घायलों के लिए 1-1 लाख रुपये की अनुग्रह राशि की घोषणा करती है।'

हमला

पहलगाम में कैसे हुआ था आतंकी हमला?

22 अप्रैल को पहलगाम के एक रिसॉर्ट में 4 आतंकवादियों ने गोलीबारी की। यह हमला उस समय हुआ जब पर्यटक खच्चर की सवारी का आनंद ले रहे थे। इस हमले में 26 पर्यटकों की मौत हो गई। इस हमले से पूरा देश स्तब्ध है तथा भारत और विदेशों में इसकी कड़ी निंदा की है। यह देश में पिछले दो दशकों में हुए सबसे घातक नागरिक हमलों में से एक है। सुरक्षा बल आतंकियों की तलाश में जुटे हैं।