बांग्लादेश में अल्पसंख्यकों के खिलाफ हिंसा पर सरकार ने बनाई समिति, सीमा पर भी रखेगी नजर
भारत सरकार ने बांग्लादेश में हो रही हिंसा को देखते हुए भारत-बांग्लादेश सीमा (IBB) पर मौजूदा स्थिति की निगरानी के लिए एक समिति का गठन किया है। यह समिति बांग्लादेश में अपने समकक्ष अधिकारियों के साथ बातचीत करेगी, ताकि वहां के नागरिकों, हिंदुओं और दूसरे अल्पसंख्यक समुदाय की सुरक्षा सुनिश्चित की जा सके। गृह मंत्री अमित शाह ने इसकी जानकारी दी है। बता दें कि बांग्लादेश में कई हिंदुओं को निशाना बनाया गया है।
क्या बोले गृह मंत्री?
गृह मंत्री अमित शाह ने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म 'एक्स' पर लिखा, 'बांग्लादेश में जारी हालात के मद्देनजर मोदी सरकार ने भारत-बांग्लादेश सीमा (IBB) पर मौजूदा हालात पर नजर रखने के लिए एक समिति गठित की है। यह समिति बांग्लादेश में अपने समकक्ष अधिकारियों के साथ संवाद बनाए रखेगी, ताकि वहां रहने वाले भारतीय नागरिकों, हिंदुओं और अन्य अल्पसंख्यक समुदायों की सुरक्षा सुनिश्चित की जा सके। समिति की अध्यक्षता ADG, BSF पूर्वी कमान करेंगे।'
समिति में कौन-कौन शामिल?
BSF पूर्वी कमान के ADG के अलावा, समिति में BSF फ्रंटियर मुख्यालय दक्षिण बंगाल के महानिरीक्षक, BSF फ्रंटियर मुख्यालय त्रिपुरा के IG, भारतीय भूमि बंदरगाह प्राधिकरण (LPAI) के सदस्य (योजना एवं विकास) और LPAI के सचिव सदस्य होंगे। गृह मंत्रालय भी बांग्लादेश में रह रहे भारतीय हिंदू समुदाय और अन्य अल्पसंख्यकों की सुरक्षा के लिए वहां की अंतरिम सरकार से सीधे बातचीत करेगी और सीमा पर भी नजर बनाए रखेगा।
बांग्लादेश में अल्पसंख्यकों के खिलाफ हिंसा जारी
बांग्लादेश हिंदू बौद्ध ईसाई एकता परिषद ने कहा कि इस हफ्ते 64 में से 45 जिलों में हिंदुओं को निशाना बनाया गया है। 5 अगस्त को कम से कम 10 हिंदू मंदिरों पर हमला किया गया। रॉयटर्स के मुताबिक, उत्तर-पश्चिमी बांग्लादेश के ठाकुरगांव के सरकारी अधिकारी मोहम्मद रकीबुल हसन ने कहा कि लगभग 700-800 हिंदुओं ने हमलों के बाद भारत भागने की कोशिश की। हालांकि, सुरक्षा आश्वासन देने के बाद वे लौट आए।
प्रधानमंत्री ने भी हिंदुओं की रक्षा सुनिश्चित करने की अपील
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने बांग्लादेश की अंतरिम सरकार के मुखिया मोहम्मद यूनुस को बधाई दी और हिंदुओं सहित सभी नागरिकों की सुरक्षा सुनिश्चित करने की मांग की। प्रधानमंत्री ने लिखा, 'हम हिंदुओं और अन्य सभी अल्पसंख्यक समुदायों की सुरक्षा सुनिश्चित करते हुए सामान्य स्थिति में जल्द वापसी की उम्मीद करते हैं। भारत शांति, सुरक्षा और विकास के लिए दोनों देशों के लोगों की साझा आकांक्षाओं को पूरा करने के लिए बांग्लादेश के साथ काम करने के लिए प्रतिबद्ध है।'
बांग्लादेश में क्यों हो रही हिंसा?
बांग्लादेश में सरकारी नौकरी में मिलने वाले आरक्षण को लेकर जून से लगातार प्रदर्शन हो रहे थे। 5 अगस्त की शाम प्रदर्शन हिंसक होने के बाद शेख हसीना ने प्रधानमंत्री पद से इस्तीफा दे दिया था और भारत आ गई थीं। अब तक प्रदर्शनों में 469 लोगों की मौत हो चुकी है। 7 अगस्त को अवामी लीग के 29 कार्यकर्ताओं के शव बरामद हुए हैं। हसीना के देश छोड़ने के बाद से 142 लोग मारे गए हैं।