
जम्मू-कश्मीर के 48 पर्यटन स्थल बंद किए गए, पहलगाम हमले के बाद फैसला
क्या है खबर?
जम्मू-कश्मीर के पहलगाम में पर्यटकों पर हुए आतंकी हमले के 8 दिन बाद केंद्र सरकार ने बड़ा निर्णय लिया है।
सरकार ने घाटी के 87 पर्यटन स्थलों में से 48 को बंद कर दिया है। यह फैसला खुफिया एजेंसियों द्वारा आतंकी हमले की संभावनाओं के मद्देनजर लिया गया है।
बाकी के स्थलों पर अभी कोई निर्णय नहीं लिया गया है। यहां सुरक्षा व्यवस्था कड़ी कर दी गई है।
जिन पर्यटन स्थलों को बंद किया गया है, वे संवेदनशील हैं।
फैसला
आतंकियों के घर तोड़े जाने के बाद हमले की संभावना
बताया जा रहा है कि पहलगाम हमले के बाद घाटी में कुछ गुप्त सेल सक्रिय हो गए हैं और उन्हें अभियान शुरू करने के निर्देश दिए गए हैं।
इधर लगातार खुफिया रिपोर्टों से संकेत मिल रहा है कि पहलगाम हमले के बाद घाटी में सक्रिय आतंकवादियों के घरों को नष्ट करने के प्रतिशोध में आतंकवादी लक्षित हत्याओं के साथ-साथ एक बड़े, अधिक प्रभावशाली हमले की योजना बना रहे हैं।
अभी चल रहे पर्यटन स्थलों पर सुरक्षा बल तैनात हैं।
जगहें
किन जगहों को किया गया बंद?
ये पर्यटन स्थल बंद कर दिए गए हैं- युसमर्ग, तौसी मैदान, दूधपथरी, अहरबल, कौसरनाग, बंगस, चंडीगाम, बंगस वैली, वुलर/वाटलब, रामपोरा और राजपोरा, चेरहर, मुंडिज-हमाम-मरकूट झरना, खाम्पू, बोस्निया, विजीटॉप, सूर्य मंदिर, वेरिनाग गार्डन, सिंथन टॉप, मार्गनटॉप, अकाड पार्क, हब्बा खातून बिंदु और बाबरेशी।
इनमें रिंगावली, गोगलदारा, बदेरकोट, श्रुंज झरना, कामनपोस्ट, नामब्लान झरना, इको पार्क खदनियार, संगरवानी, जामिया मस्जिद, बादामवारी, राजोरी कदल होटल कनाज, आली कदल जे जे फूड रेस्तरां, पदशापाल रिसॉर्ट्स और रेस्तरां, आइवरी होटल और अन्य शामिल हैं।
सुरक्षा
फिदायीन विरोधी दस्तों को तैनात किया गया
खुफिया एजेंसियों की सूचना के बाद सुरक्षा बलों ने खासतौर पर जम्मू-कश्मीर पुलिस के विशेष अभियान समूह से फिदायीन विरोधी दस्तों को गुलमर्ग, सोनमर्ग और डल झील के आसपास तैनात किया गया है।
बता दें कि 22 अप्रैल को पाकिस्तानी आतंकियों ने पहलगाम की बैसरन घाटी में पर्यटकों पर हमला कर दिया था और 26 पुरुष पर्यटकों की हत्या की थी।
घटना के बाद से भारत और पाकिस्तान के बीच तनाव बढ़ गया है।