क्या है वक्फ बोर्ड घोटाला मामला, जिसमें हुई AAP विधायक अमानतुल्लाह खान की गिरफ्तारी?
दिल्ली में प्रवर्तन निदेशालय (ED) की टीम ने सोमवार को आम आदमी पार्टी (AAP) विधायक अमानतुल्लाह खान को गिरफ्तार कर लिया। इससे पहले ED की टीम सुबह दिल्ली पुलिस और अर्धसैनिक बल की एक टुकड़ी के साथ विधायक के ओखला स्थित आवास पहुंची थी। वहां करीब 6 घंटे की पूछताछ के बाद उन्हें गिरफ्तार कर लिया गया। उनकी यह गिरफ्तारी दिल्ली वक्फ बोर्ड में कथित घोटाले को लेकर हुई है। आइए जानते हैं आखिर यह पूरा मामला क्या है।
क्या है दिल्ली वक्फ बोर्ड में घोटाले के मामला?
अमानतुल्लाह दिल्ली की ओखला सीट से विधायक हैं। उन पर दिल्ली वक्फ बोर्ड के अध्यक्ष के रूप में अपने कार्यकाल के दौरान पद का दुरुपयोग करते हुए बोर्ड में गैर-स्वीकृत रिक्तियों पर अवैध रूप से अपने 32 करीबियों की नियुक्ति करने का आरोप है। उस घोटाले में दिल्ली सरकार को नुकसान और विधायक को अवैध लाभ प्राप्त हुआ था। इस मामले में सबसे पहले राजस्व विभाग के SDM (मुख्यालय) ने नवंबर 2016 में शिकायत दर्ज कराई थी।
सबसे पहले CBI ने दर्ज की थी FIR
इस शिकायत के बाद 23 नवंबर, 2016 को केंद्रीय जांच ब्यूरो (CBI) ने अमानतुल्लह सहित 11 लोगों के खिलाफ मामला दर्ज कर जांच शुरू की थी। इसमें सामने आया था कि अमानतुल्लाह ने महबूब आलम के साथ मिलकर अपने पद का दुरुपयोग करते हुए भर्ती प्रक्रियाओं में हेरफेर किया और मनमाने ढंग से अपने करीबियों (5 रिश्तेदार और 27 ओखला निवासी) की नियुक्ती कर दी। इससे सरकारी खजाने को नुकसान और विधायक को अवैध रूप हुआ था।
लाल डायरी से कसा अमानतुल्लाह पर शिकंजा
CBI की जांच में सामने आया कि अगर भर्ती प्रक्रिया में पारदर्शिता और निष्पक्ष बरती जाती तो योग्य लोगों को रोजगार मिल सकता था। इसके बाद की गई जांच में CBI के हाथ एक अहम सबूत लगा था। टीम को अमानतुल्लाह के बेहद करीबी माने जाने वाले कौशर इमाम सिद्दिकी उर्फ लड्डन के घर से एक लाल डायरी मिली थी, जिसमें अमानतुल्लाह के कई राज दर्ज थे और 8 करोड़ रुपये के लेनदेन की भी एंट्री की गई थी।
ED ने CBI की FIR के आधार पर शुरू की जांच
लाल डायरी के मिलने के बाद ED ने भी CBI की FIR के आधार पर मामला दर्ज कर जांच शुरू कर दी। इसके बाद 21 अगस्त, 2022 को अमानतुल्लाह के खिलाफ पेश की गई 5,000 पन्नों की चार्जशीट में जावेद, दाऊद, कौसर और जीशान को भी आरोपी बनाया गया था। इसमें आरोप लगाया गया था कि लाल डायरी में दर्ज करोड़ों रुपये हवाला के जरिए दुबई से भेजे गए थे और यह डायरी अमानतुल्लाह के खातों की ही है।
अमानतुल्लाह पर ये भी लगाए गए हैं आरोप
चार्जशीट में अमानतुल्लाह पर वक्फ बोर्ड में गैरकानूनी तरीके से नियुक्तियां कर काफी पैसा कमाने और उस अवैध कमाई का इस्तेमाल अपने करीबियों के जरिए रियल एस्टेट में करने का भी आरोप लगाया गया था। इसके अलावा ED का आरोप है कि वक्फ बोर्ड अध्यक्ष रहते हुए अमानतुल्लाह ने 100 करोड़ रुपये की वक्फ संपत्तियों को अवैध रूप से लीज पर दिया और मोटा मुनाफा कमाया था। उसके बाद ED लगातार उन पर नजर रख रही थी।
ED ने सितंबर 2022 में किया था अमानतुल्लाह को गिरफ्तार
चार्जशीट पेश करने के करीब 1 महीने बाद यानी सितंबर 2022 में ED ने अमानतुल्लाह से पूछताछ की थी। उस दौरान टीम को उनके ठिकानों से 24 लाख रुपये की नकदी और हथियार मिले थे, जिनका अमानतुल्लाह के पास कोई हिसाब नहीं था। इसके बाद ED ने उन्हें गिरफ्तार कर लिया था। हालांकि, 28 दिसंबर 2022 को उन्हें इस मामले में जमानत मिल गई थी। अब ED ने उसी मामले में उन्हें फिर से पूछताछ के बाद गिरफ्तार किया है।
दिल्ली पुलिस ने अमानतुल्लाह को घोषित किया था हिस्ट्रीशीटर
दिल्ली पुलिस ने अमानतुल्लाह के खिलाफ साल 2022 में एक हिस्ट्रीशीट जारी की थी और उन्हें हिस्ट्रीशीटर के साथ बैड कैरेक्टर घोषित किया था। पुलिस उपायुक्त ने विधायक अमानतुल्ला खान को बैड कैरेक्टर घोषित करने के प्रस्ताव को मंजूरी दे दी थी। पुलिस की हिस्ट्री शीट में सामने आया था कि अमानतुल्लाह के खिलाफ 18 मामले दर्ज हैं और वह एक तरह के आदतन अपराधी हैं। उनके खिलाफ जमीन पर कब्जा करने और मारपीट के केस भी दर्ज है।